जालंधर. कोरोना के संक्रमण से लड़ने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन का शुक्रवार को चौथे फेज का पांचवां दिन है। पंजाब में कोरोना के अब तक 2135 मरीज पाए जा चुके हैं। ढाई महीने की बच्ची समेत 45 लोगों की मौत हो चुकी है, बावजूद इसके लोग बेवजह घर से बाहर निकलने से बाज नहीं आ रहे हैं। बहुत से लोग तो बिना मास्क के ही सड़कों पर घूम रहे हैं तो कोई नियमों के उलट दुपहिया वाहनों पर दो-दो लोग घूम रहे हैं। अब ईद-उल-फित्तर पर मस्जिद में नमाज पढ़ने की इजाजत मांगी जा रही है।
बठिंडा में कोविड के सभी मरीज़ ठीक हो कर घर वापिस लौटे
बठिंडा जिले के सरकारी अस्पताल में दाखिल दो कोरोना के मरीजों को भी शुक्रवार को छुट्टी देकर घर भेज दिया गया। अब जिले में कोई भी कोरोना मरीज हस्पताल में भर्ती नहीं है और सभी 43 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। यह जानकारी जिले के डिप्टी कमिश्नर बी श्रीनिवासन ने दी है। डिप्टी कमिश्नर श्रीनिवासन ने बताया कि 41 मरीज पहले ही पूरी तरह ठीक हो कर घर लौट चुके थे और केवल दो लोग ही अस्पताल में थे। वह भी आज ठीक हो कर घरों को लौट गए हैं। इस तरह अब जिला बठिंडा एक बार कोरोना से पूरी तरह मुक्त हो गया है। डिप्टी कमिश्नर ने जिला निवासियों से अपील की कि वह पहले की तरह सावधानियां रखे और जनतक स्थानों पर जाने के समय हमेशा मास्क डालकर चले और सामाजिक दूरी के नियम का पालन करे जिससे कोरोना को जिले से दूर रखा जा सके। इस मौके सिविल सर्जन डा. अमरीक सिंह ने बताया कि जिन लोगों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया है उनको सभी जरूरी सावधानियां रखने के लिए कहा गया है। इस मौके घर लौट रहे मरीजों ने डाक्टरी टीम का धन्यवाद भी किया।
अपटेड्स…
- सरकार की तरफ से नए निर्देश जारी हुए हैं अब अगर कोई बिना मास्क पाया गया तो उसे 200 रुपए जुर्माना लगेगा। खुले में थूकने पर 100 रुपए भरने पड़ेंगे। इसके अलावा होम क्वारैंटाइन का उल्लंघन कर बाहर निकलने वालों को 500 रुपए जुर्माना लगेगा।
- अध्यापकों की ड्यूटियां शराब फैक्ट्रियों में अल्कोहल की सप्लाई पर निगरानी रखने के लिए लगाने के फैसले के विरोध में डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट पंजाब ने जालंधर, गुरदासपुर समेत कई जिलों में विरोध किया है।
- मुस्लिम भाईचारे द्वारा ईद उल फितर पर नमाज अदा करने के लिए मस्जिद खोलने की मांग उठने लगी है। इस मांग के लिए आज अमृतसर में मुस्लिम वेलफेयर सोसायटी का शिष्टमंडल प्रधान मुहम्मद युसुफ मलिक की अध्यक्षता में एडीसी हिमांशु अग्रवाल से मिला। शिष्टमंडल ने मांग की है कि 24 मई को ईद उल फितर पर मुस्लिम भाईचारे को मस्जिदों में नमाज पढ़ने की इजाजत दी जाए।
जालंधर में ऑड-ईवन फार्मूले के खिलाफ रैनक बाजार के दुकानदारों ने धरने की चेतावनी
जालंधर में जिला प्रशासन के ऑड-ईवन फार्मूले पर बाजार खोलने के फैसले को लेकर दुकानदारों में रोष देखने को मिल रहा है। इसक पालन नहीं करने पर गुरुवार को जहां रैनक बाजार में पुलिस ने दुकानों को बंद करवाया और कई दुकानदारों का चालान किया, वहीं शुक्रवार को इस कार्रवाई के विरोध में उतरे रैनक बाजार और शेखां बाजार के दुकानदारों का कहना है कि इस कारण कारोबार प्रभावित हो रहा है। इस मामले को लेकर पार्षद शैरी चड्ढा की अध्यक्षता में रैनक के बाजार में बैठक हुई। इसमें सभी ने ऑड-ईवन फार्मूले के तहत दुकानें न खोलने का फैसला लिया। चेतावनी दी कि अगर दुकानदारों को इस फार्मूले से राहत न दी गई तो सभी दुकानदार दुकानें बंद करके चाबियां जिला प्रशासन को सौंप देंगे। इसके बाद भगवान वाल्मीकि चौक में धरना लगाकर रोष जताएंगे।
शराब फैक्ट्रियों में ड्यूटी लगाने के विरोध में अध्यापकों का प्रदर्शन
गुरदासपुर में डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट के जिला प्रधान प्रधान दविंदर सिंह के नेतृत्व में जिला प्रशासन और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। अध्यापक नेता दविदर सिंह व अमरजीत शास्त्री ने कहा कि अध्यापकों से विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई, दाखिले करवाने व किताबों के वितरण के काम करवाए जा रहे हैं। पहले भी बड़ी संख्या में अध्यापकों की पुलिस नाकों जैसी गैर वाजिब जगहों पर ड्यूटियां लगाने के बाद अब जिला प्रशासन ने अध्यापकों को शराब फैक्ट्रियों में अल्कोहल की सप्लाई की निगरानी करने की ड्यूटी लगा दी है, यह सहन नहीं होगा। यूनियन ने डीसी को एक मांग पत्र भी सौंपा, जिसके बाद डीसी ने ने अध्यापकों की ड्यूटियां हटा ली।
बिजली बिलों की माफी को लेकर आम आदमी पार्टी ने प्रदर्शन किया
पठानकोट में आम आदमी पार्टी ने बिजली बिलों की माफी को लेकर प्रदर्शन किया। हलका इंचार्ज सौरभ बहल ने कहा कि कोरोना की महामारी में लोग परेशानियों से गुजर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मदद करने की बजाय बिजली के भारी-भरकम बिल वसूलने में लगी है। सरकार से मांग है कि लोगों के बिजली बिल माफ किए जाएं।
तरनतारन में आज कोई दुकान नहीं खोली गई, डीसी आदेश का दिखा असर
डीसी प्रदीप सभ्रवाल ने गुरुवार शाम को आदेश जारी कर शुक्रवार को पूरे जिले के किसी भी शहर या कस्बे में दुकानें खोलने पर रोक लगा दी। उन्होंने कहा कि 22 मई को अमावस पर श्री दरबार साहिब में संगत की आमद अधिक रहती है। ऐसे में फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होगा। उधर नाराज दुकानदार गुरमीत सिंह, मक्खण सिंह, सुदर्शन कुमार, मीनू सिंह ने कहा कि प्रशासन के आदेश आए दिन बदल रहे हैं। राज्य सरकार का फैसला कुछ और होता है और स्थानीय प्रशासन का फैसला अलग होता है। हालांकि, बाजार पर डीसी के आदेश का असर भी दिखाई दे रहा है।