सहारनपुर में कांग्रेस महासचिव : काला कुर्ता, भगवा गमछा और माथे पर लाल टीका; किसान महापंचायत में नए अंदाज में दिखीं प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी के जय जवान-जय किसान कार्यक्रम के तहत बुधवार को सहारनपुर के चिलकाना में हुई किसान महापंचायत में शामिल हुईं।
सहारनपुर। कृषि कानूनों के विरोध में सड़क से संसद तक संग्राम मचा है। किसान नेताओं और राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के बाद अब कांग्रेस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान महापंचायत के जरिए अपनी चुनावी तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी के जय जवान-जय किसान कार्यक्रम के तहत बुधवार को सहारनपुर के चिलकाना में हुई किसान महापंचायत में शामिल हुईं।
मंच पर पहुंची प्रियंका के अंदाज की खूब चर्चा हो रही है। प्रियंका काला कुर्ता, गले में भगवा गमछा और माथे पर लाल टीका लगाकर महापंचायत में पहुंचीं। इससे पहले शाकुंभरी देवी मंदिर में पूजा की। इसके बाद वह रायपुर स्थित खानकाह में हजरत रायपुरी की दरगाह पहुंची।
कृषि कानूनों से मोदी सरकार तक, प्रियंका की खास बातें…
1. नए कृषि कानून राक्षस की तरह, इन्हें पूंजीपतियों के लिए बनाया गया
मैं माता शाकुंभरी देवी का आशीर्वाद लेकर आई हूं। एक बार भीषण अकाल पड़ा। शाकुंभरी देवी ने सौ आंखों से आंसू बहाए तब नदियों में पानी आया और किसान संकट से निकले। नए कृषि कानून राक्षस की तरह हैं, इन्हें पूंजीपतियों के लिए बनाया गया है। एक कानून खरबपतियों को फायदा पहुंचाएगा। दूसरे कानून से मंडिया खत्म हो जाएंगी। इस कानून से आपको उपज का सही दाम नहीं मिल पाएगा।
2. कानून वापसी तक पीछे नहीं हटना है
प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने किसानों से कहा, ये आपकी जमीन का आंदोलन है, आप पीछे मत हटिए। हम आपके साथ खड़े हैं, जब तक ये बिल वापस नहीं होते तब तक डटे रहिए। जाग जाइए, जिनसे आप उम्मीद रख रहे हैं, वे आपके लिए कुछ नहीं करेगें। अब आप समझ जाइए। जो आपसे ये बड़े-बड़े वादे करते हैं, उनके शब्द खोखले हैं।
3. 56 इंच के सीने का दिल उद्योगपतियों के लिए धड़कता है
56 इंच के सीने के अंदर एक छोटा सा दिल है। वह सिर्फ कुछ उद्योगपतियों के लिए धड़कता है। सरकार 16,000 करोड़ के 2 प्लेन खरीदती है। 20,000 करोड़ नई संसद पर खर्च कर देती है, लेकिन इस सरकार ने किसानों का 15,000 करोड़ का बकाया आज तक नहीं दिया।
4. काले कानून जमाखोरी के लिए दरवाजे खोलेंगे
किसान का बेटा सीमा पर शहीद होता है। किसान का बेटा ही प्रधानमंत्री की सुरक्षा करता है। प्रधानमंत्री किसान को पहचान नहीं रहे हैं। केंद्र सरकार के कानून जमाखोरी के लिए दरवाजे खोलेंगे। आपकी फसल कैसे खरीदी जाए, यह खरबपति तय करेंगे। सरकारी मंडियां बंद हो जाएंगी। जमाखोर प्राइवेट मंडी में फसल रखेंगे। वे अपनी मर्जी से जब चाहे फसल निकाल सकेंगे।
5. कांग्रेस की सरकार बनी तो कानून खत्म करेंगे
कांग्रेस की सरकार होगी तो कानून आपकी मदद के लिए बनेंगे, न कि आपको पीसने के लिए। जब कांग्रेस की सरकार आएगी ये सभी कानून वापस होंगे और आपको समर्थन मूल्य का पूरा दाम मिलेगा। हम आपके दिलों के साथ और जीवन के साथ राजनीति नहीं करेगें। ये लोग आपकी परवाह नहीं करते। हम आपको धर्म और जाति के नाम पर तोड़ेंगे नहीं। आपका बंटवारा नहीं करेगें, हम आपको जोड़ेगें।