वंदे भारत मिशन का पांचवां दिन / सैन फ्रांसिस्को से 118 भारतीयों को लेकर पहली फ्लाइट हैदराबाद पहुंची, अलग-अलग देशों से 6 विमान और आएंगे
अबू धाबी से भी एक फ्लाइट हैदराबाद पहुंचेगी, रात 9.30 बजे लैंड होने की उम्मीद मिशन के पहले फेज में 14 मई तक 14 हजार 800 लोगों को लाने की योजना है
नई दिल्ली. कोरोना की वजह से विदेशों में फंसे भारतीयों की वतन वापसी के मिशन वंदे भारत का आज पांचवां दिन है। पहली फ्लाइट सैन फ्रांसिस्को से 118 भारतीयों को लेकर सुबह 9 बजकर 22 मिनट पर हैदराबाद में लैंड हुई। यह फ्लाइट मुंबई होते हुए आई। अलग-अलग देशों से आज 6 फ्लाइट और आएंगी। इनमें से एक फ्लाइट अबू धाबी से हैदराबाद आएगी। इसके रात 9.30 बजे पहुंचने की उम्मीद है। बाकी 5 फ्लाइट्स के लैंड होने का समय और किस फ्लाइट में कितने लोग आएंगे, ये जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।
#VandeBharatMission: Indian passengers arrive at Manila Airport in Philippines for the repatriation flight from Manila to Ahmedabad (Gujarat), that will take off today. pic.twitter.com/EiUS5Zn2Kf
— ANI (@ANI) May 11, 2020
आज ये 6 फ्लाइट और आएंगी
1. लंदन से दिल्ली-बेंगलुरु
2. ढाका से मुंबई
3. दुबई से कोच्चि
4. अबू धाबी से हैदराबाद
5. कुआलालंपुर से चेन्नई
6. बहरीन से कोझिकोड
खाड़ी देशों से केरल लौटे 5 लोग कोरोना पॉजिटिव
केरल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने रविवार को ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नए पजिटिव मामलों में तीन वे लोग हैं जो 7 मई को अबू धाबी से लौटे थे। वंदे भारत मिशन के तहत खाड़ी देशों से लौटे दो लोग पहले ही पॉजिटिव आ चुके हैं। मिशन के पहले दिन जो दो विमान केरल आए थे उनमें 9 बच्चों समेत 363 लोग थे।
#VandeBharatMission: Special evacuation flight Air India AI 1617 carrying 118 Indian citizens from US (San Francisco) landed at Hyderabad Airport today. pic.twitter.com/8HyJ9XYNRL
— ANI (@ANI) May 11, 2020
वंदे भारत का दूसरा फेज 15 मई से शुरू होगा
वंदे भारत मिशन के तहत भारत लौट रहे लोगों को फ्लाइट का किराया और क्वारैंटाइन का खर्च खुद उठा रहे हैं। पहले फेज में 14 मई तक 12 देशों से 14 हजार 800 भारतीयों को लाने का प्लान है। मिशन का दूसरा फेज 15 मई से शुरू होगा। इस फेज में सेंट्रल एशिया और यूरोपीय देशों जैसे- कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, रूस, जर्मनी, स्पेन और थाईलैंड से भारतीयों को लाया जाएगा। इस मिशन में बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, छात्रों, बीमारों या फिर उन लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है जिनके घर में किसी की मौत हो गई है या फिर कोई गंभीर रूप से बीमार है।