जालंधर. पंजाब में कोरोना संक्रमण के मामलों में आए दिन बढ़ोतरी होती जा रही है। हॉट स्पॉट बने मोहाली में सोमवार को और व्यक्ति को संक्रमण पुष्टि हुई, वहीं बीते 24 घंटे में पठानकोट में भी 6 मामले बढ़े हैं। जालंधर में भी दो और मामले जुड़े तो लुधियाना में एसीपी को कोरोना संक्रमण की पुष्टि के साथ पंजाब में पहली बार कोई पुलिस अधिकारी संक्रमित मिला है। इन्हीं सबके साथ राज्य में संक्रमण के कुल 180 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 25 ठीक हो गए तो 12 की कोरोना का यह खतरनाक वायरस जान भी ले गया।
सबसे ज्यादा केस मोहाली जिले में
राज्य में सबसे ज्यादा मोहाली जिले में 54 लोग संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से 38 अकेले गांव जवाहरपुर से हैं। जालंधर में संक्रमितों का आकंड़ा बढ़कर 24 हो गया है।
और कहां कितने केस हैं अब तक…
- मौजूदा स्थिति में पठानकोट में 22 तो लुधियाना, मानसा और अमृतसर में 11-11 लोग कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं।
- होशियारपुर में 7, मोगा में 4, रोपड़ में 3, फरीदकोट में भी 3 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं।
- फतेहगढ़ साहिब, संगरूर, बरनाला, पटियाला और कपूरथला में 2-2 लोगों को संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है तो मुक्तसर में भी एक युवक कोरोना संक्रमित है।
किस जिले में कब हुई मौत
- सबसे पहले 18 मार्च को नवांशहर जिले के गांव पठलावा के 70 वर्षीय बुजुर्ग पाठी की मौत हुई, जो बीते दिनों जर्मनी से आया था।
- उसके संपर्क में आने के चलते 29 मार्च को होशियारपुर गांव मोरांवाली के बुजुर्ग पाठी की मौत हो गई। नवांशहर के बुजुर्ग पाठी के संपर्क में आया यह पाठी अमृतसर में भर्ती कराया गया था।
- 30 मार्च को लुधियाना की 42 साल की महिला की पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल में भर्ती कराए जाने और संक्रमण की पुष्टि होने के कुछ ही घंटे बाद मौत हो गई थी।
- 31 मार्च को चंडीगढ़ पीजीआईएमईआर में भर्ती मोहाली के 65 साल के व्यक्ति ने दम तोड़ दिया।
- 2 अप्रैल को अमृतसर में भर्ती श्री हरिमंदिर साहिब के पूर्व रागी का भी निधन हो गया। हालांकि 20 मार्च को उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन दोबारा तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया तो 1 अप्रैल को रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
- 5 अप्रैल को लुधियाना के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती 69 साल की महिला ने दम तोड़ दिया, जो 31 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराई गई थी और 2 अप्रैल को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
- इसी दिन पठानकोट जिले के सुजानपुर की 75 वर्षीय महिला की भी मौत हो गई। यह जिले का पहला पॉजिटिव केस था। महिला को 1 अप्रैल को पठानकोट से अमृतसर रेफर किया गया था। चार अप्रैल को उसे कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
- इसके बाद 6 अप्रैल को अमृतसर में नगर निगम से रिटायर हो चुके 65 साल के एक और व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। हालांकि पहले उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी, 5 अप्रैल को दोबारा भर्ती कराए जाने पर उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
- 8 अप्रैल को पीजीआईएमईआर में भर्ती रोपड़ के 55 वर्षीय पहले संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई। जिले के गांव चतामली के इस व्यक्ति को शुगर के चलते 2 अप्रैल को भर्ती कराया गया था। कोरोना के लक्षण पाए जाने के बाद सैंपल लिया तो सकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
- इसके कुछ ही घंटे बाद 9 अप्रैल गुरुवार की सुबह जालंधर में कांग्रेसी नेता के 59 वर्षीय पिता ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बुधवार शाम को ही उनके कोरोना पॉजिटिव होने का पता चला था। उसके बाद से वह सिविल अस्पताल के कोरोना वार्ड में वेंटीलेटर पर थे।
- इसी बीच बरनाला की एक महिला की भी मौत हो चुकी है। उसकी रिपोर्ट मौत के बाद पॉजिटिव आई थी। ठीक इसी तरह का केस मोहाली में भी है। 8 अप्रैल को जिले की दूसरी मौत एक महिला की हुई। पहले इस महिला को कोरोना टेस्ट में निगेटिव बताकर अस्पताल से घर भेज दिया गया था। 8 अप्रैल को अचानक उसकी हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। इसके बाद उसका नमूना जांच के लिए भेजा गया था।
राहत की बात भी
हालांकि अब तक सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि राज्य में अब तक 25 लोग ठीक हो चुके हैं। इनमें से 10 लोग नवांशहर जिले से हैं, जो बीते दिनों कोरोना का एपिसेंटर बना हुआ था। पिछली 26 मार्च के बाद नवांशहर जिले में संक्रमण का आंकड़ा न सिर्फ 19 पर रुका हुआ है।