PM मोदी की हाईलेवल मीटिंग:अरविंद केजरीवाल ने कहा- मैं मुख्यमंत्री होते हुए भी कुछ नहीं कर पा रहा; केंद्रीय मंत्री भी अब थक गए
प्रधानमंत्री की इंटरनल बैठक सुबह 9 बजे होगी। इसमें कौन शामिल होगा, इसकी जानकारी नहीं है। दूसरी बैठक सुबह 10 बजे राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ होगी। इसमें महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, राजस्थान, बिहार और केरल के मुख्यमंत्री शामिल हो सकते हैं। इसके बाद दोपहर 12.30 बजे मोदी ऑक्सीजन प्रोडक्शन कंपनियों के मालिक से बात करेंगे।
नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाई लेवल मीटिंग शुरू हो गई है। इसमें वो उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर रहे हैं, जहां कोरोना के मामले सबसे ज्यादा आ रहे हैं। सबसे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उन्होंने संवाद शुरू किया है।
केजरीवाल ने कहा, ‘हमने केंद्र को मंत्रियों को फोन किए। उन्होंने पहले मदद की पर अब वो भी थक गए। अगर दिल्ली में ऑक्सीजन की फैक्ट्री नहीं है तो क्या दो करोड़ लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिलेगी। जिन राज्यों में ऑक्सीजन प्लांट हैं, वो दूसरों की ऑक्सीजन रोक सकते हैं। ऑक्सीजन रुक जाए और लोगों की मौत की नौबत आ जाए तो मैं फोन उठाकर किससे बात करूं, कोई ट्रक रोक ले तो किसे फोन करूं। हम लोगों को मरने के लिए नहीं छोड़ सकते हैं। अगर कोई सार्थक कदम नहीं उठाया तो हालात बिगड़ेंगे।’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘दिल्ली के 2 करोड़ लोगों की तरफ से मैं विनती कर रहा हूं कि आप हमारी मदद कर सकते हैं। ऑक्सीजन की कमी से अस्पताल में जो हालात हैं, वो देखे नहीं जाते। पूरी-पूरी रात हम सो नहीं पाते। मुख्यमंत्री होते हुए भी मैं कुछ नहीं कर पा रहा हूं। ईश्वर न करे कि ऑक्सीजन न मिलने से अनहोनी हो गई तो हम कभी अपने को माफ नहीं कर पाएंगे। एक नेशनल प्लान बनना चाहिए। देश के सभी ऑक्सीजन प्लांट को आर्मी टेकओवर करे। ट्रकों के साथ सेना का वाहन रहेगा तो कोई उन्हें रोक नहीं पाएगा।’
प्रधानमंत्री की तीसरी बैठक ऑक्सीजन का प्रोडक्शन करने वाले कंपनी मालिकों के साथ होगी। उन्होंने अपना बंगाल दौरा भी रद्द कर दिया है। पहले वे मालदा, मुर्शिदाबाद, बीरभूम और दक्षिण कोलकाता में रैलियों को संबोधित करने वाले थे, लेकिन अब वे चारों रैलियां वर्चुअली करेंगे। स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने रैलियों की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन आखिर वक्त पर रैलियां रद्द कर दी गईं।
प्रधानमंत्री की इंटरनल बैठक सुबह 9 बजे होगी। इसमें कौन शामिल होगा, इसकी जानकारी नहीं है। दूसरी बैठक सुबह 10 बजे राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ होगी। इसमें महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, राजस्थान, बिहार और केरल के मुख्यमंत्री शामिल हो सकते हैं। इसके बाद दोपहर 12.30 बजे मोदी ऑक्सीजन प्रोडक्शन कंपनियों के मालिक से बात करेंगे।
इन मीटिंग्स के चलते चलते नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपना बंगाल दौरा रद्द कर दिया है। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने यहां 4 जिलों की 56 विधानसभा सीटों के लिए 4 रैलियां करनी थीं। हालांकि, शाम 5 बजे वो वर्चुअली राज्य के वोटरों से अपनी अपील करेंगे।
ऑक्सीजन के मसले पर देश के 6 हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है। इस बीच गृह मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश दिए हैं कि ऑक्सीजन सप्लाई वाली गाड़ियों को न रोका जाए। इससे पहले गुरुवार को देश में ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल रिव्यू मीटिंग की। इसमें उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए कि राज्यों को की जा रही ऑक्सीजन सप्लाई में किसी तरह की रुकावट नहीं आनी चाहिए।
दिल्ली में ऑक्सीजन की आमद:ओडिशा से दिल्ली को ऑक्सीजन की आपात सप्लाई शुरू, मुख्यमंत्री पटनायक बोले- काश ये बैठक PM और जल्दी लेते तो इतनी जानें न जातीं
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच रोजाना ऑक्सीजन की कमी से जूझती दिल्ली के लिए ओडिशा रक्षक बनकर उभरा है। राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दैनिक भास्कर को बताया कि ‘अब दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी नहीं होने देंगे, दिल्ली के लोगों से हमारा वादा है कि ऑक्सीजन की कमी से अब वहां कोई नहीं मरेगा। अगर प्रधानमंत्री यह बैठक और जल्दी कर लेते तो हम और जल्दी ऑक्सीजन सप्लाई शुरू कर देते।’
ओडिशा सरकार ने 22 अप्रैल यानी गुरुवार को प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद दिल्ली को मेडिकल ऑक्सीजन भेजने का फैसला किया है। साथ ही 23 अप्रैल, यानी शुक्रवार को लिखित ऑर्डर जारी कर ओडिशा में ऑक्सीजन के इंडस्ट्रियल इस्तेमाल पर फिलहाल रोक लगा दी है।
ओडिशा सरकार के प्रवक्ता मानस मंगराज ने शुक्रवार को बताया कि ‘दिल्ली को कल ही 20-20 टन के दो टैंकर भेजे जा चुके हैं। 70 ऑक्सीजन बस कुछ घंटों में पहुंचने वाली है। स्थिति सुधरने तक अब दिल्ली को रोज 100 टन ऑक्सीजन भेजी जाती रहेगी। अगर और ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी तो हम उसे भेजने में भी सक्षम हैं।’
मानस ने बताया कि ओडिशा के पास अभी 500 टन ऑक्सीजन सुरक्षित है। इसके अलावा रोजाना मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा। सभी तरह की इंडस्ट्रियल आपूर्ति को रोक दिया गया है। मेडिकल ऑक्सीजन की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का आदेश भी मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी कर दिया गया है।
ओडिशा के प्रवक्ता ने बताया कि ‘हमें सुनने में आया है कि कुछ राज्य दिल्ली की ऑक्सीजन लूट ले रहे हैं। इसीलिए दिल्ली तक ऑक्सीजन पुलिस सिक्योरिटी के साथ पहुंचाई जा रही है। इसके लिए ओडिशा पुलिस के एक खास दल को तैनात किया गया है। उसी की सिक्योरिटी में ऑक्सीजन ओडिशा से दिल्ली पहुंचेगी। एडीजी लॉ ऐंड आर्डर ने इस पुलिस दल का गठन किया है। दिल्ली तक तेजी से ऑक्सीजन पहुंचाने में किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है।
महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश को पहले से भेजी जा रही ऑक्सीजन
ओडिशा पिछले पांच दिनों से महाराष्ट्र को मेडिकल ऑक्सीजन भेज रहा है। कल ही 40-40 टन के दो टैंकर महाराष्ट्र को भेजे गए। इसके अलावा छत्तीसगढ़ ,आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश को रोजाना 50 से 60 टन ऑक्सीजन भेजी जा रही है। यह सप्लाई करीब पिछले एक हफ्ते से की जा रही है।
ओडिशा में भी संक्रमण की दर तेज
पिछले 24 घंटों में ओडिशा में 6,164 कोरोना के मामले सामने आए हैं। राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 35,07 है।