भाजपा पर कांग्रेस का पलटवार:पार्टी ने कहा- सोनिया गांधी ने कोवीशील्ड के दोनों डोज लगवाए; मुद्दे बनाने की बजाए लोगों को वैक्सीनेट करने का राजधर्म निभाए मोदी सरकार

बीते दिन कोवैक्सिन में बछड़े का सीरम मिलाए जाने के आरोपों पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने पूछा था कि सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी बताएं कि उन्होंने कब वैक्सीन लिया था। क्या गांधी परिवार वैक्सीनेटेड है या नहीं? क्या गांधी परिवार को कोवैक्सिन पर भरोसा है? उन्हें इसका जवाब देना चाहिए।

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नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के वैक्सीनेशन पर उठाए गए सवालों का कांग्रेस ने गुरुवार को जवाब दिया। कांग्रेस ने बताया कि सोनिया गांधी ने कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड के दोनों डोज लगवाए हैं। वहीं, राहुल का वैक्सीनेशन 16 मई को शेड्यूल था, लेकिन उससे पहले ही वे कोरोना संक्रमित हो गए। अब वे गाइडलाइन के मुताबिक तय समय के बाद ही वैक्सीन लगवाएंगे। कांग्रेस ने भाजपा को नसीहत देते हुए कहा कि वह बेकार के मुद्दों को बनाना बंद करे और देश की पूरी आबादी को वैक्सीन लगवाने के राजधर्म को पूरा करे।

भाजपा ने पूछा था- गांधी परिवार ने वैक्सीन लगवाई या नहीं?
बीते दिन कोवैक्सिन में बछड़े का सीरम मिलाए जाने के आरोपों पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने पूछा था कि सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी बताएं कि उन्होंने कब वैक्सीन लिया था। क्या गांधी परिवार वैक्सीनेटेड है या नहीं? क्या गांधी परिवार को कोवैक्सिन पर भरोसा है? उन्हें इसका जवाब देना चाहिए।

उन्होंने कहा था, ‘वो तो कहते हैं कि जब उनकी सरकार आएगी तो वो वैक्सीन लगवाएंगे। रॉबर्ट वाड्रा ने भी वैक्सीन को लेकर सवाल खड़े किए थे। इस वैश्विक महामारी में हमें वैज्ञानिक सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए, न कि भ्रम फैलाना चाहिए।’

क्या है पूरा मामला?
दरअसल, कांग्रेस नेता गौरव पांधी ने बुधवार को एक RTI शेयर कर कहा था कि कोवैक्सिन के निर्माण के लिए गाय-बछड़े मारे जा रहे हैं और मोदी सरकार को देश की जनता को इसके बारे में पहले ही बताना था। इन आरोपों पर भारत बायोटेक ने सफाई भी दी थी। इसके बाद भाजपा आक्रामक हो गई थी। भाजपा ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस एक बार फिर भ्रम फैला रही है। कोवैक्सिन में बछड़े का सीरम नहीं मिलाया गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी सफाई दी
इसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्टीकरण दिया। मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि सोशल मीडिया पर कोवैक्सिन के बारे में गलत जानकारी शेयर की जा रही है। पोस्ट में तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। नवजात बछड़े के सीरम का उपयोग सिर्फ वेरोसेल्स को तैयार करने में किया जाता है, जो बाद में अपने आप ही नष्ट हो जाते हैं। जब अंतिम समय में वैक्सीन का प्रोडक्शन होता है, तब इसका उपयोग नहीं किया जाता है।

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