नई दिल्ली. भजनपुरा सामूहिक हत्याकांड (Bhajanpura massacre) को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने उजागर कर दिया है. पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. उसका नाम प्रभु चौधरी (Prabhu Chaudhary) है. स्थानीय थाना पुलिस के अनुसार, प्रभु चौधरी और मृतक शम्भू के बीच दोस्ती थी. उसने शम्भू से 30 हजार रुपये उधार लिए थे. इसको लेकर दोनों के बीच लड़ाई भी हुई थी.
पुलिस की पूछताछ में प्रभु चौधरी ने बताया कि वह शम्भू का रिश्तेदार है. उसने बताया कि 3 फरवरी को शम्भू को लक्ष्मीनगर बुलाया. जब शम्भू लक्ष्मीनगर के लिए निकला तो आरोपी उसके घर भजनपुरा के लिए रवाना हो गया. ऐसे में शम्भू के घर पर पहुंचते ही प्रभु चौधरी ने सबसे पहले उसकी पत्नी की हत्या कर दी. उसने पहले गला दबाया और फिर आयरन रॉड से मारा. इसके बाद आरोपी ने छोटी बेटी कोमल की भी रॉड से हत्या कर दी. फिर, शिवम को बुलाकर उसकी हत्या की. इसके बाद वह वापस लक्ष्मीनगर लौट गया.
उसने शंभू के साथ शराब पी
यहां आने पर उसने शंभू के साथ शराब पी. फिर 11 बजे रात आरोपी शंभू के साथ उसके घर पहुंच जाता है. उसके घर पहुंचते ही चौधरी ने शम्भू की भी हत्या कर दी. प्रभु चौधरी का कहना है कि मौके पर शंभू की पत्नी सुनीता से झगड़ा हुआ था, उसके बाद मारा. जानकारी के मुताबिक, मृतक शम्भू , प्रभु चौधरी की बुआ का लड़का है. पुलिस का कहना है कि चौधरी साढ़े 3 बजे शंभू के घर के अंदर जाता है और 4 घंटे में 4 हत्याएं कर देता है.
एक ही परिवार के पांच लोगों के शव मिलने से सनसनी फैल गई थी
बता दें कि भजनपुरा इलाके में एक ही परिवारके पांच लोगों के शव मिलने से सनसनी फैल गई थी. पहली नज़र में पांच लोगों की मौत आत्महत्या के रूप में देखी जा रही थी. शव कई दिन पुराने थे. लेकिन, जब दिल्ली पुलिस की जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया तो खुलासा हुआ कि एक ही परिवार के पांच लोगों ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि किसी धारदार हथियार से उनकी हत्या की गई है. सभी की गर्दन और शरीर के दूसरे हिस्सों में ज़ख्म के निशान हैं.