कानपुर शूटआउट का छठा दिन / गैंगस्टर विकास दुबे का करीबी अमर दुबे एनकाउंटर में मारा गया; विकास का साला ज्ञानेंद्र मध्यप्रदेश के शहडोल से हिरासत में लिया गया

पुलिस ने अमर को सरेंडर का मौका दिया था, लेकिन उसने फायरिंग कर दी; 2 पुलिसकर्मी जख्मी विकास दुबे की तलाश में हरियाणा समेत 5 राज्यों की पुलिस अलर्ट, उसके टैक्सी या ऑटो से मूवमेंट करने का शक

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कानपुर. चौबेपुर के बिकरू गांव में हुए शूटआउट के छठे दिन पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे के करीबी अमर दुबे का एनकाउंटर कर दिया है। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने हमीरपुर में अमर को मार गिराया। अमर बिकरू के शूटआउट में शामिल था और विकास का राइट हैंड कहा जाता था। पुलिस ने अमर पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था। दूसरी ओर विकास के साले ज्ञानेंद्र प्रकाश को मध्यप्रदेश के शहडोल से हिरासत में लिया गया है।

अमर दुबे (बाएं) विकास दुबे के साथ। (फाइल फोटो)

अमर की ऑटोमैटिक गन बरामद
अमर की ओर से हुई फायरिंग में एसआई मनोज शुक्ला और एसटीएफ का एक सिपाही घायल हो गया। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि एनकाउंटर आज तड़के हुआ। अमर के हमीरपुर में होने की सूचना पर एसटीएफ की टीम मौके पर पहुंची। अमर को सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन उसने फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। हमीरपुर के एसपी श्लोक कुमार ने बताया कि अमर की ऑटोमैटिक गन और बैग बरामद कर लिए हैं। फोरेंसिक टीम जांच कर रही है।

अमर ने सीओ की हत्या की थी
कानपुर शूटआउट की एफआईआर में अमर दुबे का नाम 14वें नंबर पर और वॉन्टेड अपराधियों की लिस्ट में पहले नंबर पर था। अमर ने 10 बदमाशों के साथ बिल्हौर के सीओ देवेंद्र मिश्र की हत्या की थी। अमर और उसके साथी मिश्र को घसीटकर विकास दुबे के मामा प्रेम कुमार पांडे के घर में ले गए और गोलियों से भून दिया। धारदार हथियार से भी वार किए थे। प्रेम कुमार पांडे पहले ही एनकाउंटर में मारा जा चुका है।

कानपुर एनकाउंटर के बाद पुलिस ने विकास की गैंग में शामिल लोगों के फोटो जारी किए थे।

अमर का लखनऊ में भी घर
शूटआउट के बाद अमर और विकास साथ-साथ फरार हुए थे, लेकिन औरैया से दोनों अलग-अलग हो गए। औरैया में दिबियापुर हाइवे पर रविवार को लावारिस कार मिली थी। अमर उसी कार में भागा था। गाड़ी में मिले अमर के डॉक्यूमेंट से पता चला कि लखनऊ में भी उसका घर है। यह भी पता चला कि अमर और विकास रिश्तेदार थे। अमर रंगदारी और शराब के ठेकों से वसूली करता था।

विकास की तलाश में दबिश जारी, फरीदाबाद में देखा गया
कानपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई को विकास दुबे गैंग ने पुलिस की टीम पर फायरिंग कर दी थी। हमले में 8 पुलिसकर्मियों की जान चली गई। एसटीएफ और उत्तर प्रदेश पुलिस की टीमें विकास और उसके साथियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं। विकास मंगलवार को फरीदाबाद के एक होटल में देखा गया।

होटल के सीसीटीवी में दिखा विकास दुबे।

सूत्रों के मुताबिक विकास फरीदाबाद के सेक्टर-87 में अपने रिश्तेदार के घर रुका था। अपने साथियों अंकुर और प्रभात को होटल में रुकवाया था। उनसे मिलने विकास होटल गया था। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही विकास फरार हो गया। अंकुर और प्रभात को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

यूपी, हरियाणा समेत 5 राज्यों में अलर्ट
गुड़गांव के कमिश्नर केके राव ने एक ऑडियो मैसेज में कहा है कि विकास गुड़गांव में एंट्री कर सकता है। उसके पास पर्सनल गाड़ी नहीं है। वह थ्री-व्हीलर या टैक्सी से मूवमेंट कर सकता है। सभी बॉर्डर पर नजर रखी जाए। इसके साथ ही यूपी, राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश, हरियाणा में अलर्ट जारी किया है। इन राज्यों में पुलिस विकास और उसके गुर्गों की तलाश कर रही हैं। विकास की पहचान के तौर पर बताया गया है कि वह लंगड़ा कर चलता है।

कानपुर शूटआउट में अब तक क्या हुआ?
2 जुलाई:
 विकास दुबे को गिरफ्तार करने 3 थानों की पुलिस ने बिकरू गांव में दबिश दी, विकास की गैंग ने 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी।
3 जुलाई: पुलिस ने सुबह 7 बजे विकास के मामा प्रेमप्रकाश पांडे और सहयोगी अतुल दुबे का एनकाउंटर कर दिया। 20-22 नामजद समेत 60 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। विकास पर 2.5 लाख, अमर पर 25 हजार और दूसरे लोगों पर 18-18 हजार रुपए का इनाम घोषित।
5 जुलाई: पुलिस ने विकास के नौकर और खास सहयोगी दयाशंकर उर्फ कल्लू अग्निहोत्री को घेर लिया। पुलिस की गोली लगने से दयाशंकर जख्मी हो गया। उसने खुलासा किया कि विकास ने पहले से प्लानिंग कर पुलिसकर्मियों पर हमला किया था।
8 जुलाई: एसटीएफ ने विकास के करीबी अमर दुबे को मार गिराया।

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