आम आदमी के लिए बड़ी खबर: Loan Moratorium के बाद आई लोन रिस्ट्रक्चरिंग स्कीम पर RBI का बड़ा ऐलान
लोन की रिस्ट्रक्चरिंग (Loan Restructuring) को लेकर बड़ा ऐलान किया है. RBI ने कहा कि 1 मार्च 2020 तक बिना डिफॉल्ट वाले खाते को ही कोरोना महामारी से जुड़ी स्कीम ढांचे के तहत रिस्ट्रक्चरिंग का पात्र माना जाएगा.
RBI ने बयान में कहा कि देशभर में फैले कोरोना वायरस के बीच सरकार ने 1 मार्च 2020 तक 30 दिनों से अधिक के लिए लोन अकाउंट था, लेकिन बाद में इसको नियमित रूप से लागू कर दिया गया था. क्योंकि Loan Restructuring केवल उन योग्य लोगों के लिए लागू है जिन्हें 1 मार्च, 2020 तक मानक के रूप में बांटा गया था हालांकि, ऐसे अकाउंट्स को 7 जून, 2019 को विवेकपूर्ण ढांचे के तहत हल किया जा सकता है.
लोन रिस्ट्रक्चरिंग प्लान के योग्य हैं या नहीं
बता दें अगर आप ये पता लगाना चाहते हैं कि आप लोन रिस्ट्रक्चरिंग प्लान के योग्य हैं या नहीं तो इसके लिए आपको अपने रिकैलकुलेटेड EMI अमाउंट, लोन रीपेमेंट पीरियड और संभावित इंटरेस्ट इत्यादि के बारे में जानकारी होनी चाहिए.
SBI ने किया था ऐलान
बता दें हाल ही में उधारकर्ताओं पर कोविड-19 महामारी के असर को कम करने के लिए भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने हाल ही में लोन रिस्ट्रक्चरिंग (Loan Restructuring) का ऐलान किया था. इसके अलावा कई अन्य बैंक भी RBI के दिशानिर्देशानुसार अपना-अपना लोन रिस्ट्रक्चरिंग प्लान ला सकते हैं.
Loan Restructuring से पहले करें विचार
बता दें लोन रिस्ट्रक्चरिंग को लेने से पहले अच्छी तरह सोचे-समझे उसके बाद ही कुछ फैसला लें. बिना होम लोन, एजुकेशन लोन, ऑटोमोबाइल लोन या पर्सनल लोन को रिस्ट्रक्चर करने का ऑप्शन चुनने से नुकसान भी हो सकता है.