Covid 19: मौलाना साद AIIMS या RML में कराएं कोरोना टेस्ट, नहीं तो होगी एफआईआर-दिल्ली पुलिस
मौलाना साद (Maulana Saad) को एम्स (AIIMS) और आरएमएल में टेस्ट कराने का सुझाव दिया गया है. क्राइम ब्रांच (Crime Branch) का आरोप है कि बीते 48 घंटे से मौलाना साद और उनके कानूनी सलाहकारों से भी कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है.
नई दिल्ली. तबलीगी जमात (Tablighi Markaz) के मौलाना साद (Maulana Saad) ने अगर कोरोना टेस्ट (Corona Test) नहीं कराया तो महामारी फैलाने के आरोप में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. यह कहना है दिल्ली पुलिस का. जमात से जुड़े मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच का कहना है कि मौलाना साद ने अभी तक कोरोना का टेस्ट नहीं कराया है. उन्हें यह टेस्ट सरकारी अस्पताल में कराना है. इसके लिए उन्हें एम्स और आरएमएल में टेस्ट कराने का सुझाव दिया गया है. क्राइम ब्रांच का आरोप है कि बीते 48 घंटे से मौलाना साद और उनके कानूनी सलाहकारों से भी कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है.
साद की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने का किया था दावा
गौरतलब रहे कि इससे पहले साद के कोरोना टेस्ट कराने की खबर सामने आई थी. इस टेस्ट में उन्हें निगेटिव बताया गया था. मौलाना साद का बेटा होने का दावा करने वाले एक शख्स ने बताया था कि वह कोरोना पॉजिटिव नहीं हैं. उस शख्स ने यह दावा उस वक्त किया था जब न्यूज18 इंडिया के संवादाता ने जब मौलाना के मोबाइल पर फोन किया तो फोन उठाने वाले शख्स ने अपने का साद का बेटा बताया था.
साद की गिरफ्तारी न होने की यह वजह बता रही पुलिस
तबलीगी जमात के मौलाना साद की अब तक गिरफ्तारी न होने के पीछे क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी वजह बताई है. दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो साद ने अभी तक कोरोना की सरकारी जांच नहीं कराई है. क्राइम ब्रांच ने अपने बड़े अफसरों को जानकारी देते हुए कहा है कि मौलाना साद से कहा गया है कि पहले वो अपनी सरकारी जांच कराए. पुलिस जब उनकी रिपोर्ट देख लेगी उसके बाद ही उन्हें समन जारी किया जाएगा और आगे की पूछताछ में शामिल किया जाएगा. क्राइम ब्रांच का कहना है कि उन्हें जानकारी मिली है कि साद ज़ाकिर नगर के घर में क्वारंटाइन हैं. बावजूद इसके अब तक सरकारी अस्पताल में जाकर टेस्ट नहीं कराया है.