बच्चन परिवार में कोरोना / अमिताभ में बीमारी के हल्के लक्षण, नानावटी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती, अभिषेक भी पॉजिटिव; जया, ऐश्वर्या और आराध्या की एंटीजन रिपोर्ट निगेटिव
आशंका है कि बच्चन परिवार में कोरोना अभिषेक के कारण फैला है क्योंकि वे एकमात्र सदस्य हैं जो डबिंग के लिए बाहर जा रहे थे घर में टेस्ट के समय अमिताभ का ऑक्सीजन लेवल करीब 90% था जो हॉस्पिटल में एडमिट होने के बाद बढ़कर 95% हो गया है महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा- अमिताभ और अभिषेक में कोरोना के हल्के लक्षण थे, इसलिए दोनों का दोबारा कोरोना टेस्ट किया गया देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि वे हॉस्पिटल और सरकार के सम्पर्क में हैं और उन्होंने अमिताभ का खास ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं
मुंबई. बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारे अमिताभ बच्चन और उनके बेटे अभिषेक भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उन्होंने शनिवार शाम ट्विटर पर खुद इसके बारे में बताया। नानावटी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के पीआरओ ने रविवार सुबह बताया कि अमिताभ में हल्के लक्षण हैं, उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। अमिताभ के परिवार के सभी लोगों और घर में रह रहे स्टाफ का भी सैम्पल लिया गया है, जिसकी रिपोर्ट आज आएगी।
जया बच्चन, ऐश्वर्या और आराध्या की कोविड-19 एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आई है। नानावटी के क्रिटिकल केयर सर्विसेज के डायरेक्टर डॉ अब्दुल एस अंसारी ने रात 3 बजे मीडिया को बताया कि अमिताभ की हालत पहले से बेहतर हैं और वे आराम से हैं। उनकी प्रारंभिक रिपोर्ट्स संतुष्ट करने वाली है।
अपील: अमिताभ ने खुद पहल की
अमिताभ ने ट्वीट कर खुद उन सभी लोगों से कोरोना टेस्ट कराने की अपील की है जो बीते 10 दिनों में उनके सम्पर्क में आए थे। पहले खबर थी कि जया बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन की रिपोर्ट निगेटिव आई, लेकिन देर रात महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजेश टोपे ने कहा कि जया-ऐश्वर्या और पोती आराध्या का टेस्ट देर से हुआ, जिसकी रिपोर्ट रविवार शाम को आएगी।
डर: अमिताभ को कोरोना का डर ज्यादा
11 अक्टूबर 1942 को जन्मे अमिताभ बच्चन को बीते 38 साल से अस्थमा, लिवर और किडनी की भी समस्या है। 77 साल के इस महानायक की आंख में भी धुंधलापन बढ़ रहा है जिसके बारे में उन्होंने खुद तीन महीने पहले बताया था। उन्हें अक्सर हेल्थ चेकअप के लिए नानावटी हॉस्पिटल जाना पड़ता है। पिछले साल अक्टूबर में भी अमिताभ बच्चन की तबीयत रात 2 बजे अचानक बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें 3 दिन के लिए भर्ती कराया गया था।
आशंका: अभिषेक के जरिए आया वायरस
बच्चन परिवार तक कोरोना कैसे पहुंचा, इस सवाल पर सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि संभवत: अभिषेक बच्चन के बाहर जाने के कारण कोरोना परिवार तक पहुंचा है। हाल ही में अभिषेक की पहली वेब सीरीज ब्रीद लॉन्च हुई है। इस सीरीज के एडिटिंग के लिए वे अपने जुहू बंगले के नजदीक साउंड एंड डबिंग स्टूडियो में जा रहे थे। अमिताभ घर से बिल्कुल बाहर नहीं जा रहे थे और न ही वे बाहर से आए लोगों से मिल रहे थे।
बताया जा रहा कि वहां से ही किसी संक्रमित व्यक्ति के कारण पहले अभिषेक पॉजिटिव हुए और फिर उनसे अमिताभ को भी संक्रमण हुआ होगा। यह जानकारी सामने आने के बाद साउंड एंड डबिंग स्टूडियो को सील कर दिया गया है और वहां आने वाले सभी लोगों को ट्रेस किया जा रहा है।
10 पाइंट: सुबह से लेकर रात 3:15 बजे तक का हेल्थ अपडेट
1. शनिवार सुबह हल्का बुखार और सांस में तकलीफ आने के बाद अमिताभ का रैपिड एंटीजन कोरोना टेस्ट कराया गया। दाे घंटे बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अभिषेक का भी टेस्ट कराया गया।
2. शनिवार शाम खुद अभिषेक कार चलाकर अमिताभ को नानावटी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे और उन्हें एडमिट कराया गया। इसके कुछ देर बाद अभिषेक के भी कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आई।
3. जब अमिताभ को हॉस्पिटल लाया गया था तो उनका ऑक्सीजन लेवल करीब 90% के लेवल पर था और उन्हें हल्का बुखार भी था। इसके बाद उन्हें नानावटी के डॉ अब्दुल एस अंसारी के साथ तीन डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया।
4. हॉस्पिटल पहुंचने के बाद अमिताभ और अभिषेक का एक बार फिर से कोरोना टेस्ट कराया गया जिसकी रिपोर्ट रविवार शाम तक आएगी।
5. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने नानावटी हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ पाटकर के हवाले से कहा कि उन्हें कोरोना वायरस का ज्यादा इंफेक्शन नहीं है, लेकिन को-मॉर्बिड मेडिकल हिस्ट्री देखते हुए सावधानी बरती जा रही है।
6. देर शाम अभिषेक ने अपने और पिता के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि की और कहा कि, हम बीएमसी का पूरा सहयोग करेंगे। इसके बाद बीएमसी ने जुहू स्थित बच्चन के ‘जलसा’ बंगले को सैनिटाइज करने का फैसला किया है।
7. स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि रविवार से सुबह और शाम दोनों समय अमिताभ और अभिषेक की सेहत को लेकर मेडिकल बुलेटिन जारी किया जाएगा।
8. देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने अमिताभ के कोरोना पॉजिटिव होने पर कहा कि वे महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री और हॉस्पिटल के सम्पर्क में हैं। उन्होंने देर रात कहा कि, दोनों की हालत सामान्य है और वे जल्दी ठीक हो जाएंगे।
9. रात दो बजे नानावटी के डॉक्टर अब्दुल अंसारी ने बताया कि दोनों की हालात स्थिर है। दोनों का ऑक्सीजन लेवल करीब 95% पर स्थिर है। दोनों को न तो ICU में रखा गया है और न ही उन्हें वेंटिलेटर की जरूरत है।
10. बताया जा रहा है कि बिग बी और अभिषेक दोनों एसिम्प्टोमैटिक हो सकते हैं। अमिताभ के लक्षण गंभीर नहीं हैं, लेकिन उनकी इम्यूनिटी को ध्यान में रखकर विशेष सावधानी बरती जा रही है।
बिग बी ने खुद ट्वीट किया
शनिवार शाम अमिताभ बच्चन ने ट्वीट करके बताया कि, ‘मैं कोरोना पॉजिटिव पाया गया हूं। अस्पताल में भर्ती हो चुका हूं। मेरे परिवार और स्टाफ के लोगों का टेस्ट हुआ है। उनकी रिपोर्ट का इंतजार है। पिछले 10 दिनों में मेरे संपर्क में आने वाले सभी लोगों से गुजारिश है कि वे अपना टेस्ट कराएं।’
T 3590 -I have tested CoviD positive .. shifted to Hospital .. hospital informing authorities .. family and staff undergone tests , results awaited ..
All that have been in close proximity to me in the last 10 days are requested to please get themselves tested !— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) July 11, 2020
अभिषेक ने पुष्टि का ट्वीट किया
अभिषेक ने अपने ट्वीट में लिखा- ‘आज हम दोनों, मेरे पिता और मैं कोविड 19 पॉजिटिव पाए गए हैं। हम दोनों को हल्के लक्षण थे, जिसके बाद हम अस्पताल में भर्ती हो गए हैं। हमने सभी जरूरी अथॉरिटीज को जानकारी दे दी है और हमारे परिवार व स्टॉफ के सदस्यों का टेस्ट कराया जा रहा है। मैं सभी से शांत रहने और पैनिक न फैलाने की गुजारिश करता हूं। धन्यवाद।’
Earlier today both my father and I tested positive for COVID 19. Both of us having mild symptoms have been admitted to hospital. We have informed all the required authorities and our family and staff are all being tested. I request all to stay calm and not panic. Thank you. 🙏🏽
— Abhishek Bachchan (@juniorbachchan) July 11, 2020
डॉ अब्दुल एस अंसारी कर रहे इलाज
नानावटी सूत्रों ने बताया है कि अमिताभ अभी क्रिटिकल केयर सर्विसेज के डायरेक्टर डॉ अब्दुल एस अंसारी के साथ तीन डॉक्टरों की निगरानी में है। अस्पताल ने डॉ अंसारी को अमिताभ की देखभाल के लिए विशेष रूप से नियुक्त किया है। कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद उनके अन्य टेस्ट भी किए जा रहे हैं। इसके अलावा अमिताभ का नियमित इलाज करने वाले डॉ अमोल जोशी और डॉ बर्वे की मदद भी ली जा रही है।
बिग बी ने हॉस्पिटल से भेजा था वीडियो मैसेज
नानावटी हॉस्पिटल में अपना चेकअप कराने के दौरान अमिताभ ने वहां से मेडिकल स्टाफ के सम्मान में एक वीडियो मैसेज भेजा था। उन्होंने कहा था- ‘नमस्कार, मैं अमिताभ बच्चन। हाल ही मैंने ट्विटर पर गुजरात के सूरत के बिलबोर्ड की एक पोस्ट शेयर की थी, जिसमें लिखा था कि मंदिर क्यों बंद हैं? क्योंकि भगवान अस्पताल में सफेद कोट पहन कर काम कर रहे हैं।
आप सभी डॉक्टर, नर्स ईश्वर का रूप हैं। आप हमारे लिए जीवनदायी बन गए हैं। आप बहुत सराहनीय काम कर रहे हैं। आप न होते तो न जाने इंसानियत कहां जाती। मैं हाथ जोड़कर आपके सामने नतमस्तक हूं।
मैं जानता हूं कि ये दिन थोड़े निराशाजनक है। लेकिन, घबराएं नहीं, निराश न हो। हम सब एक साथ हैं, हम सब एक साथ लडेंगे। पूरा देश जानता है कि आप कितनी मेहनत से काम कर रहे हैं। थैंक्यू सो मच नानावटी हॉस्पिटल।
हर बार मैं जब भी यहां आता हूं, मुझे हमेशा बहुत अच्छी देखभाल मिलती है। मैं जानता हूं कि आपका प्यार आपका स्नेह मेरे स्वास्थ्य के लिए कितना जरूरी है।
आप ईश्वर का रूप हैं और ईश्वर आपकी रक्षा करेगा। आप सभी का बहुत धन्यवाद। ‘
1984 से 1987 तक फिल्मों से ब्रेक ले लिया था
1984 से 1987 तक बिग बी ने तीन साल के लिए फिल्मों से ब्रेक ले लिया था। इस दौरान वह अपने दोस्त राजीव गांधी को सपोर्ट करने के लिए राजनीति में उतर गए थे। उन्होंने इलाहाबाद लोकसभा सीट से उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा को आम चुनावों में हराया था। हालांकि, राजनीति में अमिताभ बच्चन का सफर ज्यादा लंबा नहीं रहा।
भाई अजिताभ बच्चन का बोफोर्स कांड में नाम आने के बाद बिग बी ने राजनीति छोड़ दी थी। 1988 में उन्होंने फिल्म शहंशाह से फिल्मों में वापसी की थी और 1992 तक लगातार फिल्मों में सक्रिय रहे।1992 में खुदा गवाह की रिलीज के बाद बिग बी ने फिर पांच साल का ब्रेक ले लिया था।
हालांकि, इसके बाद 1994 में उनकी फिल्म इंसानियत रिलीज हुई थी, जिसकी शूटिंग वह पहले ही कर चुके थे। यह फिल्म फ्लॉप रही थी। इसके पांच साल बाद तक बिग बी किसी फिल्म में नजर नहीं आए थे लेकिन 2000 में उन्होंने फिल्म ‘मोहब्बतें’ से बॉलीवुड में वापसी की थी और तब से लगातार काम कर रहे हैं।
अमिताभ सिर्फ 25% लिवर के सहारे जिंदा
2015 में अमिताभ बच्चन ने खुलासा किया था कि वे सिर्फ 25% लिवर के सहारे जिंदा हैं। हेपेटाइटिस-बी वायरस के चलते 75% लिवर ने काम करना बंद कर दिया है। अमिताभ हेपेटाइटिस-बी के शिकार फिल्म कुली की शूटिंग के दौरान हुए थे। उस वक्त 200 डोनर्स का करीब 60 बॉटल ब्लड अमिताभ की बॉडी में इंजेक्ट किया गया था।
इन्हीं में से एक डोनर के ब्लड में हेपेटाइटिस-बी का वायरस था। यही ब्लड अमिताभ की बॉडी में गया, जिससे यह वायरस उनकी बॉडी में आ गया। 2000 तक सब नॉर्मल रहा। बाद में मेडिकल चेकअप में यह पता चला कि लिवर में इंफेक्शन है, जिससे 75% लिवर किसी काम का नहीं रहा। अमिताभ ने लिखा था कि कोई व्यक्ति 12% लिवर पर भी जिंदा रह सकता है, हालांकि कोई इस स्टेज तक आना नहीं चाहता।
कई बीमारियों से संघर्ष कर रहे बिग बी
- जुलाई 1982 को कुली की शूटिंग के दौरान अमिताभ को पुनीत इस्सर के साथ फाइटिंग सीन में मिली चोट बेहद खतरनाक थी। इसके बाद लगातार 61 दिन तक वे हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे थे।
- कुली के दौरान हुई दुर्घटना के बाद उन्होंने दवाईयों के भारी डोज लिए। इसके कुछ ही समय बाद वे मयेस्थिनिया ग्रेविस नामक बीमारी से ग्रसित हो गए। ब्लड ट्रांसफ्यूजन के कारण उन्हें कई साल बाद लिवर सिरोसिस की तकलीफ से भी गुजरना पड़ा।
- इसके बाद से ही उनका लिवर कमजोर हो गया। उस एक एक्सीडेंट ने उनके इंटरनल ऑर्गन्स को इतना नुकसान पहुंचाया कि उसके साइड इफेक्ट अभी तक सामने आते रहते हैं।
- कुछ साल पहले उनके पेट में प्रॉब्लम हुई थी। ‘डाइवर्टिक्युलाइटिस ऑफ स्माल इंटेस्टाइन’ नाम की इस बीमारी को ठीक करने के लिए अमिताभ ने सर्जरी करवाई थी। इसके चलते उनके पेट में अचानक तेज दर्द और पाचन तंत्र में गड़बड़ी पैदा हो जाती है। अक्टूबर 2019 में भी ऐसा ही हुआ था और उन्हें तीन दिन नानावटी में एडमिट किया गया था।
- कौन बनेगा करोड़पति शुरू होने के पहले 2000 में अमिताभ टीबी से पीड़ित हो गए थे। इसके बाद उन्होंने एक साल तक ट्रीटमेंट लिया। उस समय अमिताभ एक दिन में 8 से 10 पेनकिलर लेते थे। उन्हें पूरी रात नींद न आने की भी परेशानी है।
- अप्रैल 2020 को एक पोस्ट लिखकर अमिताभ ने कहा – मेरी आंखों से तस्वीरें धुंधली दिखाई देती हैं। कई बार दो-दो चीजें दिखाई देती हैं। पिछले कुछ दिनों से मैं भी इस तथ्य को मानने लगा हूं कि मेरी आंखों की रोशनी चली जाएगी और अंधापन पहले से ही मेरे भीतर चल रही लाखों बीमारियों में इजाफा करेगा।