आरा में कन्हैया के काफिले पर पथराव, भागते समय गाड़ियों ने कई लोगों को कुचला, देखें Video

सभा करने के लिए जा रहे थे कन्हैया कुमार, अचानक हुए पथराव में कई लोग घायल, वहीं जान बचाने के लिए भागने के दौरान काफिले की गाड़ियों की चपेट में आए कई लोग.

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आरा. जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार (Kanhiya Kumar) के काफिले पर एक बार फिर पथराव हो गया. गजराजगंज के बामपाली गांव के पास जैसे ही कन्हैया कुमार के काफिले पर पथराव हुआ, काफिले में मौजूद गाड़ियां बेतहाशा भगाई गईं. इस दौरान गाड़ियों की चपेट में कई मोटरसाइकिल सवार और पैदल यात्री इसकी चपेट में आ गए. गौरतलब है कि कन्हैया कुमार की सभा रमना मैदान में होनी थी और इसी के चलते कई गाड़ियों के काफिले के साथ वे वहां जा रहे थे. इसी दौरान अचानक उनकी गाड़ियों पर पथराव होना शुरू हो गया. इस दौरान गाड़ियां रुक गईं, जिसके बाद पथराव तेजी से बढ़ गया. काफिले में मौजूद लोगों ने भी उपद्रवियों पर पत्‍थर फेंके.

जान बचाकर भागे कन्हैया कुमार
पथराव न रुकता देख कन्हैया कुमार और उनके साथ मौजूद अन्य लोग जान बचाकर वहां से भागे. इस दौरान उनकी गाड़ियों की चपेट में कई मोटरसाइकिल सवार और पैदल यात्री आ गए. हालांकि अभी घायलों की संख्या के बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है. वहीं सूचना पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है.

पहले भी हो चुका है पथराव
कन्हैया कुमार के काफिले पर पहले भी हमला किया जा चुका है. इससे पहले मधेपुरा जिले के पास आात लोगों ने उनकी गाड़ियों पर पथराव कर दिया था. इससे 24 घंटे पहले भी उनकी गाड़ियों पर पथराव हुआ था. हालांकि इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ था. वहीं इन हमलों के बाद भाकपा के राज्य सचिवव सत्यनारायण सिंह ने एक बयान जारी कर इस हमले के लिए आरएसएस और बीजेपी समर्थित लोगों का हाथ बताया था. साथ ही उन्होंने कहा था कि यदि सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है तो जल्द ही आंदोलन किया जाएगा.

मारपीट का भी लगा था आरोपवहीं सुपौल में ही एक युवक ने कन्‍हैया कुमार पर मारपीट का आरोप लगाया था. इस घटना के बाद कन्हैया कुमार ने ट्वीट कर कहा था कि, इस हमले में हमारे एक ड्राइवर साथी को गंभीर चोट आई है और कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं. बाकी हम सभी साथी सुरक्षित हैं.

एक फरवरी को सारण में हुआ था हमला
कन्हैया इन दिनों संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के विरोध में राज्यव्यापी यात्रा पर हैं. इससे पहले एक फरवरी को सारण जिले में कन्हैया के काफिले पर हमला हुआ था.

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