बिहार विधानसभा चुनाव: फैसले का दिन आज, नेताओं की बढ़ी धड़कन, रुझान 10 बजे से
कुल 3733 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होना है. सुबह 8 बजे से ही गिनती शुरू हो जाएगी. पहले डाक मतपत्रों की गिनती होगी, फिर 8:30 बजे से इवीएम के वोटों की. तकरीबन 10 बजे के बाद रुझान आने शुरू हो जाएंगे.
पटना. दो महीने की लंबी चुनावी प्रक्रिया और मंथन के बाद मतदाताओं ने जो फैसला सुनाया है, अब उसकी अभिव्यक्ति की बारी है. मंगलवार को बिहार की जनता का फैसला आएगा कि वह किसके सिर पर ताज रखने वाली है. विभिन्न दलों के कुल 3733 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होना है. सुबह 8 बजे से ही गिनती शुरू हो जाएगी. पहले डाक मतपत्रों की गिनती होगी. 8:30 बजे से इवीएम के वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी. करीब 10 बजे के बाद रुझान आने शुरू हो जाएंगे.
55 मतगणना भवनों में होगा 3,733 प्रत्याशियों की हार-जीत का ऐलान
निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, सभी जिलों के निर्वाचन पदाधिकारियों ने मतगणना की सभी प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली हैं. राज्य भर में 55 भवनों में मतगणना की तैयारी की गई है. चार जिलों में तीन-तीन भवनों में मतगणना होगी. ये जिले हैं – बेगूसराय, पूर्वी चंपारण, सिवान और गया. इसके अतिरिक्त मधुबनी, पूर्णिया, सहरसा, गोपालगंज, दरभंगा, भागलपुर, बांका, नालंदा और नवादा ऐसे जिले हैं, जहां मतदान के लिए दो-दो भवनों में केंद्र बनाए गए हैं. राजधानी क्षेत्र पटना समेत राज्य के 23 जिले ऐसे हैं, जहां एक-एक भवन में ही मतगणना केंद्र बनाया गया है.
कोविड गाइड लाइन का किया जाएगा पालन
मतगणना केंद्रों में 414 हॉल में टेबल लगाए गए हैं. कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए टेबलों के बीच दूरी बनाए रखने का निर्देश दिया गया है. तीन चरणों में हुए मतदान के बाद राज्य भर के 3733 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद है. इनमें से 370 महिला और एक ट्रांसजेंडर हैं.
मतगणना के दरम्यान कोरोना संक्रमण के खतरों से बचाने के लिए काउंटिंग टेबल पर भीड़ कम करने के प्रयासों को झटका लगा है. काउंटिंग टेबल पर प्रत्याशियों के एजेंटों की भीड़ कम कर बड़े डिस्प्ले बोर्ड से सूचना देने की तैयारी की गई थी. लेकिन कार्य एजेंसी एनआईसीएसआई इस व्यवस्था में नाकाम रही. चुनाव आयोग ने सभी जिलों को इसकी सूचना देते हुए काउंटिंग टेबल पर बैठने की व्यवस्था बनाने का आदेश दिया है.