बंगाल में नारदा स्टिंग केस:तृणमूल विधायक मदन मित्रा, पूर्व मंत्री शोवन चटर्जी और सुब्रत मुखर्जी हॉस्पिटल में भर्ती; बीते दिन इन्हें CBI ने गिरफ्तार किया था
इससे पहले सोमवार को CBI ने कई जगह छापे मारे थे। इसके बाद ममता सरकार में मंत्री फिरहाद, सुब्रत, विधायक मदन मित्रा और पूर्व मेयर शोवन से पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद सभी को अरेस्ट कर लिया गया था। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। CBI कोर्ट से इन चारों नेताओं की कस्टडी चाहती थी, लेकिन शाम को अनुपम मुखर्जी की विशेष अदालत ने इन्हें 50-50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दे दी।
कोलकाता। नारदा स्टिंग केस में गिरफ्तार किए गए तृणमूल कांग्रेस (TMC) विधायक मदन मित्रा और पूर्व मंत्री शोवन चटर्जी की सोमवार देर रात तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद दोनों नेताओं को देर रात प्रेसिडेंसी जेल से SSKM हॉस्पिटल के वुडबर्न ब्लॉक में शिफ्ट किया गया। इसके बाद सुबह TMC नेता सुब्रत मुखर्जी को भी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। इन्हें सांस लेने में तकलीफ की शिकायत थी। इन तीनों के अलावा फिरहाद हाकिम को सोमवार को CBI ने गिरफ्तार किया था।
छापेमारी के बाद किया था गिरफ्तार
इससे पहले सोमवार को CBI ने कई जगह छापे मारे थे। इसके बाद ममता सरकार में मंत्री फिरहाद, सुब्रत, विधायक मदन मित्रा और पूर्व मेयर शोवन से पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद सभी को अरेस्ट कर लिया गया था। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। CBI कोर्ट से इन चारों नेताओं की कस्टडी चाहती थी, लेकिन शाम को अनुपम मुखर्जी की विशेष अदालत ने इन्हें 50-50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दे दी।
हाईकोर्ट ने जमानत खारिज की
इसके बाद CBI ने हाईकोर्ट का रुख किया था। एजेंसी ने कोर्ट में दलील दी कि वो यहां ठीक से काम नहीं कर पा रहे हैं और उनकी जांच प्रभावित हो रही है। इसके बाद पांच घंटे में ही हाईकोर्ट ने स्पेशल कोर्ट के फैसले पर रोक लगाते हुए चारों नेताओं की जमानत का आदेश खारिज कर दिया।
6 घंटे CBI दफ्तर में मौजूद रहीं ममता
इधर, CBI की सुबह की कार्रवाई के बाद एक बार फिर केंद्रीय एजेंसी और बंगाल सरकार के बीच तनातनी दिखी। अपने मंत्रियों से पूछताछ के दौरान ही बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी CBI के दफ्तर पहुंचीं। उन्होंने CBI से कहा कि आप मुझे भी गिरफ्तार करिए। सिर्फ TMC नेताओं पर ही कार्रवाई क्यों हो रही है? भाजपा में गए मुकुल रॉय और शुभेंदु अधिकारी पर कोई एक्शन क्यों नहीं लिया जा रहा? ममता बनर्जी करीब 6 घंटे तक CBI के ऑफिस में ही मौजूद रहीं।
CRPF जवानों पर हमले के बाद ममता के खिलाफ FIR
बंगाल में कई जगहों पर CRPF जवानों, CBI पर्सनल्स और भाजपा कार्यकर्ताओं पर भी हमले की खबरे हैं। इसके बाद बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने राज्य में फैल रही हिंसा को लेकर ममता बनर्जी के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है। इसकी कॉपी राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भी भेजी गई है।
नारदा स्टिंग के बाद CBI जांच शुरू हुई
2016 में बंगाल में असेंबली इलेक्शन से पहले नारदा न्यूज पोर्टल ने जुड़े टेप जारी किए गए थे। इस स्टिंग ऑपरेशन के बाद दावा किया गया कि टेप 2014 में रिकॉर्ड किए गए हैं। टेप के हवाले से तृणमूल के मंत्री, सांसद और विधायकों पर डमी कंपनियों से कैश लेने के आरोप लगाए गए थे। कलकत्ता हाईकोर्ट में ये मामला पहुंचा था। हाईकोर्ट ने 2017 में इसकी CBI जांच के आदेश दिए थे।