यूपी: बच्चों के यौन शोषण मामले में बड़ा खुलासा, CBI सितंबर से कर रही थी विदेशी लिंक को ट्रेस
सीबीआई सितंबर से बच्चों के यौन शोषण के विदेशी लिंक को ट्रेस कर रही थी. नीरज यादव और राम भवन डार्क नेट के जरिये ही बच्चों के यौन शोषण के वीडियो भेज रहे थे.
लखनऊ. बच्चों के साथ यौन शोषण के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि सीबीआई सितंबर से बच्चों के यौन शोषण के विदेशी लिंक को ट्रेस कर रही थी. बतादें की सीबीआई ने सितंबर में ही बच्चों के यौन शोषण और वीडियो से जुड़ी पहली गिरफ्तारी अनपरा से की थी. पकड़े गए नीरज यादव के पास से आपत्तिजनक वीडियो और विदेशी लिंक के सुबूत बरामद हुए थे. इसी सिलसिले में सीबीआई ने मंगलवार को चित्रकूट से सिंचाई विभाग में तैनात जूनियर इंजीनियर रामभवन को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार राम भवन भी इसी सिंडिकेट का हिस्सा है. खबर के मुताबिक, नीरज यादव और राम भवन डार्क नेट के जरिये ही बच्चों के यौन शोषण के वीडियो भेज रहे थे.
चित्रकूट से जूनियर इंजीनियर रामभवन गिरफ्तार
सीबीआई ने मंगलवार को चित्रकूट से जूनियर इंजीनियर रामभवन को गिरफ्तार किया था. सीबीआई ने छापेमारी के दौरान 8 लाख रुपये नगद, अनेक सेक्स करने वाले खिलौने, लैपटॉप और यौन शोषण से संबंधित आपत्तिजनक सामग्री बरामद किये थे. आरोप है कि इन खिलौनों का प्रयोग आरोपी 5 साल से 16 साल तक के बच्चों को लुभाने के लिए किया करता था.
सीबीआई प्रवक्ता आरके गौड़ के मुताबिक, आरोपी के खिलाफ चित्रकूट समेत बांदा और आसपास के जिलों में बच्चों के यौन शोषण का आरोप था. उन्होंने बताया कि आरोपी के साथ कुछ और लोग भी शामिल थे. यह लोग बच्चों के साथ यौन शोषण करने के बाद उनकी वीडियो और अन्य तस्वीरें उतार कर बेचने का काम भी करते थे. यह भी आरोप है कि बाल यौन शोषण सामग्री वाली तस्वीरों और वीडियो को आरोपी द्वारा इंटरनेट की सुविधा का उपयोग कर प्रकाशित और प्रसारित भी किया जाता था इसके लिए यह लोग डार्क वेब का उपयोग किया करते थे.
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने छोटे बच्चों का यौन शोषण करने के आरोप में उत्तर प्रदेश सरकार के सिंचाई विभाग में तैनात जूनियर इंजीनियर रामभवन को गिरफ्तार किया है. इंजीनियर की उम्र 40 साल से भी कम बताई जाती है. छापेमारी के दौरान ₹8 लाख नगद, अनेक सेक्स करने वाले खिलौने, लैपटॉप और यौन शोषण से संबंधित आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई हैं. आरोप है कि इन खिलौनों का प्रयोग आरोपी 5 साल से 16 साल तक के बच्चों को लुभाने के लिए किया करता था.
सीबीआई प्रवक्ता आरके गौड़ के मुताबिक, आरोपी के खिलाफ उत्तर प्रदेश के जिला चित्रकूट समेत बांदा और आसपास के जिलों में बच्चों के यौन शोषण का आरोप था. यह भी आरोप था कि आरोपी के साथ कुछ और लोग भी शामिल थे. यह लोग बच्चों के साथ यौन शोषण करने के बाद उनकी वीडियो और अन्य तस्वीरें उतार कर बेचने का काम भी करते थे. यह भी आरोप है कि बाल यौन शोषण सामग्री वाली तस्वीरों और वीडियो को आरोपी द्वारा इंटरनेट की सुविधा का उपयोग कर प्रकाशित और प्रसारित भी किया जाता था इसके लिए यह लोग डार्क वेब का उपयोग किया करते थे.
सीबीआई के मुताबिक, यह भी आरोप है कि आरोपियों ने कथित तौर पर 5 साल से 16 साल की बच्चों को लुभाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सामानों और गैजेट्स का इस्तेमाल किया. सीबीआई ने इन आरोपियों के घरों पर जब तलाशी ली तो ₹8 लाख नगद, मोबाइल फोन, लैपटॉप, वेब कैमरा, पेन ड्राइव और मेमोरी कार्ड और खिलौनों समेत इलेक्ट्रॉनिक स्टोरेज डिवाइस बरामद हुए. सीबीआई के आला अधिकारी के मुताबिक आरोपी के ईमेल की जांच से पता चला है कि वह बाल यौन शोषण सामग्री साझा करने के उद्देश्य से कथित तौर पर कई भारतीय और विदेशी नागरिकों के संपर्क में भी था.
आरोपी ने इंटरनेट पर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म और वेबसाइटों का उपयोग करते हुए डार्क नेट इत्यादि के माध्यम से कथित तौर पर बाल यौन उत्पीड़न सामग्री को भारी मात्रा में बनाया और उन्हें साझा किया. गिरफ्तार आरोपी को आज सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया.
ध्यान रहे कि बाल यौन शोषण से संबंधित मामलों की जांच के लिए सीबीआई ने दिल्ली मुख्यालय में एक विशेष यूनिट की स्थापना की है जहां इस तरह के मामलों की जांच की जाती है.