- प्रधानमंत्री मोदी की अपील के बाद पूरे देश ने 5 अप्रैल को रात 9 बजे, 9 मिनट घरों की लाइटें बंद कर दिए जलाए
- ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल की रिपोर्ट- इस हफ्ते दूरदर्शन सबसे ज्यादा देखा जाने वाला चैनल बना
- स्मार्टफोन पर टीवी देखने वालों में 13 प्रतिशत की वृद्धि, फिल्मों को सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है
नई दिल्ली. ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) की रिपोर्ट से सामने आया है कि 5 अप्रैल को रात 8:53 से 9:30 बजे के बीच देश में सबसे कम टीवी देखा गया। इन 37 मिनट में दर्शकों की संख्या 60% कम हो गई थी। यह वही वक्त था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर देशभर के लोगों ने अपने घरों की लाइटें बंद दी थीं। लोगों ने कोरोना के खिलाफ जंग में एकजुटता दिखाने के लिए छत, बालकनी, गेट को दीये, मोमबत्ती और मोबाइल की लाइट से रोशन किया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2015 के बाद यह पहली बार था जब टीवी दर्शकों की संख्या में इतनी ज्यादा गिरावट दर्ज हुई। वहीं, 3 अप्रैल को मोदी ने कोरोना पर एक वीडियो संदेश जारी किया था। इसे एक मिनट के अंदर 1 अरब लोगों ने देखा। इसी संदेश में मोदी ने देशवासियों से 5 अप्रैल को रात 9 बजे, 9 मिनट घरों की लाइटें ऑफ करने की अपील की थी।
लॉकडाउन में दर्शकों की संख्या 43% बढ़ी
बार्क और नीलसन मीडिया ने संयुक्त रूप से गुरुवार को “क्राइसिस कंजम्प्शन ऑन टीवी एंड स्मार्टफोन” की तीसरी रिपोर्ट जारी की। इसके मुताबिक भारत में लॉकडाउन के बाद से टीवी देखने वालों में 43 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह स्मार्टफोन पर टीवी देखने वालों में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। टीवी में सबसे ज्यादा फिल्मों को पसंद किया जा रहा है। इनमें 77 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
लंबे समय बाद दूरदर्शन की टीआरपी टॉप पर
रामायण, महाभारत, शक्तिमान जैसे कार्यक्रमों के दोबारा प्रसारण होते ही दूरदर्शन चैनल टीआरपी के मामले में टॉप पर पहुंच गया है। लगातार दूसरे हफ्ते डीडी नेशनल टॉप पर रहा। इसके पहले शनिवार सुबह 3 करोड़ 40 लाख लोगों ने दूरदर्शन पर रामायण देखी थी और उस दिन की रेटिंग 3.4 प्रतिशत रही थी। इसी दिन शाम के प्रसारण को 4 करोड़ 50 लाख लोगों ने देखा था। इस प्रसारण की रेटिंग 5.2 प्रतिशत रही थी। अगले दिन रविवार को दूरदर्शन पर रामायण देखने वालों की संख्या में वृद्धि हुई थी। सुबह 4 करोड़ और शाम को 5 करोड़ 10 लाख लोगों ने रामायण देखी थी। अब नॉन-प्राइमटाइम के दौरान भी टीवी दर्शकों में 81 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मतलब अब लोग तड़के सुबह से लेकर देर रात तक टीवी देखते हैं।