कांग्रेस का संसद घेराव:यूथ कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता संसद के बाहर जमा हुए, पुलिस ने वाटर कैनन से बौछारें की; राहुल बोले- PM ने नौकरी देने की जगह छीनी
नई दिल्ली। पेगासस जासूसी कांड और महंगाई के मुद्दे पर यूथ कांग्रेस ने आज संसद के बाहर प्रदर्शन किया। हजारों कार्यकर्ता संसद का घेराव करने पहुंचे। इन्हें रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछारें कीं। प्रदर्शन में राहुल गांधी भी शामिल हुए। इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए देशभर से कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचे थे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी रोजगार के मुद्दे पर एक शब्द नहीं बोलते। पिछले 7 सालों में 12 करोड़ युवा नौकरी का इंतजार कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने उन्हें नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने करोड़ों युवाओं की नौकरी छीन ली।
जासूसी के मुद्दे पर जांच की मांग कर रही है कांग्रेस
Delhi | Youth Congress protests over issues including fuel price hike and Pegasus at Raisana road. Water cannons were used to disperse the protestors pic.twitter.com/6BRbUNDqeg
— ANI (@ANI) August 5, 2021
राज्यसभा शुक्रवार तक स्थगित
संसद के मानसून सेशन के तीसरे हफ्ते का आज चौथा दिन था। दोनों सदनों का कामकाज काफी हंगामेदार रहा। विपक्ष पेगासस जासूसी कांड और नए कृषि कानून को लेकर सरकार पर हमला किया। विपक्षी नेताओं की मांग कि सदन में इन मुद्दों पर चर्चा की जाए। वहीं, केंद्र का कहना है कि वो हर मसले पर बहस के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष का शोर-शराबा बंद नहीं हो रहा।
गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 3 बजे तक स्थगित कर दी गई। दूसरी बार कार्यवाही शुरू होने के बाद सदन को 4 बजे तक स्थगित कर दिया गया। वहीं, तीसरी बार कार्यवाही शुरू होने के बाद उसे 5 बजे तक स्थगित करना पड़ा। राज्यसभा में हंगामे के बीच संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (संशोधन) विधेयक, 2021 पास हो गया। इसके बाद हंगामा हुआ और उच्च सदन को 3.40 बजे तक स्थगित कर दिया गया। कार्यवाही शुरू होने के बाद राज्यसभा को शुक्रवार तक स्थगित कर दिया गया।
ब्रॉन्ज जीतने पर हॉकी टीम को संसद ने बधाई दी
इससे पहले दोनों सदनों में ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर भारतीय हॉकी टीम को बधाई दी गई। लोकसभा के सभापति ओम बिरला बोले ने कहा कि इस कामयाबी पर पूरे देश को गर्व है।
संसद न चलने देना कांग्रेस का एजेंडा: रविशंकर प्रसाद
सेशन शुरू होने से पहले BJP नेता रविशंकर प्रसाद ने संसद न चलने को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम किसी भी मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं, लेकिन सवाल है कि क्या विपक्ष सच में ऐसा चाहता है। संसद न चलने देना कांग्रेस का एजेंडा है। वो नहीं चाहती कि कोई पार्टी उनसे आगे निकले।
रविशंकर ने कहा कि पेगासस मामले पर अब तक कोई सबूत नहीं मिला है। विपक्षी नेता केवल कीचड़ उछालने का काम कर रहे हैं। कांग्रेस संसद का सम्मान नहीं करती है। यह रवैया गैर-जिम्मेदाराना है। हमारी सरकार पर वो सवाल उठाते हैं लेकिन आप देखिए कि कांग्रेस के शासनकाल में बिल कैसे पास होते थे।
पेगासस मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव भेजा गया
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने पेगासस मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव भेजा है। इसका मतलब है कि वो सदन के सारे कामकाज रोककर इस मसले पर चर्चा की मांग कर रहे हैं।
6 TMC सांसद बुधवार को दिन भर के लिए सस्पेंड हुए
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के 6 सांसदों को बुधवार को दिन भर के लिए सस्पेंड कर दिया था। इनमें डोला सेन, नदीमुल हक, अर्पिता घोष, मौसम नूर, शांता छेत्री और अबीर रंजन बिस्वास शामिल हैं। सदन में तख्तियां दिखाने और हंगामा करने को लेकर यह कार्रवाई हुई।
TMC के इन सांसदों की सदस्यता समाप्त होनी चाहिए: नकवी
TMC सांसदों के निलंबन पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि वे हिंसा की अपनी विरासत से संसद को कलंकित करने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने तोड़फोड़ का सहारा लिया। वे संसद में बंगाल हिंसा को दोहराने की कोशिश कर रहे हैं। इनकी सदस्यता समाप्त होनी चाहिए।
बुधवार को हंगामे के बीच संसद में 5 बिल पास हुए
हंगामे के बीच बुधवार को राज्यसभा में तीन बिल (लिमिटेड लिबर्टी पार्टनरशिप (अमेंडमेंट) बिल 2021, डिपॉजिट इंश्योरेंस और क्रेडिट गारंटी बिल 2021 और एयरपोर्ट्स इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी (अमेंडमेंट) बिल, 2021) पास हुए। वहीं, लोकसभा में दो विधेयक (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के इलाकों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग विधेयक, 2021 और नारियल विकास बोर्ड (संशोधन) विधेयक, 2021) पारित हुए।
बीते दो हफ्ते में संसद में 18 घंटे ही हुआ कामकाज
संसद का मानसून सेशन 19 जुलाई से शुरू हुआ। पहला और दूसरा हफ्ता मिलाकर दोनों सदनों में 18 घंटे ही कामकाज हो सका, जो कि 107 घंटे होना चाहिए था। लोकसभा में 7 घंटे और राज्यसभा में 11 घंटे कामकाज हुआ। कामकाज न होने से टैक्सपेयर्स का 133 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।