बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में फायरिंग- 4 जवानों की मौत:सादे कपड़ों में आए 2 हमलावर, राइफल से गोलियां चलाईं; टेरर एंगल की भी जांच
बठिंडा. पंजाब के बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में बुधवार सुबह हुई फायरिंग में सेना के 4 जवानों की मौत हो गई। 80 मीडियम रेजिमेंट के ये जवान ऑफिसर्स मेस में गार्ड ड्यूटी पर तैनात थे। आर्मी ने कहा कि फायरिंग सुबह 4:35 बजे हुई। 4 मौतों के अलावा जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। पुलिस और सेना की टीमें मिलकर इसकी जांच कर रही हैं।
Punjab | Four casualties in firing inside Bathinda Military Station; Area cordoned off, search operation underway
Visuals from outside the Military Station pic.twitter.com/gFj4kNQdXC
— ANI (@ANI) April 12, 2023
शुरूआती जांच में पता चला कि जवानों को इंसास राइफल से गोलियां मारी गई हैं। पुलिस को मौके से इसके 19 खाली खोल बरामद हुए हैं। गोली मारने वाले 2 लोग सफेद कुर्ता-पायजामा पहनकर आए थे। मुंह ढका हुआ था। बठिंडा पुलिस ने इसमें टेरर एंगल से इनकार नहीं किया है। इस घटना से 2 दिन पहले यूनिट के गार्ड रूम से इंसास राइफल और गोलियां गायब हुई थी। पुलिस और आर्मी को इस राइफल का घटना में इस्तेमाल होने का शक है।
आर्मी ने बयान जारी कर बताया कि सर्च टीम को इंसास राइफल मिली है। जिसमें कुछ मैगजीन भी हैं। पुलिस व आर्मी की जॉइंट टीम ने राइफल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। जिससे स्पष्ट होगा कि यह वारदात इसी राइफल से की गई या नहीं। आर्मी ने किसी संदिग्ध को हिरासत में लेने की बात से भी इनकार किया है।
फायरिंग के बाद मिलिट्री स्टेशन को सील कर दिया गया था। लोगों के आने-जाने पर भी रोक लगा दी गई थी। आर्मी एरिया में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान अंदर रहने वाले सैनिकों के परिवार को घर में रहने को कहा गया। कैंट के अंदर के स्कूल भी बंद कर दिए गए थे। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों पर हत्या और आर्म्स एक्ट का केस दर्ज किया है।
मरने वाले जवान कर्नाटक और तमिलनाडु के
बठिंडा के SP डिटेक्टिव अजय गांधी ने कहा- मिलिट्री पुलिस के साथ मिलकर घटना की जांच की जा रही है। मरने वालों में सागर बन्ने, कमलेश आर, योगेश कुमार जे, संतोष कुमार नागराल शामिल हैं। इनमें 2 जवान कर्नाटक और 2 तमिलनाडु के हैं। इनकी उम्र 24 से 25 साल की उम्र है। इनकी नौकरी को अभी 3-3 साल ही हुए हैं।
जिसने फायरिंग की है, उसके बारे में अभी कुछ पता नहीं चला है। जिन जवानों ने देखा, उनका कहना है कि फायरिंग करने वाले 2 आरोपी थे। ये लोग किस व्हीकल में आए, इसके बारे में पता नहीं है। गोली मारने वाले सिविलियंस हैं या आर्मी के जवान, इसके बारे में जांच की जा रही है। इसके अलावा पंजाब पुलिस मिलिट्री पुलिस के साथ मिलकर टेरर एंगल की भी जांच की जा रही है। अंदर CCTV कैमरे भी लगे हुए हैं। इसकी भी छानबीन की जा रही है।
फायरिंग की घटना के बाद मिलिट्री स्टेशन के अंदर बढ़ाई सुरक्षा की तस्वीरें
पढ़िए .. आर्मी मेजर की जुबानी, पूरी कहानी
80 मीडियम रेजिमेंट के मेजर आशुतोष शुक्ला ने पुलिस को बताया कि अफसर मैस के सामने जवानों के रहने के लिए बैरक बनी हुई है। अफसर मैस में काम करने वाले जवान और गार्ड यहीं रहते हैं। निचले कमरे में गनर नागा सुरेश रहता है। ऊपर के 2 कमरों में से एक में गनर सागर बन्ने व गनर योगेश कुमार और दूसरे कमरे में गनर संतोष व गनर कमलेश रहता है। जो आर्मी यूनिट के ड्यूटी रोस्टर के मुताबिक 2-2 घंटे बिना हथियार के नाइट वॉचमैन की भी ड्यूटी करते हैं .
एशिया की सबसे बड़ी छावनी है बठिंडा कैंट
बठिंडा कैंट एशिया की सबसे बड़ी सैनिक छावनी है। इस मिलिट्री स्टेशन की बाउंड्री करीब 45 किलोमीटर है। यहां का एम्युनिशन डिपो देश के सबसे बड़े डिपो में से एक है। मिलिट्री स्टेशन के बीच से नेशनल हाईवे 64 (बठिंडा-चंडीगढ़) गुजरता है। इसके दोनों तरफ बाउंड्री बनाकर मिलिट्री स्टेशन को कवर किया गया है। बठिंडा में आर्मी की 10 कॉर्प्स का मुख्यालय है। इस मिलिट्री स्टेशन में बड़ी संख्या में ऑपरेशनल आर्मी यूनिट हैं।
पंजाब में आर्मी बेस पर हो चुका हमला
पठानकोट में जनवरी 2016 में जैश-ए-मोहम्मद ने आतंकी हमला कराया था। उसके 6 आतंकी पाकिस्तान से भारत में घुसे। वह हथियारों से लैस होकर एयरबेस में घुस गए थे। उनकी अंधाधुंध फायरिंग में 7 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे। जवाबी फायरिंग में जवानों ने आतंकियों को भी मार गिराया गया था।
वहीं गुरदासपुर में जुलाई 2015 में आतंकी हमला हुआ था। इसमें आतंकी आर्मी यूनिफॉर्म पहनकर दीनानगर पुलिस थाने में घुस गए थे। यह आतंकी लश्कर के थे, जिन्हें मार गिराया गया था।