देश में कोरोना से मौत / महाराष्ट्र में यूएई से लौटे बुजुर्ग की जान गई, 14 दिन में 10 मौतें; इनमें से 7 को शुगर और ब्लडप्रेशर की समस्या थी
आंध्र प्रदेश में विदेशों से लौटने के बाद ट्रैवल हिस्ट्री छिपाने वाले लोगों की पहचान होगी, मेडिकल टीमें घर-घर जाकर जांच करेंगी उत्तराखंड सरकार का 100 बिस्तरों वाले अस्पतालों को निर्देश: 25% बिस्तर कोरोना संक्रमितों और संदिग्धों के लिए रखें
मुंबई/पटना. देश में कोरोनावायरस की स्थिति गंभीर होती जा रही है। संक्रमितों का आंकड़ा 512 पार कर गया। 14 दिन में संक्रमण से 10 लोगों की जान जा चुकी है। महाराष्ट्र में एक और व्यक्ति की मौत हो गई। उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्हें भी हाई ब्लडप्रेशर था। अब तक जिन 10 लोगों की जान गई है, उनमें से 7 को शुगर या ब्लडप्रेशर की समस्या थी।
अब तक 50 से कम उम्र वाले केवल एक व्यक्ति की जान गई
सोमवार को बंगाल में 57 साल के अधेड़ और हिमाचल में अमेरिका से लौटे निर्वासित तिब्बती की मौत हो गई। इससे पहले रविवार को मुंबई में 63 साल के एक मरीज की मौत हो गई थी। इसी दिन पटना में 38 वर्षीय मरीज और गुजरात के सूरत में 67 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई। सैफ डायबिटीज का मरीज था, उसकी किडनी भी खराब थी। 50 से कम उम्र में मौत का यह पहला केस है। सूरत में जिन बुजुर्ग की मृत्यु हुई, वे अस्थमा के मरीज थे। इससे पहले पटना में 38 साल के सैफ अली की मौत हो गई थी। मुंगेर का रहने वाला सैफ हाल ही में कतर से आया था। 20 मार्च को एम्स में भर्ती हुआ था।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा तीन मौतें
17 मार्च को मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में 64 साल के एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। 1 मार्च को पुणे के पति-पत्नी और उनकी बेटी दुबई से मुंबई लौटे थे। मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उन्होंने पुणे के लिए टैक्सी बुक की थी। पति-पत्नी और उनकी बेटी बाद में कोरोनावायरस से संक्रमित हो गए। बाद में उस उसी टैक्सी में ट्रैवल करने वाले 2 और लोग और ड्राइवर भी संक्रमित हो गए। इसके बाद 22 मार्च को भी महाराष्ट्र में एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसकी रिपोर्ट में संक्रमण का पता चला था।
तीन राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और ओडिशा ने अपने कई शहरों को लॉकडाउन किया है। देश के 577 जिले इस दायरे में आते हैं। वहीं, महाराष्ट्र, पंजाब, पुडुचेरी और राजस्थान में कर्फ्यू लगाने की घोषणा की गई है। मध्य प्रदेश के भोपाल और जबलपुर में सोमवार आधी रात से कर्फ्यू लागू कर दिया गया है।
दिल्ली पुलिस आयुक्त एस.एन. श्रीवास्तव: दिल्ली में जगह-जगह धारा 144 का उल्लंघन करते हुए पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि अभी तक परिस्थिति अच्छी ही रही है। #COVID19 pic.twitter.com/ZSD0gbv9vH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 24, 2020
अपडेट्स
- नोएडा में मंगलवार सुबह तक लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 1995 गाड़ियों का चालान काटा गया और 96 एफआईआर दर्ज की गई।
- दिल्ली के शाहिन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ धरना खत्म होने के बावजूद वहां बैठे कुछ लोगों को पुलिस ने मंगलवार सुबह हटाया। सोमवार को यहां पर किसी ने पेट्रोल बम भी फेंका था।
- उत्तराखंड सरकार ने राज्य के 100 बिस्तरों से ज्यादा वाले सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों को 25% बिस्तर कोरोनावायरस पॉजिटिव या संदिग्धों के लिए रखने का निर्देश दिया।
लोग लॉकडाउन के बीच जरूरी चीजें खरीदने बाहर निकले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन: नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल सभी संभावित #कोरोना वायरस रोगियों पर नजर रखे हुए है।सामुदायिक निगरानी के माध्यम से देश के 1,87,000 से अधिक लोगों की निगरानी की जा रही है। pic.twitter.com/ERE3est40r
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 24, 2020
लॉकडाउन के बीच मंगलवार सुबह लोग पंजाब और उत्तर प्रदेश में जरूरी चीजें खरीदने बाहर निकले। कुछ लोगों ने कहा कि सरकार को जरूरी चीजें खरीदने के लिए समय तय करना चाहिए, जिससे लोगों को दिक्कत न हो। वहीं केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को निर्देश दिया कि लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराएं। इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस बीच ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) और इसके सभी केंद्रों में ओपीडी सेवाएं अगले आदेश तक बंद कर दीं। मंगलवार रात 12 बजे से देश में सभी घरेलू उड़ानें बंद कर दी जाएंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोमवार को दोबारा अपील की थी कि लॉकडाउन को लोग गंभीरता से लें।
आंध्रप्रदेश में ट्रैवल हिस्ट्री छुपाने वालों की पहचान होगी
आंध्र प्रदेश सरकार ने ट्रैवल हिस्ट्री छुपाने वाले लोगों की पहचान करने के लिए मुहिम शुरू की है। इसके तहत कर्मचारी घर-घर जाकर विदेशों से लौटे लोगों को पता लगाएंगे। राज्य में 2.5 लाख वॉलंटियर्स को यह जिम्मेदारी दी गई है। हर वॉलंटियर को औसतन 50 घर सौंपे गए हैं। इस तरह एक करोड़ 38 लाख घरों की स्क्रीनिंग होगी। इस कैम्पेन से सरकार को विदेश से लौटे 10 हजार लोगों की पहचान करने में मदद मिलेगी। बाहर से आए लोगों में अभी 140 में कोरोनावायरस के लक्षण सामने आए हैं। 9860 लोगों की पहचान होना बाकी है। यह लोग 10 फरवरी के बाद आने वालों में शामिल हैं। सरकार इस अभियान का दायरा बढ़ा रही है। इसके तहत वॉलिंटियर्स को प्रत्येक घर तक जाकर पता लगाने की जिम्मेदारी दी गई है।