आरबीआई की प्रेस कॉन्फ्रेंस, गवर्नर ने कहा- यह सबसे काला दौर है और हमें उजाले की तरफ देखना है
इकोनॉमी को वापस पटरी पर लाने के लिए आरबीआई (Reserve Bank of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikant Das) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया की साल 2020 ग्लोबल इकोनॉमी के लिए सबसे खराब रहने वाला है.
नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी संकट की वजह से देश में चल रहे लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा है. ऐसे में इकोनॉमी को वापस पटरी पर लाने के लिए आरबीआई (Reserve Bank of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikant Das) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि RBI कोरोना वायरस को लेकर सतर्क है. इस तरह के माहौल से RBI करीब से निगरानी कर रहा है.
RBI में मैं अपनी 150 ऑफिसर, स्टाफ की टीम की सराहना और शुक्रियादा करना चाहूंगा, जो क्वारंटाइन में अपने परिवार से दूर हैं और 24 घंटे काम पर हैं ताकि जरूरी सेवाएं चलती रहें: RBI गवर्नर शक्तिकांत दास #CoronavirusLockdown pic.twitter.com/w8TlUgBq4L
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 17, 2020
2020 ग्लोबल इकोनॉमी के लिए सबसे बड़ी मंदी का साल है.G-20 देशों में भारत की स्थिति बेहतर रहेगी. इन सब के बीच बैंकिंग कारोबार सामान्य बनाए रखने की कोशिशे जारी है. कोरोना वायरस का असर IIP पर असर फरवरी आंकड़ों के बाद दिखेगा.
शक्तिकांत दास ने कहा कि देश के मौजूदा समय में विदेशी मुद्रा का पर्याप्त भंडार है. हालांकि, मार्च में देश के एक्सपोर्ट की हालात बेहद खराब रही है.
आपको बता दें कि इससे पहले मोदी सरकार ने कोरोना के कहर से अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का एलान किया था.
भारत उन मुट्ठी भर देशों में है जहां सकारात्मक ग्रोथ रेट दिखी है जो 1.9 प्रतिशत के आसपास है, IMF के अनुमान के मुताबिक ये G20 अर्थव्यवस्थाओं में सबसे ज्यादा है: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास #CoronavirusLockdown https://t.co/KYms8IDv3e
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 17, 2020
वहीं, RBI ने मार्च के अंत में ब्याज दरों (रेपो रेट) में 0.75 फीसदी कटौती का ऐलान किया. अब यह घटकर 4.4 फीसदी पर आई गई है. इसके बाद ही आम लोगों की EMI में कमी आई है. इसके अलावा बैंकों ने तीन महीने तक EMI नहीं चुकाने की छूट भी ग्राहकों को दी है.