तीसरी लहर की आहट पर मोदी की चेतावनी:प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र, केरल में कोरोना के केस बढ़ने पर चिंता जताई; देश के 80% मामले 6 राज्यों से हैं

मोदी ने कहा कि शुरुआत में विशेषज्ञ ये मान रहे थे कि जहां से सेकंड वेव की शुरुआत हुई थी, वहां स्थिति पहले नियंत्रण में होगी। लेकिन महाराष्ट्र और केरल में केसेस में इजाफा देखने को मिल रहा है। ये वाकई हम सबके लिए, देश के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। बता दें देश में कोरोना के एक्टिव केसों में 80% उन्हीं राज्यों से हैं जिनसे मोदी ने चर्चा की है।

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 6 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कोरोना की स्थिति पर चर्चा की है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस मीटिंग में महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा और केरल के मुख्यमंत्री शामिल हुए। मोदी ने कहा, ‘हमें टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और टीके पर ध्यान देना होगा। जिन राज्यों में केस बढ़ रहे हैं, उन्हें प्रोएक्टिव मेजर लेते हुए तीसरी लहर की आशंका को रोकना होगा।’

मोदी ने कहा कि शुरुआत में विशेषज्ञ ये मान रहे थे कि जहां से सेकंड वेव की शुरुआत हुई थी, वहां स्थिति पहले नियंत्रण में होगी। लेकिन महाराष्ट्र और केरल में केसेस में इजाफा देखने को मिल रहा है। ये वाकई हम सबके लिए, देश के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। बता दें देश में कोरोना के एक्टिव केसों में 80% उन्हीं राज्यों से हैं जिनसे मोदी ने चर्चा की है।

प्रधानमंत्रीने कहा, ‘एक्सपर्ट्स बताते हैं कि लंबे समय तक केस बढ़ने से कोरोना के वायरस में म्यूटेशन की आशंका बढ़ जाती है, नए वायरस का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए तीसरी लहर को रोकने के लिए कदम उठाने जरूरी हैं। इस दिशा में वही करना है, जो पहले राज्य कर चुके हैं। टेस्टेड एंड प्रूवन मेथर्ड है।’

जहां केस ज्यादा, वहां निगरानी भी ज्यादा होनी चाहिए
प्रधानमंत्री ने राज्यों को सलाह दी है कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर हमें तेजी से काम करना होगा। जहां केस ज्यादा आ रहे हैं, वहां निगरानी भी ज्यादा होनी चाहिए। जब मैं नॉर्थ ईस्ट के मुख्यमंत्रियों से बात कर रहा था तो पता चला कि कुछ राज्यों ने लॉकडाउन ही नहीं किया, वहां माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर ध्यान दिया गया।

कोविड फंड का इस्तेमाल कर हेल्थ सुविधाएं बढ़ाएं
मोदी ने कहा कि देश के सभी राज्यों में नए आईसीयू बेड बनाने, टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने और दूसरी सभी जरूरतों के लिए फंड उपलब्ध कराया जा रहा है। केंद्र सरकार ने हाल ही में 23 हजार करोड़ से ज्यादा का इमरजेंसी कोविड फंड जारी किया है। इसका उपयोग हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए किया जाना चाहिए। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। आईटी सेक्टर में कॉल सेंटर जैसी सुविधा मजबूत करना भी जरूरी है। इससे डेटा ट्रेकिंग करने में आसानी होती है।

कोरोना की स्थिति पर 4 दिन में यह मोदी की दूसरी बैठक है। इससे पहले मंगलवार को मोदी ने उत्तर-पूर्वी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मीटिंग की थी। इस में राज्यों में कोरोना की स्थिति को लेकर विस्तार से चर्चा की गई थी। इस दौरान प्रधानमंत्री ने माइक्रो लेवल पर कड़े कदम उठाने की सलाह दी थी।

देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 39071 मरीज मिले
देश में कोरोना के नए केस और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में अंतर लगभग स्थिर है। यानी जितने केस आ रहे हैं उससे कुछ कम या कुछ ज्यादा मरीज ठीक हो रहे हैं। बीते 24 घंटे में 39,071 नए मरीज मिले, 39,827 ठीक हुए और 544 ने जान गंवाई। गुरुवार को मौत का आंकड़ा बीते 101 दिन में सबसे कम रहा। इससे पहले इसी साल 5 अप्रैल को 446 संक्रमितों की मौत हुई थी।

एक्टिव केस में भी एक दिन की बढ़त के बाद उछाल आया है। बुधवार को इसमें 1,874 की बढ़ोतरी हुई थी तो वहीं, गुरुवार को इसमें 1,316 की कमी आई। अब देश में 4.24 लाख मरीजों का इलाज चल रहा है।

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