किसानों पर सेलेब्स आमने-सामने:ग्रेटा थनबर्ग और रिहाना ने आंदोलन का सपोर्ट किया, जवाब में भारतीय हस्तियों ने कहा- दरार पैदा करने वालों से बचें

उधर, सरकार ने ट्विटर को नोटिस जारी कर किसानों की हत्या की साजिश का दावा करते ट्वीट्स तुरंत हटाने को कहा। सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं कि पिछले 24 घंटे में किसानों के मुद्दे पर देश-विदेश की हस्तियों ने क्या कहा और सरकार कैसे एक्शन में आई...

नई दिल्ली। किसान आंदोलन बुधवार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गया। दुनिया की कुछ बड़ी हस्तियां भारतीय किसानों के सपोर्ट में आ गईं। भारतीय हस्तियों ने भी पलटवार किया और बहकावे में न आने की अपील की। विदेश मंत्रालय ने भी अपील की कि अपनी बात रखने से पहले मुद्दे को समझ लें। उधर, सरकार ने ट्विटर को नोटिस जारी कर किसानों की हत्या की साजिश का दावा करते ट्वीट्स तुरंत हटाने को कहा। सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं कि पिछले 24 घंटे में किसानों के मुद्दे पर देश-विदेश की हस्तियों ने क्या कहा और सरकार कैसे एक्शन में आई…

शुरुआत रिहाना की पोस्ट से हुई, फिर ग्रेटा ने भी इसी मुद्दे पर लिखा

  • सेलेब्स के बयानों की शुरुआत 32 साल की पॉप स्टार रिहाना से हुई। रिहाना के सिर्फ ट्विटर पर 11 करोड़ फॉलोअर्स हैं। भारतीय समयानुसार मंगलवार रात करीब 9 बजे उन्होंने अमेरिकी न्यूज चैनल CNN की एक खबर पोस्ट कर सवाल उठाया- ‘हम इस पर (भारत के किसान आंदोलन पर) बात क्यों नहीं कर रहे हैं?’ उनकी इस पोस्ट को 2.20 लाख लोगों ने री-ट्वीट किया।
  • मंगलवार देर रात 1:34 बजे नॉर्वे की 18 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने भी CNN की उसी खबर को टैग करते हुए कहा, ‘हम भारत के किसान आंदोलन के प्रति एकजुटता दिखाते हैं।’

हॉलीवुड एक्ट्रेस, पूर्व पोर्न स्टार और कमला हैरिस की भतीजी ने भी पोस्ट लिखे

  • बुधवार तड़के 3:30 बजे अमेरिकन एक्ट्रेस अमांडा कर्नी ने किसान आंदोलन में शामिल महिलाओं की फोटो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘दुनिया आपको देख रही है। इस मुद्दे को समझने के लिए आपको भारतीय, पंजाबी या दक्षिण एशियाई होने की जरूरत नहीं है। आपको सिर्फ इंसानियत की फिक्र करने की जरूरत है। हमेशा अभिव्यक्ति की आजादी, प्रेस की आजादी, बुनियादी ह्यूमन राइट्स और सिविल राइट्स की आजादी की मांग कीजिए।’
  • बुधवार सुबह पूर्व पोर्न स्टार मिया खलीफा ने भी लिखा, ‘ये किस तरह का ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन हो रहा है। नई दिल्ली के आसपास इंटरनेट ही बंद कर दिया गया है।’
  • अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी, वकील और लेखिका मीना हैरिस ने लिखा, ‘यह कोई इत्तेफाक नहीं है कि दुनिया की सबसे पुरानी डेमोक्रेसी पर एक महीने पहले हमला हुआ और दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाली डेमोक्रेसी में अब ऐसा हो रहा है। हमें भारत में इंटरनेट बंद होने और किसानों के खिलाफ पैरामिलिट्री की हिंसा का विरोध करना चाहिए।’

रिहाना, ग्रेटा को कंगना ने जवाब दिया

  • रिहाना को सबसे पहले कंगना रनोट ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘बैठ जाओ मूर्ख। हम तुम लोगों की तरह अपना देश नहीं बेच रहे। कोई भी इस मुद्दे पर इसलिए बात नहीं कर रहा, क्योंकि हिंसा फैला रहे लोग किसान नहीं, आतंकी हैं।’
  • ग्रेटा थनबर्ग के बयान पर भी कंगना ने कोयंबटूर की 105 साल की पप्पम्माल का जिक्र किया, जो ऑर्गेनिक फार्मिंग करती हैं। कंगना ने लिखा कि हमारी दादी के बारे में कोई फैंसी एक्टिविस्ट बात नहीं करेगा, लेकिन लोग भाेली-भाली और लाड़-दुलार में बिगड़ीं ग्रेटा को जरूरत प्रमोट करेंगे।

विदेश मंत्रालय ने कहा- बोलने से पहले मुद्दा तो समझ लो

  • सोशल मीडिया पर मामला बढ़ता देख विदेश मंत्रालय को बयान जारी करना पड़ा। इसमें कहा गया, ‘हम गुजारिश करेंगे कि ऐसे मामलों पर टिप्पणी करने से पहले तथ्यों का पता लगाया जाए और मुद्दों को अच्छी तरह समझ लिया जाए। सोशल मीडिया पर सनसनीखेज हैशटैग और टिप्पणियां लुभावनी बन जाती हैं, खासकर तब, जब मशहूर हस्तियों और अन्य लोग इससे जुड़ जाते हैं, जबकि उनका बयान न तो सटीक होता है और न ही जिम्मेदाराना।’
  • विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘देश की संसद ने कृषि क्षेत्र से जुड़े सुधारवादी कानूनों को पूरी बहस और चर्चा के बाद पारित किया था। फिर भी अपना फायदा देखने वाले समूहों ने भारत के खिलाफ दुनियाभर से समर्थन जुटाने की कोशिश की है। यह भारत के लिए बेहद परेशान करने वाला है।’

सरकार के समर्थन में आईं भारतीय हस्तियां

  • विदेशी हस्तियों को विदेश मंत्रालय की फटकार के बाद अपनी राय जाहिर करने वालों में अक्षय कुमार सबसे आगे रहे। उन्होंने विदेश मंत्रालय की ओर से शुरू किए गए हैशटैग #IndiaTogether के साथ लिखा, ‘किसान हमारे देश का बेहद अहम हिस्सा हैं। उनके मसलों का हल निकालने के लिए जो कोशिशें हो रही हैं, वो नजर आ रही हैं। हमारे बीच दरार पैदा करने वालों पर ध्यान देने की बजाय हम इस मसले के हल की उम्मीद करें।’
  • भारत रत्न सचिन तेंदुलकर ने भी इसी हैशटैग के साथ लिखा- भारत की सम्प्रभुता से समझौता नहीं हो सकता। विदेशी ताकतें सिर्फ बाहर से देख सकती हैं, वे हिस्सेदार नहीं हो सकतीं। भारतीय ही भारत को जानते हैं और उन्हें ही भारत के बारे में फैसला करना चाहिए।
  • डायरेक्टर करण जौहर ने लिखा, ‘हम लोग मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। हमें सब्र की जरूरत है। हमारे किसान भारत की रीढ़ हैं। हमें किसी को दरार पैदा करने की इजाजत नहीं देनी चाहिए।’
  • एक्टर अजय देवगन और प्रोड्यूसर-डायरेक्टर एकता कपूर ने लिखा कि हमें किसी भी तरह के प्रोपेगैंडा में नहीं फंसना चाहिए, बल्कि एकजुट रहना चाहिए।
  • सुनील शेट्‌टी ने लिखा, ‘हमें हमेशा बड़ा नजरिया रखना चाहिए। आधे सच से ज्यादा खतरनाक कुछ भी नहीं होता है।’
  • भारतीय हस्तियों में रिहाना को सिर्फ एक्टर-सिंगर दलजीत दोसांझ से समर्थन मिला। दलजीत ने रिहाना की तारीफ में RiRi नाम से गीत लिखा और उसका 2 मिनट 15 सेकंड का वीडियो भी पोस्ट किया।

अमित शाह बोले- प्रोपेगैंडा भारत की यूनिटी को नहीं तोड़ सकता
भारतीय हस्तियों से मिले समर्थन के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘कोई प्रोपेगैंडा भारत की यूनिटी को नहीं तोड़ सकता, भारत को नई ऊंचाइयों पर जाने से नहीं रोक सकता। कोई प्रोपेगैंडा नहीं, बल्कि विकास भारत का भविष्य तय कर सकता है।’

दिल्ली बॉर्डर पर अब इंटरनेट बंद नहीं
रिहाना और ग्रेटा थनबर्ग ने CNN की जिस खबर को पोस्ट करते हुए किसानों का समर्थन किया था, उसमें दिल्ली के आसपास इंटरनेट बंद होने का जिक्र था। इस मुद्दे पर गृह मंत्रालय का बुधवार को बयान आया। मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि अब दिल्ली के बॉर्डर पर इंटरनेट बंद नहीं किया जाएगा। ये सिर्फ 2 फरवरी की रात तक के लिए था।

सरकार की ट्विटर को वॉर्निंग
पिछले दिनों हैशटैग मोदी प्लानिंग फार्मर जेनोसाइड के साथ कुछ कंटेंट ट्विटर पर पोस्ट किया गया था। इस पर सरकार ने ट्विटर को कुछ अकाउंट्स को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे। ट्विटर ने उन अकाउंट्स को सस्पेंड तो किया, लेकिन वे फिर से एक्टिव हो गए। सरकार ने इस पर ट्विटर को चेतावनी दी है कि वह निर्देश मानने के लिए बाध्य है। अगर वह नियमों-आदेशों का उल्लंघन करता है तो खुद के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को न्योता दे रहा है।

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