नई दिल्ली. दिल्ली में माल एवं सेवाकर (GST) अधिकारियों ने फर्जी बिल जारी कर धोखाधड़ी के मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार, इन लोगों पर 17 फर्जी कंपनियां बनाकर 436 करोड़ रुपये का माल खरीदने-बेचने के लिए फर्जी बिलों पर कर लाभ लेने का आरोप है. आधिकारिक बयान के अनुसार, केन्द्रीय जीएसटी दिल्ली पूर्व आयुक्तालय के अधिकारियों ने इस मामले का पता लगाया है. उनके मुताबिक इन कंपनियों ने धोखाधड़ी के जरिये इनपुट टैक्स क्रेडिट के तहत1 1.55 करोड़ रुपये के कर रिफंड के लिये दावा किया.
Officers of Anti-Evasion, Central GST Delhi East Commissionerate have busted a firm for issuing fake invoices to claim an input tax credit of goods worth Rs 436 Crores.
— ANI (@ANI) March 2, 2020
बैंक कर्मचारियों की मिली भगत आई सामने
सीजीएसटी दिल्ली पूर्व द्वारा जारी बयान के अनुसार, ‘जांच पड़ताल के दौरान यह मामला प्रकाश में आया कि आरोपी व्यक्तियों द्वारा कुछ बैंक कर्मचारियों के साथ मिली भगत से एक बड़ा हवाला कारोबार चलाया जा रहा था.
आरोपी न्यायिक हिरासत में भेजे गए जेल
इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें असिफ खान, राजीव छटवाल और अर्जुन शर्मा का नाम शामिल है. बताया जा रहा है कि इन आरोपियों को 1 मार्च को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद इन्हें 13 मार्च तक के लिये न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
आरोपी चला रहे थे कंपनियां
विज्ञप्ति के अनुसार, तीनों आरोपी 17 फर्जी कंपनियों को मिलकर चला रहे थे. इनपर माल की आपूर्ति किये बिना ही फर्जी बिल जारी किये गये, जिनमें 436 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट आगे पास किया गया.