पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने बुधवार को जालंधर के पिता-पुत्र की मौत के मामले में पंजाब के गृह सचिव समेत 8 लोगों को नोटिस जारी किया है। मामला लगभग डेढ़ महीने पहले शहर के पीर बोदला बाजार में बारिश के बीच करंट लगने से हुई मौतों का है। बिजली की तार टूटकर गिरी हुई थी और बावजूद इसके मौके का मुआयना करने वाली पुलिस टीम ने इस घटना को प्राकृतिक आपदा बताकर कार्रवाई करने से इनकार कर दिया था। इसी के चलते हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई और इसकी सुनवाई में हाईकोर्ट ने कड़ा संज्ञान में 8 लोगों को नोटिस जारी किया है। इनमें प्रदेश के गृह सचिव, जालंधर के पुलिस कमिश्नर, थाना डिविजन-4 के प्रभारी, पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन भी शामिल हैं।
यह है पूरा मामला
तेल वाली गली (छोटा अली मोहल्ला) निवासी गुलशन पक्का बाग में फोटो फ्रेम की एक दुकान पर काम करता था। उसे लेने के लिए रोज सेंट सोल्जर डिवाइन स्कूल में पाचवीं कक्षा में पढ़ने वाला उसका 13 साल का बेटा मन दुकान पर जाता था। 10 जुलाई 2020 की रात को दोनों पैदल ही दुकान से घर लौट रहे थे। इस दौरान बारिश हो रही थी और इसके कारण बाजार में सड़क पर पानी भरा था। इसी पानी में बिजली की एक तार भी अचानक टूटकर गिर गई, जिसके करंट से पिता-पुत्र दोनों की मौत हो गई। हालांकि वहां से गुजर रहे कुछ राहगीरों ने डंडे की मदद से उन्हें तार से अलग किया और तुरंत ईएसआई अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
घटना की सूचना मिलते ही विधायक राजिंदर बेरी और पार्षद राधिका पाठक के बेटे करन भी अस्पताल पहुंचे थे। इस मामले में थाना चार के प्रभारी रछपाल सिंह का कहना था कि इन दोनों की मौत प्राकृतिक आपदा के चलते हुई है। ऐसे में इस संबंध में कोई पुलिस कार्रवाई नहीं बनती। उधर, एडवोकेट विनय शर्मा ने कहा था कि पीड़ित परिवार चाहे तो इसकी शिकायत दे सकता है कि ये पावरकॉम की लापरवाही है।
इन्हें बनाया गया है कोर्ट की तरफ से आरोपी
हाईकोर्ट की तरफ से प्रदेश के गृह सचिव, जालंधर के पुलिस कमिश्नर, थाना डिविजन-4 के प्रभारी, पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन, चीफ इंजीनियर नॉर्थ, जालंधर के असिस्टेंट इंजीनियर शमशेर चंद्र, जेई जतिंदर कुमार, मकसदां स्थित कार्यालय के एग्जूकेटिव इंजीनियर दर्शन सिंह को नोटिस जारी किया गया है।
क्या कहना है याचिकाकर्ता और साथ खड़ी संस्थाओं का?
इस संबंध में मृतक की मां सरला रानी ने कहा कि एजीओ हंसदा-बसदा पंजाब, मॉडल हाउस स्थित दस्तार-ए-खालसा यूथ क्लब, चहार बाग नौजवान सभा और सेंट्रल टाउन स्थित गुरुद्वारा दीवान अस्थान की प्रबंधक कमेटी के सहयोग से ही न्याय का दरवाजा खटखटाया गया है। मैं इन सरी संस्थाओं की धन्यवादी हूं।
उधर संस्थाओं के मेंबर्स इकबाल सिंह ढींढसा, चंदन ग्रेवाल, जगदेव सिंह जग्गी, गुरमीत सिंह बिट्टू, बल्लू बहल, चरणजीत मक्कड़, चरणजीत सिंह मिंटा, विप हस्तीर, हीरा सिंह रणजीत सिंह, बावा गाबा, राहुल जुनेजा, नीतिश मेहता, गुरप्रीत सिंह, जसकीरत सिंह जस्सी, हरजोत सिंह लुबाणा, प्रभजोत सिंह, जसविंदर सिंह, सुखबीर सिंह, दिनेश खन्ना, गौरव जुनेजा, गगन कलसी, शेरी नागी, करण अरोड़ा, मनकीरत सिंह, परविंदर गिल, करण नाहल, हरसिमरन सिंह, साहिल महिंद्रू, वरुण मेहता, अमन मंड, सुभाष मेहता आदि ने कहा कि हम सभी पीड़ित परिवार के लिए पूरा मुआवजा और इंसाफ दिलाने के लिए लड़ते रहेंगे।