केरल के त्रिरुवल्ला में अंधविश्वास में फंसे एक डॉक्टर और उसकी पत्नी ने दो महिलाओं की गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद दोनों शवों के टुकड़े करके उन्हें दफना दिया। आरोपियों को भरोसा था कि ऐसा करने से उनके घर में धन-वैभव आने लगेगा। इस काम में एक तस्कर ने भी उनकी मदद की थी। घटना 27 सितंबर की है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को मंगलवार को गिरफ्तार किया।
त्रिरुवल्ला के रहने वाले डॉक्टर भागवत काफी समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। उनकी पत्नी लीला ने पेरुंबवूर में रहने वाले शिहाब से संपर्क किया। उसने कहा- मानव बलि देने से ही भगवान खुश होंगे। उसने दो महिलाओं की बलि देने को कहा। साथ ही यह भी बताया कि वही बलि के लिए महिलाओं का इंतजाम कर देगा।
लालच देकर महिलाओं को लाया था
लीला ने फेसबुक के जरिए शिहाब से कॉन्टैक्ट किया। शिहाब कलाडी और कदवंतरा की रहने वाली दो महिलाओं को पैसों और काम का लालच देकर त्रिरुवल्ला लाया। यहां से डॉक्टर दंपती और शिहाब दोनों महिलाओं को पथनामथिट्टा के एलंथूर ले गए। यहीं तंत्र साधना करके उनकी बलि दे दी। एलंथूर में ही दोनों महिलाओं को दफना दिया गया।
महिला के मोबाइल की लोकेशन से खुला राज
पुलिस कमिश्नर सीएच नागाराजू ने बताया- कदवंतरा से लाई गई महिला के परिजन ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस उसके मोबाइल की लोकेशन तलाशते हुए त्रिरुवल्ला पहुंची। वहां के CCTV फुटेज खंगालने के बाद महिला का डॉक्टर से संपर्क होने का पता चला। पुलिस ने डॉक्टर दंपती को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने पूरा राज खोल दिया।
CM विजयन बोले- काला जादू सभ्य समाज के लिए खतरा
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने घटना पर शोक जताते हुए कहा कि मानसिक बीमार लोग ही इस तरह के अपराध कर सकते हैं। इस तरह के काला जादू और जादू टोना सभ्य समाज के लिए खतरा है।