COVID 19: अमरनाथ यात्रा रद्द नहीं, पहले जारी किया गया आदेश वापस लिया गया

अमरनाथ यात्रा रद्द किए जाने को लेकर जारी आदेश को वापस ले लिया गया है. यानि अमरनाथ यात्रा होने की संभावना है.

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नई दिल्ली: अमरनाथ यात्रा रद्द किए जाने को लेकर जम्मू-कश्मीर राजभवन की तरफ से जारी आदेश वापस ले लिया गया है. यानि अब 23 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू हो सकती है.

इससे पहले प्रशासन की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया था कि यात्रा रूट में 77 कोरोना रेड जोन हैं. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप का जिक्र करते हुए उप राज्यपाल जीसी मुर्मू ने अमरनाथ यात्रा रद्द करने का फैसला लिया. अब इस प्रेस रिलीज को वापस ले लिया गया है.

जम्मू-कश्मीर में अब तक 380 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं और इनमें से पांच लोगों की मौत हुई है. 81 मरीज ठीक हुए हैं.

जहां से यात्रा गुजरती है, वहां 10 जिले कोरोना प्रभावित और 77 रेड जोन

जम्मू कश्मीर में 407 पॉजिटिव मरीज हैं, जिनमें से 351 सिर्फ कश्मीर से हैं। जहां से अमरनाथ यात्रा गुजरती है, उस कश्मीर घाटी के 10 जिले कोरोना प्रभावित हैं। चार जिले श्रीनगर, बारामुला, बांडीपोरा और कुपवाड़ा को हॉट स्पॉट घोषित किया गया है। श्राइन बोर्ड के चेयरमैन और उपराज्यपाल मुर्मू ने भी यही बात कही है। उनके मुताबिक जिस रूट से यात्रा को गुजरना है, वहां 77 रेड जोन हैं। यात्रा के लिए लंगर और कैम्प तैयार करना होते हैं। साथ ही मेडिकल फैसिलिटी जुटाना होती है, जो इस महामारी के बीच संभव नहीं है। उनके मुताबिक 3 मई के बाद क्या होगा, यह भी अभी तय नहीं है और यात्रियों की सुरक्षा हमारे लिए अहम है। हालांकि, बोर्ड ने फैसला लिया है कि प्रथम पूजा और सम्पन्न पूजा पारंपरिक तरीके से होगी। इस संभावना पर भी विचार किया जाएगा कि बाबा बर्फानी की पूजा और दर्शन का टेलिकास्ट ऑनलाइन किया जाए।

यात्रा रूट पर कई फीट बर्फ, बेस कैम्प में क्वारैंटाइन सेंटर
तय कार्यक्रम के मुताबिक, इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 1 अप्रैल को शुरू होने थे। यात्रा शुरू होने के महीने पहले रूट से बर्फ हटाने का काम हो जाता है, जबकि इस बार वहां अभी भी कई फीट बर्फ मौजूद है। जम्मू में जिस यात्री निवास को अमरनाथ यात्रियों का बेस कैम्प बनाया जाता था, वह इन दिनों क्वारैंटाइन सेंटर बना हुआ है। जम्मू कश्मीर की सीमा को सील किया हुआ है और जरूरी सामान के अलावा किसी भी गाड़ी के आनेजाने की मनाही है। टूरिज्म इंडस्ट्री से जुड़े स्थानीय लोगों को इस यात्रा का हर साल इंतजार होता है। इस पर वहां रहने वाले पिट्‌ठू और पोनी वालों का सालभर की आमदनी निर्भर होती है।

पिछले सालों में अमरनाथ यात्रियों की संख्या

साल यात्री
2019 3.50 लाख (2 अगस्त को यात्रा रोके जाने से पहले)
2018 2.85 लाख
2017 2.60 लाख
2016 2.20 लाख ( बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद बिगड़े हालात के चलते)
2015 3.52 लाख

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