अब इन 4 स्टेशनों का होगा प्राइवेटाइजेशन, मिलेंगी सभी आधुनिक सुविधाएं

रेलवे में निजी क्षेत्र (Railway PPP Model) का रोल बढ़ने जा रहा है. इसी कड़ी में स्टेशन रि-डवलपमेंट योजना के तहत नागपुर, ग्वालियर, चंडीगढ और साबरमती रेलवे स्टेशन के लिए कुछ कंपनियों को शॉर्टलिस्ट किया है.

नई दिल्ली. रेलवे स्टेशनों (Railway Stations) को आधुनिक बनाने के लिए रेलवे ने स्टेशन रि-डवलपमेंट योजना के तहत नागपुर, ग्वालियर, चंडीगढ और साबरमती रेलवे स्टेशन के लिए कुछ कंपनियों को शॉर्टलिस्ट किया है, इस पर आज चेयरमैन रेलवे बोर्ड प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने वाले है.सीएनबीसी- आवाज के पास उन कंपनियों की एक्सक्लूसिव लिस्ट है जो बोली जीतने की रेस में सबसे आगे हैं. स्टेशन डेवलपमेंट के लिए कई कंपनियां चुनी गईं है. आज रेलवे बोर्ड के चेयरमैन की प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी. 26 जून को RFQ यानी Request for Quotation जारी किया गया था.

चुनी गई कंपनियां-स्टेशन डेवलपमेंट के लिए कई कंपनियां चुनी गईं है जिसमें Kalpataru Power Transmission Ltd, Gmr Buiness & Consultancy Llp, G R Infra Project Ltd
Monte Carlo.Ltd, Isq Asia Infrastructure Investments, kalyan Toll Infrastructure Ltd और Cube Construction Engineering शामिल है.

इन रेलवे स्टेशनों  का होगा रि-डवलपमेंट-नागपुर, ग्वालियर, चंडीगढ और साबरमती रेलवे स्टेशनों का रीडेवलपमेंट होगा.

रेलोपोलिस के रूप में विकसित किए जाएंगे ये स्टेशन-रेलवे अपने चुनिंदा स्टेशनों को हवाई अड्डे की तरह विकसित करना चाहता है, जिसे रेलोपोलिस नाम दिया गया है. इन स्टेशनों में रियल एस्टेट का हब भी विकसित किया जाएगा. वहां आवासीय फ्लैट तो होंगे ही, वहां मॉल और शैक्षणिक संस्थान भी बनाये जाएंगे.

IRSDC एक जॉइंट वेंचर है-इंडियन रेलवे स्टेशन डिवेलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड RLDA (Rail Land Development Authority) और IRCON की जॉइंट वेंचर कंपनी है, जिसमें वर्तमान में 50-50 फीसदी मालिकाना हक है . RITES के भी जल्द ही 24% इक्विटी के साथ एक अन्य प्रमोटर के रूप में शामिल होने की संभावना है . RITES और IRCON संयुक्त रूप से 50% इक्विटी धारण करेंगे.

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