लॉकडाउन के बीच बड़ा फैसला- महीने 10 हजार रुपये प्रति महीना की गारंटीड कमाई वाली स्कीम में लगा सकते हैं पैसा

केंद्र सरकार यह एक खास स्कीम है, जिसमें 8 फीसदी की गारंटीड रिटर्न मिलता है. रिटर्न की रकम इस बात पर भी निर्भर करती है कि इस किस अंतराल पर लिया जाता है. सरकार ने इस स्कीम की अवधि को 3 साल के लिए बढ़ाकर 31 मार्च 2023 कर दिया है.

नई दिल्ली. बीते दिन केंद्रीय कैबिनेट (Union Cabinet Approval) की बैठक में प्रधानमंत्री व्यय वंदना योजना (PMVVY) की अवधि को अगले 3 साल के लिए बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. इसके पहले इस योजना की अवधि 31 मार्च 2020 को समाप्त हो गई थी. लेकिन, अब इस मंजूरी के बाद पीएम व्यय वंदना योजना की अवधि 31 मार्च 2023 तक हो गई है. प्रधानमंत्री व्यय वंदना योजना (Pradhan Mantri Vaya Vandana Yojana) वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक स्कीम है, जिसके तहत मासिक पेंशन का विकल्प मिलता है. इस स्कीम के तहत वरिष्ठ नागरिकों को 10 साल तक एक तय दर से गारंटीड पेंशन मिलता है.आएइ जानते हैं इस स्कीम के बारे में जरूरी बातें कि कैसे इसका फायदा लिया ज सकता है.

1.50 लाख रुपए जमा करना जरूरी
इस योजना के तहत एक बार एकमुश्त रकम जमा करवानी पड़ती है. यह रकम कम-से-कम 1.50 लाख और ज्यादा-से-ज्यादा 15 लाख रुपये हो सकती है. पेंशनर को यह अधिकार होगा कि वह ब्याज की रकम या तो पेंशन के रूप में या एकमुश्त ले.

8 फीसदी का मिलता है रिटर्न

PMVVY के तहत जमा रकम पर 8 से 8.30 फीसदी सालाना का निश्चित रिटर्न मिलता है. ब्याज की दर इस बात पर निर्भर करती है कि पेंशनर मासिक, तिमाही, छमाही या वार्षिक, किस क्रम में पेंशन की रकम लेगा. हर महीने पेंशन लेनेवालों को 8% का ब्याज जबकि सालाना पेंशन लेने पर 8.30% का ब्याज मिलेगा.

कौन ले सकता है इस स्कीम का लाभ
पीएमवीवीवाई 60 साल और उससे अधिक उम्र के नागरिकों के लिए है. इस योजना के तहत 10 साल तक 8% के निश्चित सालाना रिटर्न की गारंटी के साथ पेंशन सुनिश्चित होती है. निवेश सीमा बढ़ने से वरिष्ठ नागरिकों को प्रति माह अधिकतम ₹10 हजार जबकि न्यूनतम ₹1,000 पेंशन प्रतिमाह मिलने की गारंटी मिल गई है.

रिटर्न की गारंटी
पेंशन के रूप में ब्याज की ही रकम मिलती है. इसे ऐसे समझें कि अगर आपने 15 लाख रुपये जमा कर दिए तो 8% की दर से इस पर साल का 1 लाख 20 हजार रुपये ब्याज मिलेगा. ब्याज की यही रकम मासिक तौर पर 10-10 हजार रुपये, हर तिमाही में 30-30 हजार रुपये, साल में दो बार 60-60 हजार रुपये या साल में एक बार एकमुश्त 1 लाख 20 हजार रुपये पेंशन के रूप में दे दी जाती है.

अंतर सिर्फ इतना है कि दूसरे जमा पर ब्याज की दर की समीक्षा सरकार हर तिमाही में करती है, जबकि पीएमवीवीवाइ पर ब्याज की दर कम-से-कम 8% निश्चित है. ध्यान रहे कि तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर पेंशन लेने का विकल्प चुनते हैं तो इसके मुताबिक आपको 15,000 लाख से कम रुपये जमा कराने होंगे. जैसा का ऊपर बताया जा चुका है.

क्या हैं शर्तें?
>> कम-से-कम 60 साल की उम्र पूरी कर ली हो.
>> 60 साल के बाद उम्र की कोई अधिकतम सीमा नहीं.
>> पॉलिसी टर्म- 10 वर्ष.
>> कम से कम पेंशन- ₹1000 प्रति माह, 3000 रुपये प्रति तिमाही, 6000 रुपये प्रति छमाही, 12000 रुपये प्रति वर्ष.
>> अधिकतम पेंशन- ₹10000 प्रति माह, 30000 रुपये प्रति तिमाही, 60000 रुपये प्रति छमाही, 1 लाख 20 हजार रुपये प्रति वर्ष.

कैसे करें आवेदन?
केंद्र सरकार की इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको एक फॉर्म भरना होगा. इस फॉर्म के साथ जरूरी डॉक्युमेंट्स अटैच करने की जरूरी पड़ती है. वरिष्ठ नागरिक ऑनलाइन भी इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं.

एक परिवार को 10,000 से ज्यादा पेंशन नहीं
इस स्कीम की संचालक LIC की वेबसाइट के मुताबिक, पेंशन की अधिकतम सीमा एक पेंशनर नहीं बल्कि उसके पूरे परिवार पर लागू होती है. मतलब, प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के तहत एक परिवार से जितने भी लोग पेंशन प्लान लेंगे, उन सबको मिलनेवाली पेंशन की रकम मिलाकर 10,000 रुपये से ज्यादा नहीं होगी. पेंशनर के परिवार में पेंशनर के अलावा जीवनसाथी और उनके आश्रित शामिल हैं.

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