वारिस पठान के ’15 करोड़ बनाम 100 करोड़’ वाले बयान पर बीजेपी MLA ने कहा- तो हो जाए आर-पार की लड़ाई
सीएए के खिलाफ प्रदर्शनों के बीच वारिस पठान ने कहा था कि 15 करोड़ मुस्लिम 100 करोड़ लोगों पर भारी पड़ सकते हैं. पठान पर निशाना साधते हुए बीजेपी की कर्नाटक इकाई ने कहा कि नये भारत में ऐसी धमकियां काम नहीं करतीं.
हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (एआईएमआई) के नेता वारिस पठान के ’15 करोड़ मुसलमान बनाम 100 करोड़’ वाले बयान पर खूब बवाल हो रहा है. वारिस पठान के इस बयान पर अब तेलंगाना में बीजेपी विधायक राजा सिंह ने पलटवार किया है. राजा सिंह ने कहा है कि अगर ऐसा है तो हो जाए आर-पार की लड़ाई.
Hiding behind Children and Women, LEGENDS are seeking "Azadi" 😂😂😂.
What more Azadi do they want? Aren't they enjoying every kind of Azadi since 1947?
Waris Pathan and other leaders of AIMIM should come out of their Aurangzeb's World.
These threats don't work in #NewIndia
— BJP Karnataka (@BJP4Karnataka) February 20, 2020
राजा सिंह ने शाहीन बाग की महिलाओं को कहे अपशब्द
एआईएमआई नेता पठान के बयान के जवाब में विधायक राजा सिंह ने शाहीन बाग की महिलाओं को अपशब्द भी कहे. उन्होंने कहा, ‘’वारिस पठान पहले तेरी बहनों को संभाल, जो 500 रूपए लेकर शाहीन बाग में बैठी हैं. बाद में हम हिंदुओं से टकराना. हम तो तैयार हैं. कितने आते आ जाओ. हो जाए आर पार की लड़ाई.’’
नए भारत में इस तरह की धमकियां काम नहीं करतीं- BJP
पठान पर निशाना साधते हुए बीजेपी की कर्नाटक इकाई ने कहा कि नये भारत में ऐसी धमकियां काम नहीं करतीं. उसने कहा, ‘‘बच्चों और महिलाओं के पीछे छिपकर महान लोग आजादी मांग रहे हैं. और कितनी आजादी चाहते हैं वो? क्या वे 1947 से हर तरह की आजादी नहीं पा रहे? वारिस पठान और एमआईएमआईएम के अन्य नेताओं को उनकी औरंगजेब वाली दुनिया से बाहर आ जाना चाहिए. नये भारत में ये धमकियां काम नहीं करतीं.’’
बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए)के खिलाफ प्रदर्शनों के बीच एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने उत्तरी कर्नाटक के कलबुर्गी में सीएए विरोधी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि 15 करोड़ मुस्लिम 100 करोड़ लोगों पर भारी पड़ सकते हैं. उनके इस बयान का वीडियो वायरल होते ही विवाद खड़ा हो गया.
वायरल वीडियो में क्या कह रहे हैं वारिस पठान?
वारिस पठान को हिंदी में यह बोलते हुए सुना जा सकता है, ‘‘हमें साथ चलना होगा. हमें आजादी लेनी होगी. जो चीजें मांगने से नहीं मिलती, हमें छीननी होगी.अब वक्त आ गया है. हमको बोला कि मां-बहनों को आगे भेज दिया और खुद कंबल में बैठ गये. अभी तो सिर्फ शेरनियां बाहर निकली हैं और तुम्हारे पसीने छूट गए. समझ लो, हम लोग साथ आ गए तो क्या होगा. 15 करोड़ हैं, लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं. याद रख लेना यह बात.’’