पटना. अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर कवायद तेज हो गई है. अब इसको लेकर जल्द ही केंद्र सरकार की ओर से गठित ट्रस्ट की पहली बैठक 19 फरवरी को दिल्ली में होने जा रही है. इस बैठक में राम मंदिर निर्माण को शुरू करने की तारीख को लेकर अहम फैसला हो सकता है. इस बात की जानकारी इस ट्रस्ट में बिहार के एकमात्र सदस्य कामेश्वर चौपाल ने दी. इस ट्रस्ट में कामेश्वर के अलावा देशभर से 14 सदस्य और हैं.
कई बातों से तय होगा निर्माण का समय
ट्रस्ट का सदस्य चुने जाने के बाद पहली बार बिहार पहुंचे कामेश्वर चौपाल ने कहा कि भव्य और दिव्य राममन्दिर निर्माण के लिए एक्सपर्ट, ज्योतिष के प्रस्ताव पर काल गणना के आधार पर राममन्दिर निर्माण का कुल समय तय हो सकेगा. उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि अयोध्या में बनने वाला मन्दिर अद्भुत और आकर्षक हो. गुजरात के आर्किटेक्ट के प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार करने की बात कहते हुए कामेश्वर चौपाल ने कहा कि इस पर 30 सालों से काम चल रहा है और उसको छोड़ना असम्भव है. चौपाल ने कहा कि सोमपुरा देश के बेहतरीन आर्किटेक्ट है, उनकी देखरेख में कई बड़े मंदिर बने हैं, इसमें भी उनकी काफी सहायता मिल रही है. इसके अलावा भी कोई प्रस्ताव आएगा तो उस पर गम्भीरता से विचार किया जाएगा.
सभी निर्माण में आगे आएं
राममन्दिर ट्रस्ट में शामिल नहीं होने पर कई लोगों की नाराजगी पर कामेश्वर चौपाल ने कहा कि ट्रस्ट ऐसे सभी लोगों से माफी मांगता है और अनुरोध करता है की अपनी नाराजगी दूर कर ऐसे सभी लोग राममन्दिर के निर्माण में लग जाएं. इसका कारण है कि सभी का लक्ष्य राम मंदिर निर्माण है. चौपाल ने कहा कि वे अपने को सौभाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें राममन्दिर निर्माण के लिये गठित ट्रस्ट का सदस्य बनाया गया है. बिहार के सुपौल जिले से ताल्लुक रखने वाले कामेश्वर चौपाल ने कहा कि उन्होंने दलित होने की वजह भले ही 1989 में राममन्दिर के शिलान्यास में पहली ईंट रखी हो लेकिन ट्रस्ट के सदस्य बनाये जाने को वो संत परम्परा के प्रत्ति अनुराग का परिणाम मानते हैं.