खड़गे बोले- मोदी के राजनीतिक पूर्वज मुस्लिम लीग समर्थक:भाजपा का ग्राफ नीचे आ रहा, इसीलिए संघ अपने दोस्त मुस्लिम लीग को याद कर रहा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर सोशल मीडिया पोस्ट की। खड़गे ने लिखा कि मोदी और शाह के राजनीतिक और वैचारिक पूर्वजों ने आजादी की लड़ाई में हिंदुस्तानियों के खिलाफ ब्रिटिशों और मुस्लिम लीग का समर्थन किया था।
मल्लिकार्जुन खड़गे की पोस्ट
मोदी-शाह के राजनीतिक व वैचारिक पुरखों ने स्वतंत्रता आंदोलन में भारतीयों के खिलाफ, अंग्रेजों और मुस्लिम लीग का साथ दिया।
आज भी वो आम भारतीयों के योगदान से बनाए गए ‘कांग्रेस न्याय पत्र’ के खिलाफ मुस्लिम लीग की दुहाई दे रहे हैं।
मोदी-शाह के पुरखों ने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान, महात्मा गांधी के आवाहन व मौलाना आजाद की अध्यक्षता वाले आंदोलन का विरोध किया।
सभी जानते है कि आपके पुरखों ने 1940 में मुस्लिम लीग के साथ मिलकर बंगाल, सिंध और NWFP में अपनी सरकार बनाई।
क्या श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तत्कालीन अंग्रेजी गवर्नर को ये नहीं लिखा कि 1942 के देश व कांग्रेस के भारत छोड़ो आंदोलन को कैसे दबाना चाहिए? और इसके लिए वे अंग्रेजों का साथ देने के लिए तैयार हैं?
मोदी-शाह व उनके नॉमिनेटेड अध्यक्ष (जे.पी. नड्डा) आज कांग्रेस घोषणापत्र के बारे में उल्टी-सीधी भ्रांतियां फैला रहे हैं।
मोदी जी की भाषणों में केवल RSS की बू आती है। दिन पर दिन भाजपा की चुनावी हालत इतनी खस्ता होती जा रही है कि RSS को अपने पुराने मित्र मुस्लिम लीग की याद सताने लगी है।
सच केवल एक है-
कांग्रेस न्याय पत्र में हिंदुस्तान के 140 करोड़ लोगों की आशाओं व आकांक्षाओं की छाप है।
उनकी सम्मिलित शक्ति, मोदी जी के 10 सालों के अन्याय काल का अंत करेगी।
खड़गे के इस बयान की वजह
कांग्रेस ने 5 अप्रैल को 5 न्याय और 25 गारंटी के साथ अपना न्याय पत्र (घोषणा पत्र) जारी किया था। इसमें अल्पसंख्यकों के लिए कई बड़े वादे किए गए थे। भाजपा इसे आजादी के बाद मुस्लिम लीग के घोषणा पत्र जैसा बता रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा इस पर लगातार बयान दे रहे हैं।