जालंधर. पंजाब सरकार ने शुक्रवार को विभिन्न कक्षाओं की लंबित परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला किया है। अब परीक्षा परिणाम बेहतरीन प्रदर्शन वाले विषयों के हिसाब से घोषित किया जाएगा। इस बात की पुष्टि खुद शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला ने की है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण कठिन समय के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है।
पंजाब में सूबे की सरकार ने कोरोना महामारी के चलते देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा से भी दो दिन पहले कर्फ्यू लगा दिया था। 23 मार्च तक प्रदेश में आठवीं, 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं चल रही थी। पांचवीं कक्षा की परीक्षाएं भी शुरू होने ही वाली थी, लेकिन इसके बाद यह शेड्यूल टलता ही चला गया। बेहतरीन प्रदर्शन वाले विषयों के आधार पर परिणाम घोषित कर दिया गया है। वहीं, कुछ दिन पहले पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 12वीं की ओपन की परीक्षाएं 15 जुलाई के बाद आयोजित किए जाने की घोषणा की थी। अब इन परीक्षाओं को भी रद्द कर दिया गया है।
शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण कठिन समय के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है। शिक्षा विभाग के लिए निकट भविष्य में कोरोना वायरस से उत्पन्न चुनौतियों के कारण परीक्षाएं कराना संभव नहीं होगा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मार्गदर्शन में अब परिणाम सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले विषयों के आधार पर घोषित किया जाएगा क्योंकि पीएसईबी द्वारा कुछ विषयों की परीक्षाएं कोरोना वायरस के फैलने से पहले ही ले ली गई हैं। विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा में अपने इच्छित पाठ्यक्रमों को समय पर चुनने में सक्षम बनाने के लिए परिणाम घोषित करना भी समय की जरूरत थी।
उदाहरण के लिए अगर कोई भी विद्यार्थी केवल 3 विषयों में परीक्षाओं में उपस्थित हुआ है तो सर्वश्रेष्ठ दो प्रदर्शन करने वाले विषयों में प्राप्त किए गए अंकों का औसत उन विषयों में दिया जाएगा, जिनकी परीक्षा आयोजित नहीं की गई है। सिंगला ने कहा कि ओपन स्कूल के विद्यार्थियों के मामले में बोर्ड क्रेडिट कैरी फॉर्मूले के आधार पर परिणाम घोषित करेगा।