नई दिल्ली। 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के 24 घंटे के भीतर दो किसान संगठनों ने खुद को आंदोलन से अलग कर लिया। दिल्ली पुलिस ने हिंसा मामले में बुधवार को 37 किसान नेताओं पर FIR दर्ज कर 200 उपद्रवियों को हिरासत में लिया। इस एक्शन के करीब 3 घंटे बाद राष्ट्रीय मजदूर किसान संगठन और भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने खुद को आंदोलन से अलग कर लिया। भानु गुट ने तो चिल्ला बॉर्डर से अपने टेंट उखाड़ने भी शुरू कर दिए हैं.
#WATCH: Some farmers seen taking off their tents at Chilla border following announcement of Thakur Bhanu Pratap Singh, president of Bharatiya Kisan Union (Bhanu), that the organisation is ending the protest in the light of violence during farmers' tractor rally y'day.#FarmLaws pic.twitter.com/wgDIeKnUMf
— ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2021
इसके महज 15 मिनट बाद भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने भी प्रदर्शन खत्म करने का ऐलान कर दिया। इसके अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि मंगलवार को दिल्ली में जो कुछ भी हुआ, उससे मैं बहुत दुखी हूं और 58 दिनों का हमारा प्रोटेस्ट खत्म कर रहा हूं। भानु प्रताप सिंह का संगठन चिल्ला बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहा था।
परेड में हिंसा के बाद पुलिस और प्रशासन के 3 एक्शन
1. जानलेवा हमले, डकैती की धाराओं में 22 केस, 37 किसानों पर शर्तें तोड़ने का मामला
दिल्ली पुलिस ने हिंसा, तोड़फोड़ और नियम तोड़ने की घटनाओं में 22 FIR दर्ज की हैं। इनमें जानलेवा हमले, डकैती, सरकारी काम में रुकावट डालने और नियम तोड़ने जैसी धाराएं लगाई गई हैं। इनमें से एक FIR में 37 किसान नेताओं को आरोपी बनाया गया है। इनमें राकेश टिकैत, मेधा पाटकर, योगेंद्र यादव, दर्शन पाल, राजिंदर सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल और जोगिंदर सिंह भी शामिल हैं।
I am deeply pained by whatever happened in Delhi yesterday and ending our 58-day protest: Thakur Bhanu Pratap Singh, president of Bharatiya Kisan Union (Bhanu) at Chilla border pic.twitter.com/5WNdxM9Iqo
— ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2021
किसान नेताओं के खिलाफ ट्रैक्टर रैली की शर्तें तोड़ने का केस दर्ज किया गया है। इन्हीं लोगों ने उस NOC पर साइन किए थे, जो पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के लिए जारी की थी। रैली से पहले टिकैत का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। इसमें टिकैत लोगों से कह रहे थे कि लाठी साथ रखना अपनी, झंडा लगाने के लिए, समझ जाना सारी बात।
The post mortem report clarifies that he (farmer who died during the tractor rally in Delhi yesterday) was not shot. He succumbed to the antemortem injuries which he received after his tractor turned turtle as seen in the viral video: Avinash Chandra, ADG Bareilly in Rampur, UP pic.twitter.com/goFuCA1I2X
— ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2021
2. लाल किले पर RAF तैनात, ड्रोन से निगरानी
किसानों ने मंगलवार को लाल किले में भी तोड़-फोड़ की थी। पुलिस ने उन्हें 3 घंटे के अंदर खदेड़ दिया। लाल किले पर बुधवार को भी भारी सुरक्षाबल तैनात है। यहां रैपिड एक्शन फोर्स लगाई गई है। ड्रोन से नजर रखी जा रही है। सरकार भी हालात पर नजर रखे हुए है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने लाल किले पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने अफसरों से रिपोर्ट मांगी है।
3. हरियाणा में सीकरी हिंसा मामले में 2000 से ज्यादा किसानों पर FIR
फरीदाबाद के सीकरी बॉर्डर पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद बुधवार को पुलिस ने 2 हजार से ज्यादा किसानों पर केस दर्ज किया है। उन पर हत्या की कोशिश समेत कई दूसरी धाराएं लगाई गई हैं। उन किसानों की पहचान की जा रही है, जिन्होंने पुलिस पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश और पथराव किया था। फरीदाबाद में धारा-144 लागू कर दी गई है।
सोशल मीडिया भी एक्टिव, ट्विटर ने 550 अकाउंट सस्पेंड किए
ट्विटर ने बुधवार को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा से जुड़े 550 से ज्यादा अकाउंट सस्पेंड कर दिए। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि हमने उन ट्वीट्स पर भी एक्शन लिया है, जिनसे हमारी पॉलिसी का उल्लंघन हो रहा था।
पुलिस का दावा- प्रदर्शनकारियों ने हथियार छीन लिए
पुलिस का कहना है कि ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा में 300 जवान घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से आंसू गैस के गोले दागने वाली गन छीन ली। यह गन लाल किले में एक प्रदर्शनकारी के पास देखी गई। नॉर्थ दिल्ली के कार्यवाहक DCP संदीप ने बताया कि भीड़ अचानक लाल किले पर पहुंच गई। उसमें शामिल प्रदर्शनकारियों ने शराब पी रखी थी। हम पर तलवारों और दूसरे हथियारों से हमला किया गया। झड़प में घायल वजीराबाद के SHO पीसी यादव ने बताया कि हमने भीड़ को प्राचीर से हटाने की कोशिश की, लेकिन वो हिंसक हो गए। हम ताकत का इस्तेमाल नहीं करना चाहते थे, इसलिए जितना हो सका, संयम रखा।