अच्छी ख़बर! कोरोना वायरस का टेस्ट अब प्राइवेट लैब्स में भी करा सकेंगे
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी ICMR ने जारी किए नोटिस के मुताबिक, NABL मान्यता जिन लैब्स को मिली हैं, उन्हीं को ये टेस्ट करने की परमीशन है. प्राइवेट लैब्स को COVID 19 के टेस्ट के लिए 4500 रुपये से ज्यादा चार्ज करने का आदेश नहीं हैं. इसमें 3000 रुपये टेस्ट के और 1500 रुपये स्क्रीनिंग के शामिल हैं. ICMR के मुताबिक, टेस्ट की फीस सब्सिडी रेट पर ली जा सकती है. औऱ नियम का उल्लंघन करने वाले पर कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है.
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. भारत में अभी तक इसके मामले 340 के पार पहुंच गए. और 6 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, लोगों के इलाज के लिए जहां पहले सरकारी अस्पतालों में सुविधा थी, अब सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों और लैब्स में भी कोरोना वायरस के टेस्ट की इजाजत दे दी है.
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी ICMR ने जारी किए नोटिस के मुताबिक, NABL मान्यता जिन लैब्स को मिली हैं, उन्हीं को ये टेस्ट करने की परमीशन है. प्राइवेट लैब्स को COVID 19 के टेस्ट के लिए 4500 रुपये से ज्यादा चार्ज करने का आदेश नहीं हैं. इसमें 3000 रुपये टेस्ट के और 1500 रुपये स्क्रीनिंग के शामिल हैं. ICMR के मुताबिक, टेस्ट की फीस सब्सिडी रेट पर ली जा सकती है. औऱ नियम का उल्लंघन करने वाले पर कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है.
ICMR notifies detailed guidelines for #Covid_19 testing by private labs.
Maximum cost should not exceed Rs 4,500 – Rs 1,500 for screening test for suspect cases & additional Rs 3,000 for confirmation test
ICMR, however, has urged free or subsidized testing by private labs pic.twitter.com/2alVhwoVG4
— PIB India (@PIB_India) March 22, 2020
ICMR ने कहा है कि मरीजों के सैंपल लेते समय बायोसेफ्टी और बायोसिक्योरिटी का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए. साथ ही मरीजों के लिए अलग से सैंपल कलेक्शन सेंटर बनाए जाने चाहिए. वहीं, प्राइवेट लैब्स घरों से सैंपल ले सकती हैं, जिससे मरीज दूसरों के कॉन्टैक्ट में न आएं और संक्रमित न हों. और इस टेस्ट में लैब स्टाफ ट्रेन्ड होना चाहिए.