दिल्ली / मोदी ने शाहीन बाग में 50 दिन से जारी प्रदर्शन पर कहा- यह संयोग नहीं, प्रयोग है; इसके पीछे भाईचारा खत्म करने का इरादा
दिल्ली के कड़कड़डूमा में मोदी की पहली रैली, दूसरी और आखिरी रैली मंगलवार को द्वारका में मंच स्थल पर अमित शाह की फोटो नहीं, मोदी के साथ केवल राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा नजर आए दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान, नतीजे 11 फरवरी को आएंगे
नई दिल्ली.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेसोमवार को दिल्ली के कड़कड़डूमा स्थित सीबीडी ग्राउंड में हुई चुनावी रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा-सीलमपुर हो, जामिया हो या फिर शाहीन बाग बीते कई दिनों से सीएए को लेकर प्रदर्शन हुए। क्या ये प्रदर्शन सिर्फ एक संयोग हैं। नहीं, ये संयोग नहीं, ये प्रयोग हैं। इसके पीछे राजनीति का एक ऐसा डिजाइन है, जो राष्ट्र के सौहार्दको खंडित करने का इरादा रखता है।उन्होंने कहा-आप और कांग्रेस राजनीति का खेल खेल रहे हैं। संविधान और तिरंगा सामने रखकर ज्ञान बांटा जा रहा है और मुख्य मुद्दों से ध्यान बंटाया जा रहा है। यह मानसिकता यहीं रोकना जरूरी है। दिल्ली में अराजकता को नहीं बढ़ने दिया जाएगा।
कड़कड़डूमा की रैली में मंच पर मोदीके साथ दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कीफोटो नजर आईं। सभा स्थल पर अमित शाह की तस्वीर नहीं लगाई गई।प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को द्वारका में दूसरी रैली को संबोधित करेंगे।इस बार मोदी की दिल्ली मेंकेवल 2 चुनावी सभाएं ही रखी गई हैं। दिल्ली की 70 सीटों पर 8 फरवरी को मतदान होगा। नतीजे 11 फरवरी को आएंगे।
मोदी ने कहा- लोगों के वोट ने देश बदलने में मदद की
- केजरी सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी नेकहा- कुछ लोग राजनीति बदलने आए थे, उनका नकाब बदल चुका है। उनका असली मकसद उजागर हो गया है। सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त इसी दिल्ली में देश की सेना, हमारे वीर जवानों को कठघरे में खड़ा करने वाले लोग आए थे। ये लोग शक कर रहे थे कि आतंकियों को मारा भी कि नहीं।यही लोग थे जो भारत के टुकड़े-टुकड़े करने वालों को बचाने की इच्छा रखते हैं।
- ‘दिल्ली में चुनाव की घोषणा के बाद मेरी पहली जनसभा है। दिल्ली के लोगों का मन क्या है, यह बताने की जरूरत नहीं है…साफ दिखाई दे रहा है। लोकसभा के चुनाव में दिल्ली के लोगों के एक-एक वोट ने भाजपा की ताकत बढ़ाई। सातों की सातों सीटें देकर दिल्ली के लोगों ने तब भी बता दिया था कि वे किस दिशा में सोच रहे हैं।’
- ‘दिल्ली के लोगों के वोट ने देश बदलने में मदद की है। यह चुनाव एक ऐसे दशक का पहला चुनाव है, जो 21वीं सदी के भारत का और 21वीं सदी में भारत की राजधानी का भविष्य तय करने वाला है। 8 फरवरी को पड़ने वाला वोट सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं, इस दशक में दिल्ली के विकास को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए होगा।’
- ‘यहां दिल्ली में भी एक बहुत बड़ी समस्या थी, अवैध कॉलोनियों की। आजादी के बाद से ही किसी न किसी रूप में यह मामला लटका हुआ था। दिल्ली के 40 लाख से ज्यादा लोगों को चिंता से हमारी सरकार ने मुक्त किया। ये लोग अब अपने घर का सपना सच होते देख रहे हैं। जहां झुग्गी है, वहां पक्का घर भी मिलेगा। ऐसा घर जिसमें शौचालय, बिजली, गैस कनेक्शन, नल और नल में जल होगा, जल भी शुद्ध होगा।’
- ‘एक दर्द बताना चाहता हूं कि दिल्ली की सरकार बेघरों को घर नहीं देना चाहती। दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास योजना लागू नहीं हो पा रही है। यहां बैठी सरकार की वजह से इस दिल्ली में योजना के तहत एक भी घर नहीं बन पाया। जब तक ये लोग बैठे रहेंगे तब तक दिल्ली में लोगों की भलाई के काम वे रोकते रहेंगे। रुकावट डालेंगे, रोड़े अटकाएंगे। ये लोग राजनीति के सिवा कुछ जानते ही नहीं हैं।’
- ‘मैं झलक दिखाना चाहता हूं कि काम कैसे होता है और इसे तेज गति से क्यों करना पड़ रहा है? फैसले क्यों लेने पड़ रहे हैं? अनुच्छेद 370 से मुक्ति 70 साल बाद मिली, राम जन्मभूमि पर फैसला 70 साल बाद आया, करतारपुर साहिब कॉरिडोर 70 साल बाद बना, सीएए से हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों को नागरिकता का अधिकार 70 साल बाद मिला। मैं अनगिनत चीजें गिनवा सकता हूं।’