COVID 19: ऐसे सील किए नोएडा के इलाके कि डॉक्टर भी फंसे, इमरजेंसी नंबर पर कोई रिप्लाई नहीं

हालात ये हैं कि सील किए गए इलाकों में लोगों के साथ ही डॉक्टरों को भी बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है. आदेश में ये साफ किया गया था कि इस दौरान इमरजेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स को अपने काम पर जाने की अनुमति होगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं. अब डॉक्टर (Doctor) भी अस्पताल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.

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नोएडा. कोरोना (Corona) संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 15 जिलों के कई इलाकों को पूरी तरह से सील करने के आदेश बुधवार को जारी किए थे. इसी के चलते गुरुवार को नोएडा (Noida) के कई इलाके सील कर दिए गए. अब हालात ये हैं कि इन इलाकों में लोगों के साथ ही डॉक्टरों को भी बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है. आदेश में ये साफ किया गया था कि इस दौरान इमरजेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स को अपने काम पर जाने की अनुमति होगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं. अब डॉक्टर भी अस्पताल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. साथ ही प्रशासन की ओर से दिए गए इमरजेंसी नंबरों पर जब कॉल किया जा रहा है तो उन्हें कोई उठा नहीं रहा है.

गेट पर ताला लगा कर चाबी ले गई पुलिस
अपोलो हॉस्पिटल नोएडा की डॉक्टर संचिता दुबे ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशों अनुसार इमरजेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स को भी इस लॉकडाउन में काम पर जाने की अनुमति थी लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है. उन्होंने बताया कि रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन ने सोसायटियों को सील कर दिया है और जब गेट खोलने को कह रहे हैं तो उनका जवाब मिलता है कि ताला लगा कर चाबी पुलिस ले गई है. डॉ संचिता ने कहा कि इस दौरान जब प्रशासन की ओर से दिए गए इमरजेंसी नंबर 112 पर कॉल किया गया तो वहां भी किसी ने फोन नहीं उठाया. ऐसे में अस्पताल में मरीजों का इलाज कैसे होगा.

काम पर जाने से रोका जा रहा
वहीं दिल्ली के सरिता विहार में स्थित अपोलो हॉस्पिटल में कार्यरत नोएडा के सेक्टर 28 निवासी डॉ नितिन घोंगे ने बताया कि कोरोना का मरीज मिलने के बाद उनके इलाके को हॉटस्पॉट घोषित कर सील कर दिया गया है. लेकिन इस दौरान डॉक्टरों को भी इलाके में ही बंद कर दिया गया है. डॉ. नितिन ने कहा कि हमें काम पर जाना जरूरी है लेकिन हमें सोसायटी से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी जा रही है.

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