नई दिल्ली। पिछले दो-तीन दिनों से मौसम में खास बदलाव देखा गया है। मौसम में आया यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के चलते कई राज्यों में देखा गया है। गुरूवार को राजस्थान के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है। वहीं, राजधानी जयपुर में तेज बारिश के के साथ ओलावृष्टि हुई है। पूर्वानुमान को देखते हुए अगले 24 घंटों के लिए उत्तरी राजस्थान में भी गरज के साथ छिटपुट बारिश की उम्मीद है। राजस्थान के उत्तरी जिले जैसे श्री गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर, सीकर, अलवर और अजमेर में कल यानी शुक्रवार तक बारिश और गरज के साथ बारिश हो सकती है। वही पंजाब में भी कई जिलों में बरसात हुई। सांय सात बजे के बाद घने बादलों के बाद करीब एक घंटे तक बरसात ने मौसम में फिर से ठंडक का अहसास करवाया। बठिंडा, मानसा सहित पंजाब की मालवा बेलट में बरसात हुई।
Rajasthan: Parts of Jaipur receive hail & rain. Visuals from Shyam Nagar area. pic.twitter.com/Cy0UhDXYlz
— ANI (@ANI) March 5, 2020
बता दें कि पश्चिमी विक्षोभ या वेस्टर्न डिस्टर्बन्स (Western Disturbance) भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी इलाकों में सर्दियों के मौसम में आने वाले ऐसे तूफान को कहते हैं जो वायुमंडल की ऊँची तहों में भूमध्य सागर से नमी लाकर अचानक वर्षा और बर्फ के रूप में उत्तर भारत व देश के कई अन्य राज्यों के मौसम में इसका प्रभाव देखने को मिलता है।
मध्य प्रदेश में भी भयंकर ओलावृष्टि
मौसम विभाग की माने तो आगे भी अभी 48 घंटे मौसम खराब रहेगा और बारिश के साथ ओले गिरने की भी संभावना बताएगी। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ का असर मध्य प्रदेश के कई जिलों में भी देखा गया है। रीवा जिले के दो तहसील गुढ़ व जवा के करीब एक दर्जन गांवों में बुधवार दोपहर बारिश और ओलावृष्टि हुई। कुछ ओलों का वजन 50 ग्राम से अधिक भी रहा। ओलावृष्टि से गेहूं, मसूर व अरहर की फसल को नुकसान हुआ और किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई।
गुढ़ तहसील के इटार ग्राम पंचायत के साथ ही महसांव, रेही, डढ़वा, गुढ़ और जवा तहसील के देवखर, कोनी, गड़ेहरा, अतरैला में भी ओलावृष्टि हुई। इसके अलावा सिरमौर, सेमरिया, त्योंथर, मऊगंज, हनुमना में बारिश हुई है। ओलावृष्टि के बाद नुकसानी का जायजा लेने के लिए प्रशासनिक अमला जुट गया है।