सुप्रीम कोर्ट में फिजिकल सुनवाई की मांग:बार काउंसिल ने कहा- CJI ने हाइब्रिड सिस्टम से सुनवाई का भरोसा दिया; फिलहाल वर्चुअल कोर्ट ही लग रहीं

फिजिकल हियरिंग को लेकर सोमवार को वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट परिसर में प्रदर्शन किया। इसमें युवा वकीलों की संख्या अधिक रही, जिन्होंने अपना दर्द बयां किया।

नई दिल्ली। वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट में जल्द से जल्द फिजिकल सुनवाई शुरू करने की मांग की है। कोरोना की वजह से फिलहाल शीर्ष कोर्ट वर्चुअली ही मामलों की सुनवाई कर रही है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने सोमवार को बताया कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) एसए बोबडे ने बार लीडर्स को जल्द ही हाइब्रिड सिस्टम के जरिए सुनवाई करने का भरोसा दिया है।

जज भी फिजिकल हियरिंग के पक्ष में
BCI चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने बयान जारी कर बताया, ‘चीफ जस्टिस ने साफ किया है कि सुप्रीम कोर्ट के जज भी ओपन कोर्ट हियरिंग के पक्ष में हैं, लेकिन मामले में मेडिकल और टेक्निकल इश्यू को टॉप कोर्ट की रजिस्ट्री निपटाने की कोशिश कर रही है। इसलिए इसे धीरे-धीरे अमल में लाया जाएगा।’

सोमवार को हुई थी मीटिंग
मामले में सोमवार को एक मीटिंग की गई। इसमें चीफ जस्टिस, सॉलिसिटर जस्टिस जनरल तुषार मेहता, BCI चेयरमैन समेत कई बार के लीडर्स, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) और सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन के अधिकारी, पूर्व SCBA प्रेसिडेंट और सीनियर एडवोकेट विकास सिंह मौजूद थे।

सेक्रेटरी जनरल को निर्देश दिए
बयान में कहा गया कि जस्टिस बोबडे ने सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल से जल्द से जल्द टेक्निकल समस्याओं को हल करने के लिए कहा है, जिससे मार्च के पहले हफ्ते में फिजिकल हियरिंग शुरू की जा सके। इससे पहले सीनियर एडवोकेट सिंह ने चीफ जस्टिस को दो चिट्‌ठी लिखकर फिजिकल हियरिंग शुरू करने की मांग की थी।

बयान में यह भी कहा गया कि मुख्यत: एक या दो जज सभी वर्किंग डे में कोर्ट में बैठेंगे। चीफ जस्टिस जल्द ही अन्य जजों से सलाह लेकर मामले में फैसला लेंगे।

क्या है हाइब्रिड सिस्टम
कोरोना काल में सुप्रीम कोर्ट वर्चुअल सुनवाई कर रहा है। हाइब्रिड हियरिंग में वर्चुअल और फिजिकल दोनों मेथड के जरिए सुनवाई की जाती है। इसमें दोनों पक्षों को वर्चुअल आने की जरूरत नहीं होती।

फिजिकल हियरिंग के लिए वकीलों का प्रदर्शन
सुप्रीम कोर्ट में फिजिकल हियरिंग यानी मामलों की खुली अदालत में सुनवाई शुरू करने और उसमें वकीलों की मौजूदगी को लेकर सोमवार को वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट परिसर में प्रदर्शन किया। इसमें युवा वकीलों की संख्या अधिक रही, जिन्होंने अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि कोरोना के मद्देनजर फिजिकल हियरिंग न होने से युवा वकीलों की आर्थिक स्थिति काफी खराब होती जा रही है। बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है।

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