फरीदकोट. बहबल कलां और कोटकपूरा गोलीकांड की जांच कर रही एसआईटी द्वारा जांच प्रक्रिया में लाते हुए चार गिरफ्तारियों के बाद पंजाब पुलिस ने भी अब सख्त कार्रवाई की है। शनिवार को जानकारी मिली है कि पुलिस ने गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप चुराने और बेअदबी के मामलों में 7 डेरा प्रेमियों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियां डीआईजी रणबीर सिंह खटड़ा के नेतृत्व में बनी एसआईटी ने की हैं।
मामला 1 जून 2015 को फरीदकोट के जवाहर सिंह वाला गांव से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप चोरी हो जाने से संबंधित है। इस मामले को लेकर राज्य में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई थी। बाद में इसी मामले के विरोध में बहबल कलां और कोटकपूरा में धरने पर बैठे लोगों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने फायरिंग की तो इसमें दो लोगों की जान चली गई थी। फरीदकोट के बाजाखाना पुलिस स्टेशन में दर्ज चोरी और बेअदबी के संबंध में दर्ज इस मामले के आधार पर अब एसआईटी ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए सभी लोग सुखजिंदर सिंह, बलजीत सिंह, नरिंदर शर्मा, नीला, भोला, रणजीत और निशान सिंह फरीदकोट जिले के रहने वाले हैं। ये सभी डेरा प्रेमी बताए जाते हैं। दरअसल, पहले से इस मामले को लेकर शक की सुई डेरे की तरफ घूमती रही है और 2018 में ही खटड़ा के नेतृत्व वाली स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम 20 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें से एक डेरा प्रेमी महेंद्र पाल बिट्टू को 2019 में नाभा जेल में कत्ल कर दिया गया था।
ध्यान रहे कि इस मामले में राजनीति भी हावी होती रही है। पहले इस मामले को तत्कालीन अकाली सरकार ने सीबीआई को सौंपा था, लेकिन बाद में कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने सीबीआई से वापस लेकर खटड़ा की टीम को सौंप दिया था। एक तरफ जहां सीबीआई ने आरोपियों को क्लीन चिट दे दी थी, वहीं अब इस पर सवाल उठाने वाली एसआईटी की जांच को बहुत अहम माना जा रहा है।