न्यूज एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में राजनाथ ने चीन के साथ तनाव, लव जिहाद अध्यादेश और किसान आंदोलन के बारे में विस्तार से सवालों के जवाब दिए। उन्होंने माना कि LAC में तनाव कम करने के मुद्दे पर चीन से बातचीत जारी है, लेकिन अब तक कोई कामयाबी नहीं मिली। यहां जानिए रक्षा मंत्री ने किस मुद्दे पर क्या कहा?
किसान आंदोलन और राहुल गांधी
राहुल गांधी केंद्र सरकार को किसानों के मुद्दे पर लगातार घेरते आए हैं। एक सवाल के जवाब में राजनाथ ने कहा, “मैं किसान परिवार में जन्मा। मोदी भी गरीब परिवार में पैदा हुए। मैं खेती-किसानी के बारे में राहुल गांधी से ज्यादा जानता हूं। नए कृषि कानूनों से किसानों को फायदा होगा। लेकिन, हां या न वाली मानसिकता लेकर तो बातचीत नहीं की जा सकती। किसानों को हर कानून के बारे में क्लॉज बाय क्लॉज बातचीत करनी चाहिए। उनका दर्द हमारा भी दर्द है।”
राहुल गांधी के बारे में उन्होंने आगे कहा, “राहुल उम्र में मुझसे छोटे हैं। मैंने एक किसान मां की कोख से जन्म लिया। मैं खेती के बारे में उनसे ज्यादा जानता हूं। इससे ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है। कुछ लोग किसानों के मन में भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। पंजाब में कम्युनिकेशन टॉवर्स को गिराया जाना गलत है। सिखों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।”
किसानों पर आरोप लगाना गलत
राजनाथ ने किसानों को कथित तौर पर नक्सली और खालिस्तानी कहे जाने पर नाराजगी जताई। कहा- किसान हमारे अन्नदाता हैं। उनके खिलाफ इस तरह की भाषा का इस्तेमाल सरासर गलत है। सरकार भी किसानों के आंदोलन से दुखी है। हम उनका सम्मान करते हैं। अर्थव्यवस्था के लिहाज से भी यह मुश्किल दौर है, किसान हमें इससे उबार सकते हैं। उन्होंने पहले भी ऐसा किया है। लेकिन, इतना जरूर कहूंगा कि किसानों के मुद्दे पर तर्कसंगत विचार-विमर्श होना चाहिए।
राजनाथ ने आगे कहा- 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले ही मोदी किसानों की आय को दोगुना करने के मुद्दे पर गंभीर थे। मैंने उनसे कई मुद्दों पर लंबी बातचीत की। मैं फिर भरोसा दिलाता हूं कि MSP जारी रहेगी।
चीन के साथ तनाव पर
चीन के साथ LAC पर महीनों से जारी तनाव पर भी राजनाथ ने राय जाहिर की। कहा- चीन के साथ बातचीत चल रही है। लेकिन, यह भी सही है कि अभी मुद्दा सुलझा नहीं है। फिलहाल, यथास्थिति है। डिप्लोमैटिक और मिलिट्री लेवल पर हम बात कर रहे हैं। लेकिन, अब तक तो कामयाबी हासिल नहीं हुई। मिलिट्री लेवल पर अगले दौर की बातचीत किसी भी वक्त फिर हो सकती है। इन हालात में हम सैन्य तैनाती घटा नहीं सकते।
सरहद पर आंख उठाने वालों को छोड़ेंगे नहीं
सीमा सुरक्षा पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में डिफेंस मिनिस्टर ने कहा- हम अपनी सरहदों की चौकन्ने होकर हिफाजत कर रहे हैं। सेना पूरी तरह हालात पर नजर रख रही है। जो भी हमारी सरहदों पर दिक्कत पैदा करने की कोशिश करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। हमारी सेना की नजरें मछली की आंख पर हैं। चीन अगर अपनी तरफ इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप कर रहा है तो भारत भी पीछे नहीं है।
राजनाथ ने चीन का नाम लिए बगैर कहा- अगर किसी देश की विस्तारवादी नीति है। वो हमारी जमीन पर कब्जे की कोशिश करेगा तो भारत के पास इतनी ताकत है कि वो दुश्मन को रोक सकता है। फिर चाहे वो कोई भी देश हो। लद्दाख में तैनात जवानों का मनोबल ऊंचा है। उन्होंने कई बार अपनी वीरता का परिचय दिया है। सेना देश के सम्मान पर आंच नहीं आने देगी। शांत रहने का यह मतलब नहीं कि हम चुपचाप बैठे हैं। भारत अपने सम्मान और संप्रभुता से कभी समझौता नहीं करेगा।
जम्मू-कश्मीर पर
जम्मू-कश्मीर में हाल ही में लोकल बॉडी इलेक्शन हुए। इस बारे में पूछे गए एक सवाल पर राजनाथ ने कहा- लोकल बॉडी इलेक्शन के जरिए यहां की जनता ने आतंकवाद और आतंकवादियों को खारिज कर दिया है। वहां सबने चुनाव लड़ा। किसी को हिरासत में नहीं लिया गया। राज्य में लोकतंत्र की जीत और आतंकवाद की हार हुई है।