ओपन मार्केट में भी मिलेगी सीरम इंडिया की कोराना वैक्‍सीन! जानें कितनी होगी एक डोज की कीमत

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदर पूनावाला (CEO Adar Poonawala) ने कहा था कि भारत के निजी बाजार (Private Market) में उनकी कोरोना वैक्‍सीन की कीमत (Corona Vaccine Price) 1,000 रुपये प्रति डोज होगी, लेकिन ज्‍यादा मात्रा में खरीदने वाली सरकारें इसे कम कीमत पर भी हासिल कर सकती हैं. अब माना जा रहा है कि कंपनी कोरोना वैक्सीन की एक खुराक (Per Dose Price) महज 250 रुपये में बेच सकती है.

नई दिल्‍ली. कोविड-19 के बढ़ते मामलों के साथ ही लोगों में कोरोना वैक्‍सीन (Coronavirus Vaccine) को लेकर बेसब्री भी बढ़ती जा रही है. इस समय भारत में 8 कोरोना वैक्‍सीन अलग-अलग चरण में हैं. अब हर दिन कोरोना वैक्सीन को लेकर पॉजिटिव खबर आ रही हैं. इसी क्रम में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और केंद्र सरकार के बीच वैक्सीन की कीमत (Corona Vaccine Price) तय करने के लिए एक कॉन्ट्रैक्ट साइन होने जा रहा है. इसमें वैक्‍सीन की कीमत 250 रुपये प्रति खुराक (Dose) की दर पर तय होने की उम्‍मीद की जा रही है. बता दें कि पहले एसआईआई के सीईओ अदर पूनावाला (CEO Adar Poonawala) ने कहा था, ‘भारत के निजी बाजार (Private Market) में वैक्सीन की कीमत 1,000 रुपये प्रति खुराक तक हो सकती है.’

बड़ा कॉन्‍ट्रैक्‍ट करने पर सरकारें कम कीमत पर खरीद सकती हैं वैक्‍सीन

सूत्रों के मुताबिक, सरकार को कोरोना वैक्सीन की बड़े पैमाने पर आपूर्ति (Supply) के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से काफी उम्मीद है. कंपनी ने औपचारिक आवेदन देकर एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) की वैक्सीन कोविशील्ड के इमरजेंसी इस्‍तेमाल की मंजूरी मांगी है. कीमत को लेकर पहले अदर पूनावाला ने कहा था कि भारत के खुले बाजार (Open Market) में वैक्सीन की कीमत 1,000 रुपये प्रति खुराक होगी. साथ ही कहा था कि ज्यादा मात्रा में सप्लाई के लिए कॉन्ट्रैक्ट करने वाली सरकारें इसे कम कीमत पर भी खरीद सकती हैं. पूनावाला यह भी कह चुके हैं कि वैक्सीन सप्लाई के लिए कंपनी की लिस्ट में पहला नंबर भारत का ही है.

पहले भारतीयों के लिए वैक्‍सीन की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी सीरम इंडिया

अदर पूनावाला ने कहा था कि सीरम इंडिया दूसरे देशों में वैक्सीन की सप्लाई से पहले भारतीयों के लिए इसकी आपूर्ति सुनिश्चित करने पर ज्यादा जोर देगी. सीरम इंडिया ने ब्रिटेन की दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ भारत में कोविशील्ड वैक्सीन के ट्रायल के लिए भागीदारी की है. सीरम इंडिया ने कहा है कि क्लीनिकल ट्रायल के चार डाटा के मुताबिक कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए कोविशील्ड काफी असरदार है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि फाइजर और एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी देने के लिए समीक्षा की जा रही है. बता दें कि कोविड-19 के 97,03,770 मामलों के साथ अमेरिका के बाद भारत दूसरे नंबर पर है.

कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ देश में 8 कंपनियां कोविड वैक्सीन विकसित करने में लगी हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी दी. बता दें कि मार्च के बाद ज्यादातर देशों ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के सहारे वायरस संक्रमण पर नियंत्रण पाने की कोशिश की, लेकिन मंगलवार को ब्रिटेन में पहली बार ट्रायल के बाहर एक 90 वर्षीय महिला को कोरोना वायरस वैक्सीन का पहला टीका लगाया गया. ऐसे में महत्वपूर्ण हो जाता है कि भारत में वैक्सीन का टीका कब मिलेगा और उसके विकास का काम कहां तक पहुंचा. आइए जानते हैं कि किस स्टेज में है कौन सी वैक्सीन…

1. कोविशील्ड वैक्सीन चिम्पैंजी के एडेनोवायरस पर आधारित है, जिसे पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर विकसित कर रही है. कंपनी की ये वैक्सीन ट्रायल के अपने दूसरे और तीसरे चरण में है. कंपनी ने भारत में इमरजेंसी यूज के लिए अप्लाई किया है.

2. कोवाक्सिन कोरोना वायरस के इनएक्टिवेटेड वायरस पर आधारित है. इसे हैदराबाद स्थित भारत बॉयोटेक, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के साथ मिलकर बना रही है. कोवाक्सिन ट्रायल के तीसरे चरण में है. कंपनी ने इमरजेंसी यूज के लिए भी अप्लाई कर रखा है.

3. जाइकोव-डी डीएनए आधारित कोरोना वायरस वैक्सीन है, इसे अहमदाबाद की कैडिला हेल्थकेयर, बॉयोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के साथ मिलकर बना रही है. वैक्सीन ट्रायल के तीसरे दौर में है.

4. रूस की स्पूतनिक-V वैक्सीन ह्यूमन (मानव) एडेनोवायरस पर आधारित वैक्सीन है. रूस की गमालेया नेशनल सेंटर के साथ मिलकर भारत में हैदराबाद स्थित डॉ. रेड्डीज लैब विकसित कर रही है. वैक्सीन के ट्रायल का दूसरा चरण पूरा हो चुका है. अगले सप्ताह से तीसरा चरण शुरू होगा.

5. NVX-CoV2373 वैक्सीन प्रोटीन के सब यूनिट पर आधारित है और इसे नोवावैक्स के साथ मिलकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया विकसित कर रहा है. भारत में इसके तीसरे चरण के ट्रायल की तैयारियां चल रही हैं.

6. Recombinant Protien Antigen आधारित कोरोना वायरस वैक्सीन को हैदराबाद की कंपनी बॉयोलॉजिकल ई लिमिटेड, एमआईटी यूएसए के साथ मिलकर तैयार कर रही है. इस वैक्सीन का जानवरों पर ट्रायल पूरा हो चुका है. वैक्सीन अपने ह्यूमन ट्रायल के पहले और दूसरे चरण में है, जिसकी शुरुआत हो चुकी है.

7. HGCO 19 वैक्सीन mRNA आधारित वैक्सीन है, जिसे पुणे की कंपनी Genova अमेरिकी कंपनी HDT के मिलकर विकसित कर रही है. जानवरों पर इस वैक्सीन का ट्रायल पूरा हो चुका है. ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल का पहला और दूसरा चरण अभी शुरू होने वाला है.
8. Inactivated rabies vector platform नाम की इस कोरोना वायरस वैक्सीन को हैदराबाद की भारत बॉयोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड अमेरिका की थॉमस जैफरसन यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर बना रही है. वैक्सीन अपने प्री-क्लिनिकल (एडवांस्ड) स्टेज में है.

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