यस बैंक घोटाला: CBI ने DHFL के प्रोमोटर्स को हिरासत में लिया

केन्द्रीय जांच ब्यूरों ने सतारा जिला प्रशासन को लिखा था कि उससे अनापत्ति प्रमाणपत्र लिये बिना वधावन सदस्यों को छोड़ा नहीं जाये. वधावन बंधुओं को कस्टडी में लेने से पहले CBI दोनों को कोर्ट में पेश करेगी. वधावन बंधुओं के खिलाफ जारी गैर-जमानती वॉरंट पर 5 मई तक रोक थी लेकिन अभी हाल में इसे रद्द कर दिया गया.

नई दिल्ली. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने यस बैंक घोटाला मामले में डीएचएफएल (Dewan Housing Finance Corporation) के प्रवर्तक कपिल वधावन और RKW डेवलपर्स के प्रवर्तक धीरज वधावन को महाबलेश्वर से हिरासत में ले लिया. अधिकारियों ने रविवार को इसकी जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि दोनों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट लेने की प्रक्रिया चल रही है.

7 मार्च से ही फरार थे
उन्होंने बताया कि वधावन बंधु यस बैंक के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी राणा कपूर एवं अन्य के खिलाफ रिश्वतखोरी के मामले में दर्ज सीबीआई की प्राथमिकी आरोपी हैं. एजेंसी का आरोप है कि उनके खिलाफ सात मार्च को मामला दर्ज होने के बाद दोनों फरार चल रहे थे.

दोनों को इस महीने की शुरुआत में सतारा पुलिस ने लॉकडाउन के निर्देशों का उल्लंघन करने के मामले में हिरासत में लिया था. उन्हें जिला प्रशासन ने महाबलेश्वर में पृथक रखा हुआ था.

केन्द्रीय जांच ब्यूरों ने सतारा जिला प्रशासन को लिखा था कि उससे अनापत्ति प्रमाणपत्र लिये बिना वधावन सदस्यों को छोड़ा नहीं जाये. वधावन बंधुओं को कस्टडी में लेने से पहले CBI दोनों को कोर्ट में पेश करेगी. वधावन बंधुओं के खिलाफ जारी गैर-जमानती वॉरंट पर 5 मई तक रोक थी लेकिन अभी हाल में इसे रद्द कर दिया गया.

मुंबई में गिरफ्तार होने के डर से महाबलेश्वर गए थे
बताया जा रहा है कि वधावन बंधु 8 मार्च से ही सीबीआई और ईडी से छिप रहे थे. यस बैंक मामले में पूछताछ के लिए दोनों एजेंसियां इनकी तलाश कर रही थीं. वधावन बंधु खंडाला के एक गेस्ट हाउस में छिपे थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से इनको गेस्ट हाउस छोड़कर महाबलेश्वर जाना पड़ा था. इनको यह डर था कि अगर मुंबई गए तो गिरफ्तार हो जाएंगे, इसलिए ये महाबलेश्वर की तरफ निकल गए थे. दरअसल, ईडी ने 8 मार्च को राणा कपूर को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए वधावन बंधु खंडाला निकल गए थे और एक गेस्ट हाउस में छिप गए थे.

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