नई दिल्ली. कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) के CEO उदय कोटक ने वित्त वर्ष 2020-21 में सैलरी नहीं लेने का फैसला किया है. उन्होंने कहा है कि वो पूरे एक साल केवल 1 रुपया ही वेतन के रूप में लेंगे. कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) से होने वाले नुकसान को देखते हुए कोटक ने यह फैसला लिया है. उदय कोटक के अलावा इस ग्रुप के टॉप लीडरशिप टीम ने भी अपनी सैलरी में 15 फीसदी तक कटौती करने का फैसला लिया है. कोटक महिंद्रा बैंक ने गुरुवार को एक बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी है.
बयान में कहा गया, ‘कोटक महिंद्रा बैंक ने घोषणा कर रहा है कि ग्रुप के टॉप लीडरशिप टीम एकजुट होकर सहायतापूर्ण रूप से अपनी सैलरी में 15 फीसदी कटौती करने का फैसला लिया है. यह कटौती वित्त वर्ष 2021 के लिए होगी.’ इस बयान में यह भी कहा गया कि उदय कोटक ने व्यक्तिगत तौर पर अपनी सैलरी के रूप में केवल 1 रुपया ही लेने का फैसला किया है.
पीएम केयर्स फंड में भी किया डोनेट
ग्रुप ने कोरोना वायरस की मौजूदा संकट में अन्य तरह की मदद और सुविधाएं मुहैया कराने के बारे में भी जानकारी दी है. कोटक महिंद्रा बैंक ने पीएम केयर्स फंड (PM CARES Fund) में 25 करोड़ रुपये दान देने के बारे में भी जानकारी दी है. इस ग्रुप ने महाराष्ट्र मुख्यमंत्री राहत कोष में भी 10 करोड़ रुपये जमा किया है. वहीं, उदय कोटक भी व्यक्तिगत रूप से इस फंड में 25 करोड़ रुपये डोनेट करेंगे.
लॉकडाउन से दिहाड़ी मजदूर परेशान
बता दें कि 14 अप्रैल तक देशभर में लॉकडाउन है. इस दौरान सभी गैर—जरूरी सेवाओं के अलावा अन्य सभी सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई है. लॉकडाउन के बाद बड़े स्तर पर दिहाड़ी पर काम करने वाले मजदूरों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है. आज शाम तक देशभर में COVID-19 संक्रमण के कुल 6,000 के करीब मामले सामने आ चुके हैं. इस संक्रमण से अब तक कुल 166 लोगों की मौत हो चुकी है.