कोरोना के बीच टूटता संयम / भोपाल एम्स के डॉक्टरों के साथ पुलिस ने मारपीट की; पंचकूला और कन्नौज में लोगों ने पुलिस पर हमला किया
भोपाल में मारपीट करने वाला पुलिसकर्मी बोला- ऐसे डॉक्टर ही कोरोना फैला रहे; डीआईजी ने लाइन अटैच किया, कन्नौज में भीड़ ने सिपाहियों की बाईक जलाई, पंचकूला में कोरोना सर्वे पार्टी पर लोगों ने हमला किया
भोपाल/कन्नौज/पंचकूला. भोपाल में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के दो डॉक्टरों ने पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। इनमें एक महिला डॉक्टर भी शामिल है।डॉक्टरों का आरोप है कि बुधवार शाम करीब 6.30 बजे इमरजेंसी ड्यूटी के बाद घर जाते समय पुलिस ने उनकी पिटाई की। मामला सामने आने के बाद डीआईजी ने एक कॉन्स्टेबल को लाइन अटैच कर दिया है। इधर, उत्तर प्रदेश के कन्नौज में भीड़ ने पुलिस को पीटा। वहीं, हरियाणा के पंचकूला में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमला किया गया।
भोपाल एम्स के दो पीजी डॉक्टर्स , जिनमे एक महिला डॉक्टर है , की पुलिसकर्मियों द्वारा पिटाई की घटना सामने आयी है , जो कि बेहद शर्मनाक है।
कोरोना महामारी के संकट के इस दौर में अपनी जान जोखिम में डाल जनता की सेवा कर रहे इन कर्मवीर योद्धाओं पर हमें गर्व है ,
1/2— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) April 9, 2020
डॉ. रितुपर्ना और डॉ. युवराज सिंह ने डायरेक्टर को की गई शिकायत में कहा कि बुधवार शाम को वे अपनी शिफ्ट पूरी करने के बाद एम्स के गेट नंबर एक से बाहर निकल रहे थे। उसी समय गेट के पास तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोककर अभद्र भाषा में बाहर घूमने का कारण पूछा। इस पर दोनों डॉक्टर्स ने उन्हें अपने पहचान पत्र दिखाए और अस्पताल से ड्यूटी खत्म होने के बाद घर जाने की बात कही। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उनसे मारपीट शुरू कर दी और गाली-गलौज करते हुए कहा- ऐसे डॉक्टर ही कोरोना फैला रहे हैं और देश का बंटाढार कर रहे हैं।
Aiims bhopal Doctors who were thrashed by the police.plz take action @DGP_MP pic.twitter.com/5NCgAJNvB6
— Dr.ANAND RAI (@anandrai177) April 9, 2020
पुलिस ने कहा- गफलत में चोट पहुंची होगी
भोपाल की बाग सेवनिया पुलिस का कहना है कि लॉकडाउन के बावजूद, एम्स के पास कुछ दुकानें खुलने और सामान खरीदने के लिए भीड़ मिलने पर पुलिस ने लोगों को खदेड़ा था। इसी दौरान कुछ लोगों को चोट पहुंची होंगी। पुलिस का यह भी कहना है कि संबंधित डॉक्टर अपनी परिचित के साथ बगैर मॉस्क के सामान खरीदने दुकान पर गए थे। जबकि डॉक्टरों का कहना है कि वे मॉस्क लगाए हुए थे। गुरुवार को मामला सुर्खियों में आने के बाद डीआईजी इरशाद वली ने आरोपी कॉन्स्टेबल को लाइन अटैच कर दिया।
The Resident Doctors’ Association at AIIMS Bhopal has written a letter to the Director of the institute regarding "abusive behaviour and physical assault by policemen on resident on-duty doctors".#MadhyaPradeshpic.twitter.com/1KUfkvQpOK
— We For News (@WeForNews) April 9, 2020
डॉक्टर्स एसोसिएशन ने जताई नाराजगी
पुलिस की मारपीट में डॉ. रितुपर्ना के पैर और डॉ. युवराज सिंह के हाथ में चोट आई। इसके बाद भोपाल एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) ने घटना को लेकर नाराजगी जताई। संगठन ने डायरेक्टर को लिखे पत्र में कहा- डॉक्टर्स मुश्किल हालात में काम कर रहे हैं। ड्यूटी से घर जा रहे दो डॉक्टर्स से मारपीट करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। पुलिस का गैरजिम्मेदार व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कमलनाथ ने कहा- डॉक्टरों को सुरक्षा दें
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर घटना की निंदा की। उन्होंने प्रदेश सरकार से मामले की जांच कराने की मांग की। कमलनाथ ने ट्वीट किया- यह घटना बेहद शर्मनाक है। सरकार यह सुनिश्चित करे कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति ना हो। इसको लेकर निर्देश जारी किए जाएं।
पंचकूला में पुलिस टीम और आशा वर्कर पर हमला
पंचकूला की इंदिरा कॉलोनी में गुरुवार को कोरोना संक्रमण को लेकर सर्वे करने गई आशा वर्कर और पुलिस टीम पर लोगों ने हमला कर दिया। जानकारी के मुताबिक, कुछ युवकों ने सर्वे टीम से बात करने से मना कर दिया। जब पुलिसकर्मियों ने इसका विरोध किया तो युवकों के साथ स्थानीय लोगों ने टीम पर हमला बोल दिया। इसमें एक महिला घायल हो गई। बाद में पुलिस ने नौ में से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि पांच अभी भी फरार हैं। पकड़े गए आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
कन्नौज में सिपाहियों को भीड़ ने पीटा, बाइक तोड़ी
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में गुरुवार दोपहर को भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिसवाले झुंड में खड़े लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग की समझाइश देने गए थे। एक सिपाही ने भागकर अपनी जान बचाई। जबकि भीड़ की चपेट में आए दूसरे सिपाही की लोगों ने जमकर पिटाई की गई। भीड़ ने पुलिसवालों की बाइक भी तोड़ दी। एक हफ्ते में कन्नौज में पुलिस के साथ मारपीट का यह दूसरा मामला है। इससे पहले तीन अप्रैल को छत पर सामूहिक नमाज पढ़ने वालों को समझाने गई पुलिस पर पथराव हुआ था।