बठिंडा. जिले के गांव मेहराज में लक्खा सिधाना की रैली को लेकर दिल्ली पुलिस के पास चार दिन पहले ही सूचना थी क्योंकि सिधाना ने सोशल मीडिया में लाइव होकर रैली के संबंध में जानकारी दी थी व पुलिस को चुनैती देकर गिरफ्तार करने के लिए कहा था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने करीब एक सौ लोगों की टीम तैयार कर 23 फरवरी को बठिंडा भेज दी थी। इसके बावजूद लक्का सिधाना भारी भीड़ के बीच से पुलिस को चकमा देकर फरार होने में सफल रहा। पुलिस इस मामले को बिना किसी विरोध व पब्लिक को नुकसान किए बिना सफल करना चाहती थी लेकिन लक्खा सिधाना रामपुरा व मेहराज में पहुंचने से पहले ही भीड़ के बीच घिर गया था व सैकड़ों समर्थकों को लेकर साथ चल रहा था। वही रैली में भी भारी भीड़ मौजूद थी जिसके चलते दिल्ली पुलिस की मुहिम सफल नहीं हो सकी। पुलिस को उम्मीद थी कि लक्खा रैली के बाद भीड़ से बाहर निकलेगा व इस दौरान उसे बिना किसी विरोध के गिरफ्तार करना आसाम होगा लेकिन यह संभव नहीं हो सका। दूसरी तरफ रैली के दौरान स्थनीय पुलिस तैनात थी लेकिन कोई भी अधिकारी लक्खा सिधाना के बारे कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ व सभी उच्चाधिकारी इस मामले में मूक रहे व दिल्ली पुलिस के एक्शन का इंतजार करते रहे। रैली में सुरक्षा को लेकर बठिंडा पुलिस प्रशासन की ओर से बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई। मौके पर दंगा रोधक वाहन व वाटर कैनन आदि भी तैनात रहे। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की ओर से 26 जनवरी की दिल्ली हिंसा के बाद दीप सिद्धू व अन्य नेताओं के साथ साथ लक्खा सिधाना को भी पुलिस ने संगीन धाराओं के तहत नामजद किया है व दिल्ली पुलिस की ओर से उसकी गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपये के इनाम की घोषणा भी की गई है। लेकिन इसके बावजूद रैली के दौरान लक्खा बेखौफ होकर रैली में शामिल हुआ। लगभग डेढ़ बजे लक्खा सिधाना स्टेज पर एकाएक प्रगट हो गया इस दौरान उसे रैली स्थल तक लाने के लिए समर्थकों ने शार्टकट रास्ता रखा ताकि वह भीड़ के बीच रहे व दिल्ली पुलिस उस तक पहुंच न कर सके। लक्खा सिधाना ने स्टेज में आते ही वहां उपस्थित लोगो को कहना शुरू कर दिया कि अगर कोई भी पुलिस किसी को गिरफ्तार करने के लिए आती है तो उसका घेराव कर ले व उन्हें वहां से जाने न दे। इस दौरान बड़ी संख्या में युवक उत्साहित होकर शोर मचाने लगे व स्टेज प्रबंधकों की बात सुनने को भी तैयार नहीं हुए। स्टेज प्रबंधकों ने बाद में लक्खा सिधाना से अपील की कि वह युवाओं को शांत करे। इस पर लक्खा सिधाना ने स्टेज पर खड़ा होकर युवाओं से शांत रहने की अपील की जिसके बाद नौजवान शांत हुए। इसके बाद लक्खा सिधाना लगभग 2 घंटों तक स्टेज पर रहा व लोगों को संबोधित किया। संबोधन करने के बाद लक्खा सिधाना जैसे स्टेज पर प्रकट हुआ था ठीक उसी प्रकार वहां से निकल भी गया व पुलिस देखती रह गई। किसी को इसकी जानकारी नहीं मिली कि लक्खा सिधाना कहां गया है। पुलिस अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे रहे।