नई दिल्ली. दिल्ली (Delhi) के सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने बड़ा फैसला किया है. अब दिल्ली में कोरोना (Corona) का आरटी-पीसीआर टेस्ट सस्ता हो गया है. अभी तक दिल्ली में इस टेस्ट के लिए 24 सौ रुपये लिए जा रहे थे. लेकिन सरकार के इस फैसले के बाद टेस्ट के दाम में दो तिहाई की कटौती कर दी गई है. अब अगर कोई भी कोरोना का आरटी-पीसीआर (RT-PCR) टेस्ट कराने जाएगा तो उसे सिर्फ 800 रुपये देने होंगे.
25 प्रतिशत लोगों में एंटी बॉडी
ध्यान दिला दें कि दिल्ली में किए गए सीरो सर्वे के चौथे चरण की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में नवंबर महीने में कोरोना की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है. इस रिपोर्ट को न्यायमूर्ति हिमा कोहली और सुब्रमणियम प्रसाद के पीठ के समक्ष रखा गया. सीरो सर्वे की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना की जांच में 25 प्रतिशत लोगों के शरीर में COVID-19 एंटी बॉडी पाए गए हैं.
33 निजी अस्पतालों के 80 फीसदी आईसीयू बेड कोरोना मरीजों के लिए
इस बीच हाईकोर्ट ने दिल्ली के 33 प्राइवेट अस्पतालों के 80 फीसदी आईसीयू बेड कोरोना वायरस मरीजों के लिए रिजर्व करने का बड़ा आदेश दे दिया है. दिल्ली उच्च न्यायालय के खंडपीठ ने कोरोना संक्रमण के रोगियों के लिए निजी अस्पतालों के 80% ICU बेड आरक्षित करने के दिल्ली सरकार के निर्णय पर अंतरिम रोक के एकल-न्यायाधीश पीठ के आदेश को हटा दिया.
हाई कोर्ट ने पूछा कि ढील पर अब तक रोक क्यों नहीं लगाई
दिल्ली में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल सरकार को फटकार लगाते हुए उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं. सीरो सर्वे रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कोर्ट ने कहा है कि रिपोर्ट देखने से लगता है कि दिल्ली में हर चार में से एक शख्स कोरोना से संक्रमित है और हर घर में कोई न कोई कोरोना की चपेट में आ चुका है. दिल्ली में कोरोना ने इतना भयानक रूप ले लिया है इसके बावजूद दिल्ली सरकार ने अभी तक कोई उचित कदम क्यों नहीं उठाया है और कोरोना पर दी गई ढील पर अब तक रोक क्यों नहीं लगाई गई है.