निजामुद्दीन इलाके में लगे सभी सफाईकर्मी क्‍वारेंटाइन, कूड़ा बीनने वालों की भी होगी जांच

निजामुद्दीन बस्ती सहित पूरे इलाके को सेनेटाइज (Sanitize) करने का काम जोरों पर है. इसके लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से डिसइंफेक्टेंट का छिड़काव किया जा रहा है. साथ ही ड्रोन की मदद से भी सोडियम हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन का छिड़काव बस्ती में किया जा रहा है.

नई दिल्ली. निजामुद्दीन (Nizamuddin) इलाके में आयोजित हुए तब्लीगी जमात के धार्मिक आयोजन मरकज के बाद सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. जमात के लोगों के जरिए तेजी से फैले कोरोना वायरस के (Coronavirus) संक्रमण के मामलों को लेकर अब सरकार के साथ ही एनडीएमसी भी गंभीर हो गई है. यही वजह है कि इलाके में तैनात सभी सफाईकर्मियों को क्वारेंटाइन कर दिया गया है. वहीं निजामुद्दीन बस्ती में मौजूद सभी कूड़ा बीनने वालों की भी जांच की जा रही है. साथ ही इलाके को सेनेटाइज करने का भी काम शुरू कर दिया गया है. इसके लिए ड्रोन से लेकर फायर ब्रिगेड तक की मदद ली जा रही है.

सेनेटाइज किया जा रहा निजामुद्दीन इलाका

निजामुद्दीन बस्ती सहित पूरा इलाके को सेनेटाइज करने का काम जोरों पर है. इसके लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से डिसइंफेक्टेंट का छिड़काव किया जा रहा है. साथ ही ड्रोन की मदद से भी सोडियम हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन का छिड़काव बस्ती में किया जा रहा है. ड्रोन से एक बार में पांच लीटर सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव हो रहा है. वहीं ड्रोन के जरिए सेनेटाइजेशन के काम की मॉनिटरिंग भी की जा रही है.

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मरकज के आयोजन के बाद तेजी से फैला कोरोना संक्रमण

गौरतलब है कि तब्लीगी समाज के धार्मिक आयोजन के बाद देशभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. इस आयोजन में देश के साथ ही दुनियाभर से आए तब्लीगी जमात के लोगों ने हिस्सा लिया और उसके बाद वे देशभर में फैल गए. लॉकडाउन के बावजूद जमात के कार्यक्रम का आयोजन किया गया. उल्लेखनीय है कि इस आयोजन के बाद देशभर में मिले कोरोना के मरीजों में 30 प्रतिशत ऐसे थे, जो मरकज में हिस्सा लेकर आए थे.

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