ज्योतिरादित्य सिंधिया आज 12.30 बजे होंगे बीजेपी में शामिल
ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के इस्तीफे के बाद भी मध्य प्रदेश की तस्वीर साफ नहीं दिख रही. बीजेपी के विधायक दिल्ली आ गए हैं और कांग्रेस ने अपने विधायकों को जयपुर भेज दिया है.
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बेंगलुरु में मौजूद 19 विधायकों के अलावा कांग्रेस के बिसाहूलाल सिंह, एंदल सिंह कंसाना और मनोज चौधरी ने भी स्पीकर को इस्तीफा भेजा
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सपा विधायक राजेश शुक्ला और बसपा विधायक संजीव कुशवाह शिवराज सिंह चौहान से मिलने पहुंचे
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भाजपा ज्योतिरादित्य को पार्टी में शामिल करने के बाद राज्यसभा भेज सकती है, उन्हें केंद्र में मंत्री भी बना सकती है
नई दिल्ली/भोपाल. कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और उनके साथ 22 अन्य पार्टी विधायके के इस्तीफा के बाद राज्य में कमलनाथ (Kamal Nath) की अगुवाई वाली सरकार पर संकट गहरा गया है. मंगलवार को राजनीतिक संकट पैदा होने के बाद कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन (lal ji tandon) को चिट्ठी लिखकर 6 मंत्रियों को बर्खास्त करने की सिफारिश की थी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गवर्नर ने चिट्ठी रिसीव कर ली है. हालांकि अभी तक राज्यपाल की ओर से कमलनाथ की चिट्ठी पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. वह 13 मार्च को भोपाल लौंटेंगे.
इससे पहले मंगलवार सुबह जब पूरा देश होली का जश्न मना रहा था, तभी सिंधिया ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से उनके 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर मुलाकात की.
- ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) बुधवार दोपहर 12.30 बजे बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
- MP कांग्रेस MLA अर्जुन सिंह काकोड़िया ने कहा कि कांग्रेस की सरकार रहेगी, कमलनाथ की सरकार रहेगी.
- 16 तारीख को देखिएगा जितने नंबर थे उतने ही रहेंगे. सब वापस आएंगे. जाने दीजिए उन्हें(सिंधिया) पुराना इतिहास है, जनसंघ उन्हीं के घर से पैदा हुआ था. अकेले जाने से कुछ नहीं होता,अब राजा-महाराजा के दिन गए.
- मध्य प्रदेश कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने कहा कि कुल 4 निर्दलीय विधायक हैं, चारों हमारे साथ हैं. विधायक सभी हमारे साथ हैं जो सिंधिया जी के साथ गए हैं वो भी हमारे साथ हैं, क्योंकि वो समझ रहे हैं कि एक व्यक्ति की महत्वकांक्षा के चलते उन सबके भविष्य दांव पर हैं.
करीब 22 घंटे की ना-हां, हां-ना के बाद आखिरकार ज्योतिरादित्य सिंधिया का इस्तीफा आ ही गया। होली के दिन दोपहर 12.10 बजे सिंधिया ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफे की चिट्ठी ट्वीट कर दी। हालांकि, ये चिट्ठी 9 मार्च को ही लिख ली गई थी। महज 20 मिनट बाद कांग्रेस ने सिंधिया को पार्टी से बर्खास्त कर दिया। 5 मिनट बाद ही दोपहर 12.35 बजे सिंधिया समर्थक 19 विधायकों ने हाथ से लिखा इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया। कांग्रेस के ये सभी विधायक सोमवार से ही बेंगलुरु में हैं। शाम करीब पौने छह बजे उनके इस्तीफे लेकर भाजपा के नेता स्पीकर एनपी प्रजापति के पास पहुंच गए। शाम 4:45 बजे तक इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई।
इससे पहले दोपहर 2 बजे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मीडिया के सामने आए। उनके साथ मौजूद थे कांग्रेस के 20वें विधायक बिसाहूलाल सिंह। बिसाहूलाल ने भी कांग्रेस से इस्तीफे की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि ‘आने वाले समय में अधिकांश कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल होने वाले हैं।’ उनके बगल में मौजूद शिवराज ने लगे हाथ दावा किया कि ‘कांग्रेस विधायक एंदल सिंह कंसाना ने भी विधानसभा सदस्यता छोड़ दी है और भाजपा में आने वाले हैं।’ 3.45 बजे कंसाना और 4:25 बजे मनोज चौधरी के इस्तीफे की खबर आई। अब तक कुल 22 इस्तीफे हो चुके हैं।इसी बीच, ज्याेतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में चलते-चलते कुछ मिनटों के लिए मीडिया से बातचीत की। सवालों की बौछारों के बीच कहा- ‘मुझे जो कहना था, इस्तीफे में कह दिया है। हैप्पी होली।’ और कार ड्राइव करते हुए निकल गए। सिंधिया के दो दिन बाद भाजपा में शामिल होने के आसार हैं।
सिंधिया ने इस्तीफे में लिखा- कांग्रेस में रहकर काम नहीं कर पाऊंगा
सिंधिया ने इस्तीफे की चिट्ठी में लिखा…
‘‘डियर मिसेज गांधी, मैं पिछले 18 वर्षों से कांग्रेस पार्टी का प्राथमिक सदस्य हूं। अब वक्त हा गया कि मुझे नई शुरुआत के साथ आगे बढ़ना चाहिए। मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे रहा हूं और जैसा कि आप जानती हैं, यह वह रास्ता है, जो पिछले वर्ष खुद बनना शुरू हो गया था। हालांकि, जन सेवा का मेरा लक्ष्य उसी तरह का बना रहेगा, जो शुरुआत से ही हमेशा रहा है, मैं अपने प्रदेश और देश के लोगों की उसी तरह से सेवा करता रहूंगा। मुझे लगता है कि मैं आगे यह काम इस पार्टी (कांग्रेस) में रहकर करने में सक्षम नहीं हूं। अपने लोगों और अपने कार्यकर्ताओं की भावनाओं को प्रदर्शित करने और उसे जाहिर करने के लिए, मुझे लगता है कि यह सबसे अच्छा होगा कि मैं आगे की ओर देखूं और एक नई शुरुआत करूं। मुझे देश सेवा के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए मैं आपको बहुत धन्यवाद देता हूं और आपके माध्यम से कांग्रेस पार्टी के मेरे साथियों को भी धन्यवाद देता हूं।’’
सादर, आपका ज्योतिरादित्य सिंधिया
लक्ष्मण सिंह ने कहा- अब विपक्ष में बैठने की तैयारी करें
सीएम हाउस पहुंचे दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने इस घटनाक्रम पर कहा- ‘अब हमें विपक्ष में बैठने की तैयारी करना चाहिए।’ वहीं, कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले मंत्री उमंग सिंघार ने कहा- ‘मध्यप्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं और पार्टी से जाने का विचार कर रहे विधायकों से आग्रह है कि व्यक्तिगत हित से ऊपर उठकर पार्टी हित में सोचें। यह सरकार प्रदेश के कार्यकर्ताओं की मेहनत से बनी है। उनकी भावनाओं को सर्वोपरि रखते हुए निर्णय लें, नहीं तो युवा पीढ़ी कभी हमें माफ नहीं करेगी।
सिंधिया का पार्टी में स्वागत: नरोत्तम
कांग्रेस नेता और मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि पार्टी के नेताओं से हमारी बातचीत चल रही है। हमारी सरकार को कोई खतरा नहीं है। सरकार स्थिर है और पांच साल का कार्यकाल पूरी करेगी।
वहीं, भाजपा के नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हम ज्योतिरादित्य सिंधिया का पार्टी में शामिल होने पर स्वागत करते हैं। वे जमीन से जुड़े बड़े नेता हैं। शायराना अंदाज में उन्होंने कहा कि दुश्मनों के तीर खाकर दोस्तों के शहर में, उनको किस-किस ने मारा, ये कहानी फिर कभी।
तीन अलग-अलग जगहों पर ठहरे हैं विधायक
बेंगलुरु से 40 किलोमीटर दूर रिसॉर्ट पाम मेडोज के साथ तीन अलग-अलग जगहों पर सिंधिया समर्थक विधायकों को ठहराया गया है। ये स्थान कर्नाटक से भाजपा विधायक अरविंद लिंबोवली के क्षेत्र में आता है। सभी कमांडों की निगरानी में हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे और सांसद रहे बीवाय राघवेंद्र और विजयन इन विधायकों को संभाल रहे हैं। इनके साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता अरविंद भदौरिया भी हैं। कर्नाटक गए विधायकों में से कुछ तिरुपति बालाजी के दर्शन करने गए। विजयन रियलिटी फर्म आदर्श डेवलपर चलाते हैं।