RBI ने नए वित्‍त वर्ष में दिया सस्‍ता घर खरीदने का मौका! जारी की नई औसत आधार दर, होम लोन ग्राहकों को मिलेगा फायदा

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 5 बड़े कमर्शियल बैंकों की औसत आधार दर (ABR) जारी की है. इससे उन होम लोन ग्राहकों को सीधा फायदा मिलेगा, जिन्‍होंने एनबीएफसी (NBFC) या एमएफआई (MFI) से फ्लोटिंग रेट पर होम लोन लिया है या अब लेने के बारे में सोच विचार कर रहे हैं. औसत आधार दर में बदलाव से होम लोन (Home Loan) या कंज्‍यूमर लोन (Consumer Loan) ग्राहकों की ईएमआई पर सीधा असर पड़ता है.

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नई दिल्ली. रिजर्व ऑफ इंडिया (RBI) ने अपने घर का सपना देखने वालों को नए वित्त वर्ष में खुश होने का मौका दिया है. साथ ही आरबीआई के इसी फैसले से उन लोगों को भी फायदा मिलेगा, जिन्होंने नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनीज (NBFCs) या फिर माइक्रोफाइनेंस संस्थाओं (MFIs) से लोन लिया है. वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही से ही ऐसे ग्राहकों को कम ब्याज चुकाना होगा. इसका फायदा नए ग्राहकों को भी मिलेगा और उन पुराने ग्राहकों को भी मिलेगा, जिन्होंने फ्लोटिंग रेट पर लोन लिया है.

औसत आधार दर में हुई 0.15 फीसदी की गिरावट

रिजर्व बैंक की तरफ से नया औसत आधार दर जारी की गई है. यह देश के 5 बड़े कमर्शियल बैंकों का एवरेज बेस रेट है. इन बैंकों का एवरेज बेस रेट 31 मार्च 2021 को खत्म हुई तिमाही के दौरान 0.15 फीसदी गिरा है. पहले यह दर 7.96 फीसदी थी, जो अब कम होकर 7.81 फीसदी हो गई है. दो साल में एवरेज बेस रेट करीब 1.40 फीसदी तक गिरा है, जो 30 जून 2019 को 9.21 फीसदी हुआ करता था. इससे अपना मकान या फ्लैट खरीदने की इच्‍छा रखने वाले या खरीद चुके लोगों को होम लोन में फायदा मिलेगा.

होम लोन ग्राहकों की ईएमआई पर पड़ता है असर
आरबीआई हर तिमाही के आखिर में औसत आधार दर के आंकड़े जारी करती है, जो एनबीएफसी और एमएफआई के लिए बेंचमार्क रेट का काम करती हैं. आमतौर पर एनबीएफसी और एमएफआई की ब्याज दरें ज्‍यादा होती हैं, जिसके चलते रिजर्व बैंक ने ये विशेष व्यवस्था की है. आरबीआई 5 बड़े कमर्शियल बैंकों का एवरेज बेस रेट जारी करता है, जो एनबीएफसी और एमएफआई के लिए बेंचमार्क रेट होता है. औसत आधार दर में बदलाव से होम लोन (Home Loan) या कंज्‍यूमर लोन (Consumer Loan) ग्राहकों की ईएमआई पर सीधा असर पड़ता है.

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