अलर्ट / आतंकी संगठनों के निशाने पर आरएसएस के नेता और दफ्तर, विस्फोटक लदी गाड़ी से हमला कर सकते हैं
खुफिया इनपुट के मुताबिक, आतंकी पुलिस स्टेशनों पर भी हमले की योजना बना रहे हैं इनपुट के बाद महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और असम में सुरक्षा कड़ी की गई
नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता और दफ्तर दुनिया के कई बड़े आतंकी संगठनों के निशाने पर हैं। हमले के लिए आतंकवादी आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) या विस्फोटकों से लदी गाड़ी (वीआईईडी) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के ताजा इनपुट के मुताबिक, महाराष्ट्र, पंजाब और राजस्थान और पूर्वोत्तर के राज्यों में इस तरह के हमले का ज्यादा खतरा है।
आईबी द्वारा जारी इनपुट में कहा गया, “वैश्विक आतंकी समूहों से जुड़े अज्ञात लोग आने वाले दिनों में आरएसएस के नेताओं, उनके दफ्तरों और पुलिस स्टेशनों पर हमले की योजना बना रहे हैं। आतंकवादी आईईडी या विस्फोटकों से लदी गाड़ी की मदद से आने वाले दिनों में ऐसे हमले को अंजाम दे सकते हैं।” आईबी ने संबंधित राज्य सरकारों से खतरे को देखते हुए सुरक्षा कड़ी करने के लिए कहा है।
अलर्ट के बाद कई राज्यों में सुरक्षा बढ़ाई गई
एक उच्च अधिकारी ने दावा किया कि खुफिया अलर्ट के बाद महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और असम में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आरएसएस पदाधिकारियों की सुरक्षा की भी समीक्षा की जा रही है।
बेंगलुरू में आरएसएस कार्यकर्ता पर हमला
दिसंबर में बेंगलुरू में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थन में रैली में शामिल होने गए आरएसएस कार्यकर्ता पर जानलेवा हमला किया गया था। इस मामले में जनवरी में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने दावा किया था कि मोहम्मद इरफान, सैयद अकबर, सैयद सिद्दीक अकबर, अकबर बाशा, सनाउल्ला शरीफ और सादिक उल-अमीन ने इस तरह के हमलों की बड़ी साजिश रची थी।